Imposter Syndrome: बॉलीवुड एक्ट्रेस सान्या मल्होत्रा आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं। वह बॉलीवुड की नामचीन अभिनेत्रियों में शामिल हैं और हर कोई उनकी एक्टिंग स्किल्स का कायल है। लेकिन, हैरानी की बात ये है कि खुद सान्या मल्होत्रा को अपनी काबिलियत पर शक था। जी, हां! पिछले दिनों सान्या मल्होत्रा ने इस बात का खुलासा किया है कि वह इम्पोस्टर सिंड्रोम नाम की समस्या से परेशान थीं। यह एक ऐसी परेशानी है, जिसमें व्यक्ति को अपनी काबिलियत और स्किल्स पर संदेह होने लगता है। ऐसा होना कोई हैरानी की बात नहीं है। लेकिन, अगर यह कंडीशन लंबे समय तक बनी रहती है, तो जाहिर है व्यक्ति के लिए यह चिंता का विषय बन सकता है। इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि इम्पोस्टर सिंड्रोम से कैसे निपटें। इस बारे में हमने क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और सुकून साइकोथैरेपी सेंटर की फाउंडर दीपाली बेदी से बात की।
इम्पोस्टर सिंड्रोम से कैसे निपटें- Tips To Get Rid Of Imposter Syndrome
अपनी फीलिंग को स्वीकार करें
जिन लोगों को लगता है कि उन्हें जो भी मिला है या सफलता के जिस मुकाम पर वे पहुंचे हैं, उसके लिए वे काबिल नहीं हैं। ऐसे स्थिति में सबसे पहले आप अपनी फीलिंग को स्वीकार करें। इस तरह की भावना को स्वीकार करने से इम्पोस्टर सिंड्रोम से उबरने में मदद मिलती है।
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फैक्ट्स पर ध्यान दें
जब भी व्यकित को यह लगने लगे कि वह अपनी काबिलियत की वजह से नहीं, बल्कि किस्मत की वजह से आगे बढ़े हैं, तो उन्हें एक बार अपने फैक्ट्स पर गौर करना चाहिए। असल में, इस तरह के लोग अक्सर बहुत मेहनत करते हैं। साथ ही हर तरह की परिस्थितियों के लिए खुद को तैयार रखते हैं। इसके बावजूद, जब सफल हो जाते हैं, तो उन्हें लगता है कि उनकी किस्मत अच्छी थी। इसलिए, जब भी ऐसा महसूस हो, तो एक बार अपने फैक्ट्स पर गौर करें। कहने का मतलब है कि सफल होने के लिए आपने क्या-क्या किया है, इस पर ध्यान दें। इससे इम्पोस्टर सिंड्रोम से निपटना आसान हो जाएगा।
किसी से बात करें
इम्पोस्टर सिंड्रोम एक ऐसी भावना है, जिस पर अक्सर लोग बात करने से बचते हैं। असल में, व्यक्ति को लगता है कि उनके यार-दोस्त उनकी बातें बाता को समझ नहीं सकेंगे। ऐसी स्थिति अक्सर व्यक्ति विशेष को अकेलेपन की ओर धकेल देती है। ऐसा न हो, इसके लिए जरूरी है कि जब भी इम्पोस्टर सिंड्रोम की भावना हावी हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर अपनी मन की बातें शेयर करें।
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काम को रिव्यू करें
जब आप सभी मुश्किलों को पार करते हुए सफल हुए हैं, तो आपको एक बार अपने काम को रिव्यू जरूर करना चाहिए। इससे आपको पता चलेगा कि आपने कितनी मेहनत की है। तब जाकर आप किसी मुकाम पर पहुंचे हैं। ध्यान रखें कि सफल होने के लिए हर व्यक्ति को पुरजोर मेहनत करनी पड़ती है।
खुद को क्रेडिट दें
इम्पोस्टर सिंड्रोम की परेशानी से अक्सर वो लोग जूझते हैं, जो खुद को क्रेडिट देने से डरते हैं। उन्हें लगता है कि उनकी सफलता, उनकी अकेले की नहीं है। इसके कई लोगों का योगदान है। उनकी जगह कोई और व्यक्ति होता, तो शायद वह ज्यादा बेहतर करता है। इम्पोस्टर सिंड्रोम से उबरना है, तो इस तरह सोच से खुद को बाहर निकालें। अपने किए हुए काम के लिए खुद को क्रेडिट जरूर करें। इससे खुशी का अहसास होता है।
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