Tips To Deal With Suicidal Thoughts: वर्तमान समय में मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं के कारण आत्महत्या के मामले काफी बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ सालों में किशोरों या स्टूडेंट्स की आत्महत्या के मामलों में भी काफी बढ़े हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की आत्महत्या के आंकड़े इतना दिल दहला देने वाले हैं कि हर साल करीब 7 लाख, 3 हजार लोग आत्महत्या कर लेते हैं। एक दिन में 1927, वहीं हर घंटे करीब 80 सुसाइड कर लेते हैं। भारत में अगर किशोरों की बात करें तो एनसीआरबी की एक्सीडेंटल डेथ्स एंड सुसाइड्स इन इंडिया (NDI) 2020 की रिपोर्ट में बताया गया है कि देश में लगभग 8.2% छात्र आत्महत्या से मरते हैं। साथ 2020 में 30 साल से कम उम्र के 64,114 लोगों ने आत्महत्या की। आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में या तो स्टूडेंट्स थे या फिर टीनएजर्स।
खुदकुशी के ज्यादातर मामलों में मानसिक स्थितियों को जिम्मेदार माना गया है। ज्यादातर स्टूडेंट्स या किशोरों में खुदकुशी का बड़ा कारण नकारात्मक विचार, अवसाद जैसी समस्याएं थी, जिनसे वे लड़ नहीं पाए। स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई का तनाव, एग्जाम का प्रेशर, जॉब की टेंशन, शर्मिंदगी और तरह-तरह की की नकारात्मक भावनाओं से टीनएजर्स काफी घिरे रहते हैं। जब उनके मन में नकारात्मकता बहुत अधिक बढ़ जाती है और वे स्थिति से लड़ नहीं पाते हैं तो वे आत्महत्या जैसी कदम उठाते है। अब सवाल यह है कि आत्महत्या को रोकने या किशोरों मेंं नकारात्मक विचारों को दूर करने के लिए क्या किया जा सकता है? आत्महत्या का विचार आने पर क्या करें? इसके बारे में जानने के लिए हमने चाइल्ड साइकोलोजिस्ट और पेरेंटिंग कोच डॉ. रिद्धी (Dr. Riddhi D- Child Psychologist) से बात की। इस लेख में हम आपको आत्महत्या के नकारात्मक विचारों से लड़ने के 5 टिप्स शेयर कर रहे हैं।
आत्महत्या के विचारों से लड़ने के 5 उपाय- Tips To Deal With Suicidal Thoughts Hindi
1. लोगों के बीच समय बिताएं
जब आप बहुत तनाव में होते हैं, तो लोगों के साथ अपनी बातें शेयर करें। अकेले में समय न बिताएं, परिवार के साथ समय बिताएं। इससे तनाव कम होगा। परिवार के बातचीत करें और दोस्तों के साथ भी आना-जाना, घूमना-फिरना जारी रखें। अपने परिवार और दोस्तों के साथ अपनी परेशानी करें, वे आपको परेशानी से उबरने में मदद करेंगे।
इसे भी पढें: अच्छी नींद के लिए जीवनशैली में करें ये 10 बदलाव, बेहतर होगी स्लीप क्वालिटी
2. गेम्स खेलें
जब आप खेलों में अपना समय अधिक बिताते हैं, तो आप बहुत हल्का महसूस करते हैं और तनाव दूर होता है। कोशिश करें कि परिवार के सदस्य, दोस्तों के साथ खेलने जाएं। इससे आपको नकारात्मकता को कम करने में मदद मिलेगी। अगर आप बाहर नहीं जा सकते हैं, तो मोबाइल फोन या कंप्यूटर आदि में भी कुछ गेम्स खेल सकते हैं।
3. म्यूजिक सुनें
म्यूजिक सुनने से तनाव और चिंता कम होती है। अध्ययनों में भी यह पाया गया है कि म्यूजिक सुनने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और मस्तिष्क शांत होता है। इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा।
4. खानपान अच्छा रखें
आहार में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। पोषक तत्वों से भरपूर और संतुलित आहार लेने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है और तनाव, चिंता जैसी समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है।
इसे भी पढें: सरसों के तेल से करें पैरों की मालिश, मिलेंगे 5 जबरदस्त फायदे
5. एक्सरसाइज, योग और मेडिटेशन
नकारात्मक भावनाओं को रोकने या दूर करने का यह सबसे प्रभावी उपाय है। मेडिटेशन का अभ्यास करने से अवसाद जैसी समस्याएं दूर होती हैं। नियमित एक्सरसाइज और योग करने से भी मानसिक स्वास्थ्य मजबूत बनता है। इसलिए आपको इनका अभ्यास जरूर करना चाहिए।
All Image Source: Freepik
(With Inputs: Dr. Riddhi D- Child Psychologist And Parenting Coach)
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version