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पाचन बेहतर बनाने में मदद करते हैं पान के पत्ते, जानें सेवन के 5 तरीके

पान के पत्तों के सेवन से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। जानें डाइजेशन बेहतर बनाने के लिए पान के पत्तों को डेली डाइट में कैसे शामिल करना है।
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पाचन बेहतर बनाने में मदद करते हैं पान के पत्ते, जानें सेवन के 5 तरीके


How To Consume Betel Leaves For Digestion:पूजा-पाठ में पान के पत्ते का इस्तेमाल जरूर किया जाता है। इसके अलावा, कई मिठाईयों और शरबत में भी पान का स्वाद लाने के लिए पत्ते इस्तेमाल किये जाते हैं। कई लोग खाने के बाद मीठा पान खाना पसंद करते हैं, क्योंकि इससे खाना आसानी से पच जाता है। पाचन तंत्र के लिए पान के पत्ते फायदेमंद माने जाते हैं। इनके सेवन से पाचन संबंधित समस्याओं से राहत मिलती है। अगर इन्हें डेली डाइट में शामिल किया जाए, तो इनसे डाइजेस्टिव हेल्थ बूस्ट होती है। लेकिन लोग अक्सर एक ही तरीके से पान के पत्ते का सेवन करते हैं। जबकि इसे कई तरीकों से डाइट में शामिल किया जा सकता है। इसके लिए न्यूट्रीफाई बाई पूनम डाइट एंड वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर और डायटिशियन पूनम दुनेजा ने हमसे टिप्स शेयर किये हैं। आइए लेख के माध्यम से जानें पान के पत्तों को डेली डाइट में शामिल करने के तरीके।

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पहले जानें पाचन तंत्र के लिए क्यों फायदेमंद हैं पान के पत्ते- Why Betel Leaves Good For Digestive Health

पान के पत्ते चबाने से मुंह में सलाइवा का प्रोडक्शन बढ़ता है, जो डाइजेशन को आसान बनाता है। पान के पत्तों में डाइजेस्टिव एंजाइम मौजूद होते हैं, जो न्यूट्रिएंट्स को ब्रेकडाउन करने में मदद करते हैं। इनके सेवन से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और डाइजेशन बेहतर होता है। इनमें मौजूद नेचुरल गुण गट हेल्थ को बूस्ट करने में मदद करते हैं।

पाचन बेहतर बनाने के लिए इन तरीकों से पान के पत्ते करें इस्तेमाल- How To Consume Betel Leaves To Keep Digestion Healthy

पान की चाय- Betel Leaves Tea

अगर आपको कब्ज, ब्लोटिंग या अपच की समस्या है तो आप पान के पत्तों की चाय बनाकर पी सकते हैं। इसके सेवन से डाइजेस्टिव जूस का प्रोडक्शन बढ़ता है और शरीर में पोषक तत्व सोख पाते हैं। चाय बनाने के लिए एक कप पानी में 2-3 सूखे पान के पत्ते डालें। इसे 4 से 5 मिनट तक पकने दें और इसमें थोड़ा शहद मिलाएं।

पान की स्मूदी- Betel Leaves Smoothie

अगर आपको एसिडिटी या पेट में जलन हो रही है, तो आप ठंड़ी-ठंड़ी पान की स्मूदी बनाकर पी सकते हैं। इसके सेवन से पेट को ठंडक मिलेगी और पेट में एसिड कम होगा। अगर आपको ब्लोटिंग, कब्ज या एसिडिटी है तो इसके सेवन से आपको काफी राहत मिलेगी। पान के पत्तों को केले या आम के साथ ग्राइंड करके आप स्मूदी बना सकते हैं।

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पान का काढ़ा- Betel Leaves kadha

पेट दर्द या अपच की समस्या में आप पान के पत्तों का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं। काढ़े के सेवन से आपका पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा। इसके साथ ही, आपको गला खराब की समस्या में भी राहत मिलेगी। काढ़ा बनाने के लिए पान के पत्तों को गर्म पानी में उबालें। हल्का ठंड़ा होने पर इसमें नींबू और शहद मिलाएं।

पान के पत्ते चबाएं- Raw Leaves

अगर आपको अक्सर ही पाचन संबंधित समस्याएं रहती हैं, तो आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं। आप गुनगुने पानी के साथ पान के पत्ते चबाकर खा सकते हैं। इससे आपको एसिडिटी और कब्ज से राहत मिलेगी। आपका डाइजेशन बूस्ट होगा और आप दिनभर एक्टिव महसूस करेंगे।

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खाने में इस्तेमाल करें- Cooking

अगर आपको काढ़ा या चाय में इनका इस्तेमाल नहीं करना, तो आप इसे खाना बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। पान के पत्तों को सलाद, पास्ता या किसी सब्जी में डालकर खा सकते हैं।

इस तरह से आप पान के पत्तों को डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें।

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