How To Use Harad For Stomach Problems: आयुर्वेद में सेहत के लिए हरड़ का इस्तेमाल प्राचीन समय से किया जा रहा है। इसे हरीतकी, हरद, कदुक्कई, कराकाकाया, कदुक्का पोडी, हर्रा के नाम से जाना जाता है। औषधीय गुणों के कारण इसे आयुर्वेदिक दवाओं में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कई पोषक तंत्र पाए जाते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होते हैं। इसे बुखार, पेट फूलना, उल्टी, बवासीर जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद माना जाता है। लेकिन पाचन तंत्र के लिए इसे सबसे ज्यादा फायदेमंद माना गया है। यह पाचन तंत्र के लिए क्यों फायदेमंद है? इसका जवाब जानने के लिए लिए हमने सिरसा जिले से आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से बात की।
पाचन तंत्र के लिए हरड़ के फायदे- Harad Benefits For Digestive System
पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है
हरड़ यानी हरीतकी पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करती है। साथ ही, यह विरेचक (दस्तावर) भी होती है, इसलिए इसका सेवन बेहद कम मात्रा में किया जाता है।
आंतों की सफाई होती है
यह पेट की आंतों को साफ करने में मदद करती है। अगर पेट में आंतें इकट्ठी हो रही हैं या गांठें बन रही हैं, उसे ठीक करने में यह मददगार होती है। इसके सेवन से आंतें साफ रहती हैं और मजबूत भी बनती हैं।
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पेट साफ होता है
पाचन से जुड़ी समस्याओं की मुख्य वजह पेट में जमी गंदगी होती है। लेकिन हरड़ के सेवन से पेट की सफाई होती है और सालों तक जमी गंदगी साफ हो जाती है। इससे बॉडी में टॉक्सिन निकल जाते हैं और पाचन क्रिया भी मजबूत होती हैं।
पाचन से जुड़ी बीमारियां कम होती हैं
बच्चे हो या बड़े, सभी में पाचन संबंधित समस्याएं कम करने के लिए हरड़ को फायदेमंद माना जाता है। इसके सेवन से ब्लोटिंग, एसिडिटी, कब्ज और अपच जैसी समस्याएं ठीक होती हैं। पेट साफ रहता है और प्राकृतिक रूप से भूख लगती है।
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हरड़ के अन्य फायदे
यह बॉडी को नैचुरली डिटॉक्स करने में मदद करती है। डेली डाइट में इसे शामिल करने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और बीमारियों का खतरा कम होता है। इसका सेवन कोई भी व्यक्ति कर सकता है, चाहे उसके शरीर की प्रकृति कोई भी हो। इसे टॉनिक के रूप में रोज भी लिया जा सकता है।
कितनी मात्रा में सेवन करें?
जिन लोगों की कोमल प्रकृति है यानी जिन्हें जल्दी दस्त लग जाते हैं, उन्हें आधा ग्राम मात्रा भी काफी होगी। जिन लोगों को कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है, वो 2 ग्राम मात्रा एक बार में ले सकते हैं। वृद्धों को भी 2 से 2.5 ग्राम तक हरड़ दिया जा सकता है।
निष्कर्ष
हरड़ को आयुर्वेद में औषधि की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसके सेवन से पूरे शरीर को फायदा होता है। लेकिन पाचन तंत्र के लिए यह सबसे ज्यादा फायदेमंद होती है। इसके सेवन से पेट साफ होता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है। अगर आप किसी स्वास्थ्य समस्या के लिए दवा लेते हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर हरड़ का सेवन करें।
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