कान में पियर्सिंग के छेद से बदबू क्यों आती है? हमारी बॉडी से एक पदार्थ निकलता है जिसे हम सीबम कहते हैं, ये स्किन को नमी देने का काम करता है लेकिन जब ये सीबम डेड स्किन सैल्स के साथ मिल जाता है तो बैक्टीरिया पनपने लगते हैं जिसके चलते बदबू आती है। आपको बदबू के साथ डिसचार्ज निकलने का अहसास भी होगा जिसमें बदबू भी शामिल होगी। ऐसा होने पर आप सबसे पहले तो कान में पहनी हुई ज्वैलरी निकाल दें। ज्वैलरी को गुनगुने पानी और साबुन से साफ करें। आप ग्लिसरीन सोप से साफ कर सकते हैं। साबुन से कान की पियर्सिंग वाला हिस्सा और ज्वैलरी साफ करने के बाद अब आप कुछ घरेलू उपायों की मदद से बदबू से राहत पा सकते हैं, इस लेख में हम ऐसे 5 घरेलू नुस्खों पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. पियर्सिंग के छेद से बदबू आ रही है तो इस्तेमाल करें तुलसी (Basil)
ईयर पियर्सिंग से स्मेल आ रही हो तो आप तुलसी का इस्तेमाल करें। तुलसी में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं जिससे स्मेल चली जाती है। अगर कान के छेद में इंफेक्शन है तो वो भी ठीक होता है।
इस्तेमाल का तरीका:
- तुलसी की पत्तियों को धो लें।
- पत्तियों का पेस्ट बना लें और कान के छेद या पियर्सिंग वाले छेद में लगा लें।
- अब आधे घंटे के लिए छोड़ दें।
- गुनगुने पानी से एरिया को धोकर सूखने दें।
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2. कान में इंफेक्शन या छेद से बदबू आने पर इस्तेमाल करें नीम (Neem)
कान के छेद से बदबू आए तो नीम का इस्तेमाल करें। नीम में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। जिन लोगों को कान के छेद से पस निकलने की समस्या होती है उनके लिए भी नीम फायदेमंद है। डॉ मनीष ने बताया कि अगर आपके कान के छेद में इंफेक्शन है तो आप नीम की पत्ती के साथ लगी पतली डंडी को कान में छेद में डाल सकते हैं, इससे इंफेक्शन नहीं होता, या घर पर ज्वैलरी की जगह आप नीम पत्ती की डंडी को पहन सकते हैं।
इस्तेमाल का तरीका:
- नीम की पत्तियों को साफ करें।
- अब एक कप पानी में पत्तियों को उबाल लें।
- पांच मिनट बाद गैस बंद कर दें।
- अब पत्तियों का पेस्ट तैयार कर लें।
- इस पेस्ट को उस हिस्से में लगा लें जहां से बदबू आ रही है।
- अब 30 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
3. कान के छेद से बदबू मिटाए हल्दी (Turmeric)
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-वायरल गुण होते हैं। हल्दी लगाने से इंफेक्शन खत्म होता है। अगर आपके कान के छेद से बदबू आ रही है तो हल्दी का इस्तेमाल करें। हल्दी से उस हिस्से में पनप रहे बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे।
इस्तेमाल का तरीका:
- एक टीस्पून हल्दी लें और उसमें पानी मिला लें।
- अब उस पेस्ट को इफेक्टेड एरिया में लगाकर छोड़ दें।
- सूखने के बाद आप पानी से धोकर एरिया को सुखाएं।
4. कान के छेद से बदबू आने पर लगाएं टी ट्री ऑयल (Tea tree oil)
टी ट्री ऑयल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। टी ट्री ऑयल से जलन, सूजन, खुजली से निजात मिलता है। आप पियर्सिंग वाले हिस्से में टी ट्री ऑयल एप्लाई कर सकते हैं। टी ट्री ऑयल को हमेशा कैस्टर ऑयल में डायल्यूट करके लगाएं।
इस्तेमाल का तरीका:
- एक टीस्पून नारियल का तेल लें।
- तेल में 2 बूंद टी ट्री ऑयल की मिलाएं।
- दोनों को अच्छी तरह से मिक्स कर दें।
- अब इफेक्टेड एरिया में लगाकर छोड़ दें।
- आधे घंटे बाद गुनगुने पानी से धोकर सुखा लें।
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5. ईयर पियर्सिंग से बदबू आने पर इस्तेमाल करें एलोवेरा जेल (Aloevera gel)
एलोवेरा जेल में औषधीय गुण होते हैं। अगर स्किन में जलन या खुजली है तो एलोवेरा से ठीक होती है। एलोवेरा एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक भी होता है और कान के छेद से बदबू बैक्टीरिया की ग्रोथ के कारण ही आती है इसलिए बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए आप इफेक्टेड एरिया में एलोवेरा जेल लगाएं।
इस्तेमाल करने का तरीका:
- ठंडे पानी में एलोवेरा के पत्ते को 15 मिनट के लिए भिगोकर रखें।
- अब 15 मिनट बाद पत्ते से जेल निकाल लें।
- जेल को कान के छेद में एप्लाई करें।
- 30 मिनट बाद गुनगुने पानी से धो लें।
- आप इस नुस्खे को रोज अपना सकते हैं।
इन उपायों से आप कान के छेद की बदबू के साथ आर्मपिट स्मैल या शरीर के अन्य हिस्से से आ रही बदबू से भी निजात पा सकते हैं।
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