अगर आप बचपन में ही ध्यान दें तो बच्चों की कुछ आदतों और बातों से इस बात का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है कि बच्चे की पर्सनैलिटी कैसी होने वाली है। पर्सनैलिटी का असर जिंदगी की सफलता-असफलता और करियर पर बहुत ज्यादा पड़ता है। इसलिए आप सही समय पर बच्चे की पर्सनैलिटी को समझ पाएं और उसमें जरूरी सुधार के लिए कुछ कदम उठाएं, तो बच्चे के भविष्य के लिए ये अच्छा हो सकता है।
हर बच्चे का अपना स्वभाव होता है, जो ज्यादातर उसकी परवरिश के तरीके और जेनेटिक गुणों पर आधारित होता है। कुछ बच्चे बचपन से बेहद शर्मीले होते हैं और कुछ बहुत वाचाल होते हैं। अगर आप भी अपने बच्चे के स्वभाव और पर्सनैलिटी को लेकर कंफ्यूज हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी बातें जो आपको आपके बच्चे के व्यक्तित्व का पता लगाने में मदद करेंगी।
दो तरह की होती हैं पर्सनैलिटी
आमतौर पर हम सभी की पर्सनैलिटी को दो भागों में बांटा जा सकता है। पहला इंट्रोवर्ट (Introvert) यानी अंतर्मुखी और दूसरा एस्ट्रोवर्ट (Extrovert) यानी बहिर्मुखी। इंट्रोवर्ट (अंतर्मुखी) उन लोगों को कहते हैं जो ज्यादातर अपने आप में मशगूल रहते हैं और बाहरी दुनिया से ज्यादा वास्ता नहीं रखते हैं। वहीं एक्स्ट्रोवर्ट (बहिर्मुखी) उन लोगों को कहते हैं, जो अपने साथ-साथ बाहरी दुनिया की चीजों पर भी ध्यान देते हैं और उससे प्रभावित होते हैं।
इंट्रोवर्ट (अंतर्मुखी) बच्चे की पहचान
- ऐसे बच्चे नए लोगों से आसानी से नहीं घुल-मिल पाते हैं।
- इन्हें अजनबियों से बातचीत करने में डर लगता है।
- आपकी या अन्य लोगों की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं और अपने मन की करते हैं।
- क्लास में हमेशा शांत रहते हैं और सवालों का जवाब देने से कतराते हैं।
- ऐसे बच्चे अक्सर अपनी दुनिया में खोए रहते हैं और अक्सर अपनी चीजों, अपने कमरे, अपने खिलौने, किताबें आदि में बिजी रहते हैं।
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इंट्रोवर्ट स्वभाव की अच्छी बातें
- ऐसे बच्चे चीजों को गहराई से समझने के बाद ही किसी बात का जवाब देना पसंद करते हैं।
- बिना सोचे-समझे बोलना ऐसे बच्चों की आदत नहीं होती है, जो कि एक अच्छी बात है।
- ऐसे बच्चे कला, साहित्य और आर्ट जैसे विषयों की तरफ ज्यादा आकर्षक होते हैं।
- ऐसे बच्चों का सोशल सर्कल सीमित होता है और दोस्ती हमेशा सोचसमझ कर करते हैं।
एक्स्ट्रोवर्ट (बहिर्मुखी) बच्चे की पहचान
- ऐसे बच्चे अक्सर कम शर्मीले होते हैं। ग्रुप एक्टिविटीज में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
- नए लोगों से बातचीत करने में इन्हें झिझक नहीं होती है इसलिए इनकी दोस्ती लोगों से जल्दी हो जाती है।
- ऐसे बच्चों के दोस्त ज्यादा होते हैं, यानी इनका सोशल सर्कल बड़ा होता है।
- ऐसे बच्चे क्लास में जवाब देने, लीडरशिप करने आदि में आगे रहते हैं।
- इस स्वभाव वाले बच्चे अक्सर पब्लिक स्पीकिंग में घबराते नहीं है, चाहे उनके पास बोलने के लिए बहुत अच्छा कंटेंट न हो।
- दूसरों की बातें सुनना, गॉसिप करना, हंसी-मजाक करना ऐसे बच्चों को पसंद होता है।
- ऐसे बच्चों को अकेला रहना पसंद नहीं होता है।
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एक्स्ट्रोवर्ट स्वभाव की अच्छी बातें
- ऐसे बच्चों की प्रोफेशनल ग्रोथ अच्छी होती है। ये पर्फार्मिंग आर्ट्स (Performing Arts), लीडरशिप (Leadership) आदि में अच्छा करियर बना सकते हैं।
- ऐसे बच्चे अक्सर अपनी बात साफ-साफ कह देते हैं, इसलिए इनका नेचर खुला होता है, जिसमें पर्तें नहीं होती हैं।
- ऐसे बच्चों का सोशल सर्कल बड़ा होता है और ये दोस्ती निभाने, बचाने में खुलकर आगे आते हैं।
- आमतौर पर ऐसे बच्चे एनर्जी से भरे रहते हैं और जोखिम उठाने में संकोच नहीं करते हैं।
- ऐसे बच्चों से मिलकर दूसरे भी खुश हो जाते हैं, इसलिए दूसरों को हंसने-हंसाने में भी ये बच्चे आगे रहते हैं।
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