एक इंसान के शरीर को मजबूत प्रतिरोदक प्रणाली की जरूरत होती है फ्लू, रोग पैदा करने वाले वायरस के साथ ही बैक्टीरिया से लड़ने तके लिए,क्योंकि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में किसी भी वायरस से संक्रमित होने का जोखिम ज्यादा रहते है। साथ ही ऐसे लोग दूसरों की तुलना में अधिक गंभीर रूप से बीमार होते हैं। जिसके लिए हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली बेहद मजबूत है। इससे हमें स्वस्थ जीवन जीने में मदद मिलेगी। आज दुनियाभर में कोविड-19 के कहर को देखते हुए यह और भी जरूरी हो जाता है कि हम अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करने के उपाय अपनाएं। फिट रहने और प्रतिरक्षा को मजबूत बनाए रखने के लिए, हमें चीजों कुछ खास चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है।
नियमित रूप से व्यायाम करें और स्वस्थ भोजन की आदत डालें। पारंपरिक भारतीय चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियों और मसालों के बारे में बताया गया है जो प्राकृतिक तरीके से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। साथ ही वे पाचन में सुधार और बेहतर मानसिक सेहत जैसे अन्य लाभ भी देते हैं। ऐसे में इन मसालों और जड़ी-बूटियों को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए।
हल्दी
हर किसी को उनके बड़े बुजुर्ग अक्सर बीमार या चोटिल होने पर हल्दी दूध पीने की सिफारिश क्यों की है? ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करती है और इसमें उपचारात्मक गुण भी विद्यमान हैं। हल्दी आसानी से उपलब्ध है और इसे भोजन में रंग और स्वाद बढ़ाने के लिए मिलाया जाता है। यह खून के प्रवाह में सुधार कर शरीर को हृदय रोगों से भी बचाने में मदद करता है।
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लहसुन
रसोई में सबसे अधिक उपलब्ध जड़ी बूटियों में से एक है लहसुन। यह कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए जाना जाता है। इसमें रोगाणुरोधी, एंटीबायोटिक, और एंटी इंफ्लामेटरी गुण मौजूद हैं। अपने दैनिक आहार में लहसुन की कलियों को शामिल करना आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। लहसुन भी दिल का दौरा पड़ने के जोखिम को कम करता है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए जाना जाता है। बेहतर प्रतिरक्षा, हृदय स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए लहसुन पर भरोसा कर सकते हैं। लहसुन शरीर में इम्यूनिटी सेल्स फंक्शन में सुधार करने में मदद कर सकता है। साथ ही जुकाम और फ्लू के खतरे को कम करने में भी मददगार साबित हो सकता है।
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अदरक
अदरक एक ऐसी जड़ी बूटी हौ जिसे आमतौर पर हर घर में भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हर कोई अदरक वाली चाय के स्वाद से भला कैसे अनजान हो सकता है। पर अदरक यह स्वाद के साथ सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी है। अदरक सूजन को कम करती है। इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण हैं जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए काफी मददगार होती है। पेट में किसी भी तरह की तकलीफ हो या मतली आ रही हो, ऐसे मेंभी अदरक का सेवन किया जा सकता है।
अश्वगंधा
आयुर्वेद के अनुसार, अश्वगंधा जो एक छोटा पौधा है, सूजन को कम करने और इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में मदद करता है। माना जाता है कि अश्वगंधा शरीर को तनाव को मैनेज करने में भी मददगार साबित होता है। यह तनाव देने वाले कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को कम करता है।
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गिलोय
यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी रक्त को शुद्ध करने और रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने के लिए जानी जाती है। गिलोय के एंटीऑक्सीडेंट गुण इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही पाचन में भी सुधार करते हैं तो अब यह जान लीजिए कि अगर आप हेल्दी लाइफ जीना चाहती हैं, तो इसके लिए इम्यूनिटी बढ़ाना बहुत जरूरी है।
जड़ी-बूटियों को सेहत का खजाना कहना गलत नहीं होगा। हर जड़ी-बूटी अपने भीतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के कई गुण समेटे हुए है।
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