कोरोनावायरस के कारण लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को बहुत नुकसान हुआ है। लोगों के स्ट्रेस में इतनी बढ़ोतरी हुई है कि उनके सोचने की शक्ति और काम करने की गुणवक्ता पर भी फर्क पड़ा है। हर कोई लगातार वर्क फ्रॉम होम के मोड में है और दिन रात हैरान-परेशान हो कर काम किया जा रहा है। ऐसे में बहुत से लोग अपने अंदर ध्यान और कंसंट्रेशन की कमी महसूस कर रहे हैं। ध्यान और कंसंट्रेशन की कमी (Treatment of low concentration with Ayurveda)कोई ऐसी चीज नहीं है, जिसके लिए लोगों को दवाइयों की जरूरत हो। इस परेशानी को ठीक करने के लिए बस जरूरी है कि आप योग करें और कुछ आयुर्वेदिक चीजों की (Ayurvedic Techniques to Improve Concentration) मदद लें। आज हम आपको ऐसे ही कुछ आयुर्वेदिक जुड़ी बूटियां के बारे में बताएंगे, जो कि आपका कंसंट्रेशन बढ़ा सकता है। तो आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से।
ध्यान और कंसंट्रेशन बढ़ाने में फायदेमंद हैं ये 3 हर्ब्स (Herbs to Improve Concentration)
1.सेज के पत्ते
सेज के पत्ते को तेज पत्ता के नाम से भी जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम साल्विया ऑफिसिनैलिस (Salvia officinalis) है और यह मिंट के परिवार से संबंधित है। इसे ज्यादातर लोग मसाले के तौर पर इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह गुणकारी औषधि की तरह भी काम कर सकता है। शोध बताते हैं कि वयस्कों में प्रभावशाली संज्ञानात्मक-वृद्धि के लिए प्रभावशाली हर्ब है। वहीं ये स्वस्थ युवा और वयस्कों में मनोदशा, सतर्कता, ध्यान, स्मृति और याद करने की प्रक्रिया में सुधार लाता है। साथ ही ये आपके मानसिक थकान में कमी लाने और सतर्कता बढ़ाने में भी मदद करते हैं। वहीं इसका एंजाइम, जो एसिटाइलकोलाइन को तोड़ता है, एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मस्तिष्क समारोह में स्मृति, ध्यान और प्रेरणा सहित महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तो आपको इन तमाम गुणों को ध्यान रखते हुए सेज की पत्तियों की चाय बना कर पीना चाहिए या इसके तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
इसे भी पढ़ें : पेट के अल्सर से लेकर त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद हो सकता है मुलेठी, शहद और मिश्री का कॉम्बीनेशन
टॉप स्टोरीज़
2. पुदीना
पुदीना एक ऐसा हर्ब है, जो कि कई सारे औषधीय गुणों की भरमार है। ये ऊर्जा, मनोदशा, एथलेटिक प्रदर्शन और सतर्कता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि पेपरमिंट एसेंशियल ऑयल लगाने से थकान कम होती है और सतर्कता, याददाश्त और ऊर्जा बढ़ जाती है। एक अध्ययन जिसमें 144 लोग शामिल थे, जिसमें पाया कि पेपरमिंट ऑयल के सुगंध के संपर्क से सतर्कता और स्मृति में सुधार होता है। वहीं ये मूड बूस्टर की तरह भी काम करता है। जो लोग सुबह-सुबह अनएक्टिव मोड में रहते हैं, उनके मूड को पुदीना एक्टिवेट कर सकता है। ऐसे में आप सुबह-सुबह अपने पहली चाय पुदीने की पत्तियों के साथ मिला कर बना सकते हैं। वहीं आप चाहें, तो नाश्ते में पुदीने की चटनी को भी सम्मिलित कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें : इंफ्लेमेशन को कम करने से लेकर त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद है सरू (Cypress), जानें इसका उपयोग
3.रोजमैरी
पेपरमिंट की तरह, रोजमैरी संज्ञानात्मक प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है। वहीं सुबह की पहली चाय में इसका सेवन करना आपको ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाने का काम करता है। वहीं बहुत से लोग सिर दर्द में इसके तेल का भी इस्तेमाल करते हैं। दरअसल इसका आपके मस्तिष्क पर सीधा प्रभाव पड़ता है। एक अध्ययन में पाया गया कि मेंहदी के तेल के संपर्क में आने से लोगों के मूड में बदलाव आया जिससे उनके संज्ञानात्मक कार्यों में बेहतर प्रदर्शन हुआ, जिसमें गति और सटीकता आदि भी शामिल थी।
इन तीनों जड़ी बूटियों की खास बात ये भी है कि ये सिर्फ ध्यान और कंसंट्रेशन बढ़ाने में भी मदद नहीं करते बल्कि ये आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। ये स्ट्रेस में कमी लाते हैं और शरीर में होर्मोनल संतुलन को भी ठीक रखते हैं। वहीं ये आपके पाचनतंत्र को भी ठीक रखने का काम करते हैं।
Read more articles on Ayurveda in Hindi