Temperature Affects Nutritional Value of Food: खाने के न्यूट्रिएंट्स को बचाना हमारे लिए इसलिए जरूरी है क्योंकि ये न्यूट्रिएंट्स हमारे शरीर के सही विकास और स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं। हमारे शरीर को सही ढंग से चलने के लिए विटामिन, खनिज, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और हेल्दी फैट्स की जरूरत होती है। ये सभी न्यूट्रिएंट्स शरीर को एनर्जी देते हैं, इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं और शरीर के विभिन्न कार्यों को कंट्रोल करते हैं। अगर हम खाने से इन पोषक तत्वों को खो देते हैं, तो शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता, जिससे थकान, कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। विटामिन्स और मिनरल्स जैसे एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जो उम्र बढ़ने और कई बीमारियों के जोखिम को बढ़ाते हैं। अगर खाना पकाने के दौरान या अन्य कारणों से न्यूट्रिएंट्स का नुकसान होता है, तो यह इम्यूनिटी को कमजोर कर सकता है। पर्याप्त न्यूट्रिएंट्स लेने से दिल की बीमारियों, डायबिटीज, और कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को भी कम किया जा सकता है। कुछ न्यूट्रिएंट्स, जैसे कि ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, विटामिन-बी12 और फोलेट, मानसिक स्वास्थ्य और मस्तिष्क के कार्यों के लिए जरूरी होते हैं। इन न्यूट्रिएंट्स की कमी से डिप्रेशन और तनाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए खाने के न्यूट्रिएंट्स को बचाना जरूरी है। लेकिन खाने को गलत तापमान में रखने या पकाने से वे न्यूट्रिएंट्स खो देता है। आगे जानेंगे कि तापमान का खाने पर क्या असर पड़ता है और खाने के न्यूट्रिएंट्स को कैसे बचाया जा सकता है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटिशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
खाने के न्यूट्रिएंट्स पर तापमान का प्रभाव- Temperature Affects Nutritional Value of Food
तापमान से खाने के पोषक तत्वों पर गहरा असर होता है। कुकिंग, स्टोरेज और प्रोसेसिंग से खाने का तापमान पर बुरा असर होता है-
- विटामिन-बी, सी और एंटीऑक्सीडेंट्स गरम तापमान में अपनी वैल्यू कम कर देते हैं। इसी तरह अगर सब्जियों को ज्यादा उबाला जाए, तो वॉटर-सॉल्यूबल विटामिन्स कम हो जाते हैं।
- ज्यादा तापमान में प्रोटीन की क्वॉलिटी बदल जाती है। जिन चीजों में प्रोटीन पाया जाता है, उसे आपको जरूरत से ज्यादा गरम तापमान में नहीं पकाना चाहिए।
- ज्यादा तापमान पर खाने को पकाने से फैटी एसिड्स जैसे हेल्दी फैट्स की मात्रा कम हो जाती है।
- डेयरी प्रोडक्ट्स के लिए गरम या रूम तापमान हानिकारक होता है। डेयरी उत्पादों को ठंडे तापमान पर रखना चाहिए। रूम तापमान पर रखने से उन उत्पादों की न्यूट्रिशनल वैल्यू कम हो जाती है और उत्पाद खराब हो सकते हैं।
- खाने को कम तापमान पर और कम कुकिंग टाइम के साथ पकाया जाए, तो उसके पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। सब्जियों और फलों को ज्यादा पकाकर नहीं खाना चाहिए।
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खाना पकाने के लिए सही कुकिंग स्टाइल क्या है?- Right Cooking Style For Food
खाना पकाने के लिए सही कुकिंग स्टाइल का चुनाव इस बात पर निर्भर करता है कि आप पोषण को बनाए रखना चाहते हैं, स्वाद को प्राथमिकता देते हैं, या दोनों का संतुलन चाहते हैं। हम कुछ कुकिंग स्टाइल्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो खाने को हेल्दी और टेस्टी बनाए रख सकते हैं-
- पहला तरीका है खाने को स्टीम करके खाएं। इससे पोषक तत्वों को कम नुकसान होता है। सब्जी, चिकन, मछली को स्टीम करना एक अच्छा विकल्प है।
- बेकिंग तकनीक के जरिए भी आप पोषक तत्वों को बचा सकते हैं। बेकिंग में तेल का इस्तेमाल कम होता है, इसलिए डिश हेल्दी बनती है। सब्जी, मीट, अनाज जैसे खाद्य पदार्थों को पकाने के लिए बेक किया जा सकता है।
- ग्रिलिंग प्रक्रिया के जरिए, पोषक तत्वों का नुकसान कम होता है। ग्रिलिंग से खाने में एक स्मोकी फ्लेवर आता है और स्वाद भी बढ़ता है।
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