बच्चों की बढ़ती उम्र में उनके शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव आते हैं। इस समय बच्चों की बॉडी में फैट आना शुरू होता है, बॉडी का शेप बदलता है, फेस पर अनचाहे बाल आते हैं और कई प्रकार की स्किन प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। बता दें टीन्स (13 से 19 साल) और प्रीटीन्स (10-12 साल) ही वो ऐज होती है, जब बच्चे अपनी बॉडी साइज और लुक्स पर काफी ध्यान देते हैं। इस समय दस साल का बच्चा भी अपने लुक्स को लेकर कॉन्शियस रहता है। ऐसे में कई बच्चे अपने बॉडी शेप, स्किन कलर या लुक को आसानी से एक्सेप्ट नहीं कर पाते हैं। कुछ मामलों में तो बच्चे खुद पर शर्मिंदगी भी महसूस करते हैं। ऐसे में इस समय पैरेंट्स ही अपने बच्चों के मन में स्ट्रेस और खुद की बॉडी को लेकर नेगेटिव सोच को खत्म कर सकते हैं। चलिए आज इस लेख में आपको बताते हैं कि प्रीटीन्स और टीन्स बच्चों को फैट शेमिंग से डील करना कैसे सिखा सकते हैं।
पेरेंट्स करें बच्चों से बातें
जब बच्चे टीनेज की और बढ़ते हैं, तो वे सबसे पहले अपने लुक्स पर ध्यान देते हैं। इस समय बच्चे फैशन, स्टाइल, ब्यूटी आदि की तरफ ज्यादा आकर्षित होने लगते हैं। कई बार मन-मुताबिक लुक न होने के कारण वो शर्मिंदा भी महसूस करते हैं। आजकल की लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से बहुत सारे बच्चे मोटापे का शिकार हो रहे हैं। कई बार ऐसे बच्चे घर से निकलते समय खुद पर शेम फील करते हैं। ऐसे में पेरेंट्स का कर्तव्य बनता है कि वो बच्चों से बातें करें। अपने बच्चों को बॉडी के बदलावों के बारे में बताएं कि ये कि नैचुरल बदलाव है और इसे पॉजिटिव तरीके से देखना चाहिए। उन्हें ये बताएं कि थोड़ा बहुत वजन बढ़ना ग्रोथ का हिस्सा होता है और वो इसे कंट्रोल कर सकते हैं।
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बच्चों को बॉडी चेंज एक्सेप्ट करने के लिए कहें
इन दिनों बच्चे अपनी लुक्स पर ध्यान देते हैं। उन्हें ये बताएं कि लुक्स ही सबकुछ नहीं होता। इसके अलावा भी अच्छी पर्सनैलिटी के लिए कई चीजें जरूरी हैं। ये भी बताएं कि पॉजिटिव तरीके से अपनी बॉडी और लुक्स को एक्सेप्ट करें। इसके साथ ही ये भी बताएं कि अपनी बॉडी में आए चेंजेस को जितना आप एक्सेप्ट करेंगे, उतना ही आपका कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ेगा।
हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए बच्चों को करें प्रेरित
इन दिनों ज्यादातर बच्चे गलत लाइफस्टाइल की ओर बढ़ रहे हैं। उनका खानपान खराब होता जा रहा है। ज्यादातर बच्चे हेल्दी चीजें खाने के बजाय पिज्जा, बर्गर, मोमोज, आइसक्रीम आदि का सेवन करे रहें हैं। आप अपने बच्चों को ये समझाएं कि हेल्दी लाइफस्टाइल न सिर्फ हेल्दी बॉडी के लिए जरूरी है, बल्कि पॉजिटिव माइंड के लिए भी बेहद जरूरी है। उन्हें सुबह जल्दी उठने, नियमित एक्सरसाइज और अनुशासन में रहने के लिए प्रेरित करें।
ओवर वेट के लिए पॉजिटिव सोचने को कहें
अगर आपका बेटा या बेटी किसी कारण से ओवरवेट है, तो उसे ये बताएं कि वो बहुत ही अच्छे लग रहे हैं। उन्हें ये बताएं कि वो अपने लुक्स से ज्यादा खुद एक इंसान के तौर पर अनमोल हैं। उन्हें बार-बार उनके बॉडी साइज और लुक्स को लेकर मोटिवेट करें। बच्चों को बताएं कि उनके दिमाग में जो भी नेगेटिव बातें आती हैं, जैसे अपनी हाइट, फैट, लुक्स को लेकर, उनके बारे में पॉजिटिव सोचें।
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बच्चों में डालें ये आदतें
- बच्चों को मौसमी फल और सब्जियां खाने की आदत डलवाएं।
- बच्चों को रेगुलर हेल्दी ब्रेकफास्ट की आदत डलवाएं।
- बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आदत डलवाएं।
- उन्हें ये बताएं की फास्ट फूड से दूरी बनाएं।
- प्रॉसेस्ड कार्बोहाइड्रेट फूड से बचने को कहें।
- उन्हें ये समझाएं कि जब भी आपको कहीं मौका मिले तो पैदल चलें या टहलें।
- रोज योग और एक्सरसाइज करने की आदत डलवाएं।
इस तरह इन टिप्स को अपनाकर आप अपने बच्चों को हेल्दी रख सकते हैं और फैट शेमिंग से परेशान न रहने के लिए ट्रेन कर सकते हैं।