अगर आपको लीवर कैंसर से बचना है तो अपनी खुराक में विटामिन-ई को शामिल कर लीजिए। हाल ही में चीन में हुए एक शोध से पता चला है कि भोजन या दवाओं से जरिये ली गई विटामिन-ई की खुराक, लीवर कैंसर के खतरे को कम कर देती है। लिवर, शरीर का एक अभिन्न अंग होता है। आहार के जरिए लिया गया विटामिन ई आपको लिवर कैंसर से बचाता है। यह बात शोध में भी साबित हो चुकी है। विटामिन ई से लिवर कैंसर की आशंका समाप्त होती है।
लीवर कैंसर से बचाता है विटामिन ई
विटामिन-ई चर्बी में घुलनशील होती है और यह एक एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करती है। विटामिन ई लाल रक्त कोशिकाओं को बनाता है और इसकी कमी से बच्चों में खून की कमी हो सकती है। विटामिन के रक्तस्राव रोकने में अहम भूमिका निभाता है।नेशविले के वेंडरबिल्ट विश्वविद्यालयकी इस शोध से यह पता चलता है कि भोजन या दूसरी खुराकों के जरिए ज्यादा मात्रा में विटामिन-ई के सेवन से चीन में अधेड़ उम्र और बुढ़ापे में लीवर कैंसर का खतरा कम हो जाता है।शरीर में सेल मेमब्रेन वे परत होती हैं जो ब्लड सेल्स को बनाएं रखने के उनके ऊपर चढ़ी होती हैं। यदि शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो यह परत धीरे–धीरे कमजोर पड जाती हैं, और बाद में ब्लड सेल्स के बनने में मदद नहीं कर पाती। जिस कारण शरीर में खून की कमी हो सकती है।
लीवर कैंसर के कारण
लीवर की घातक बीमारी हेपेटाइटिस बी तथा सी के कारण ही नहीं, बल्कि शराब के बढ़ते सेवन तथा मोटापे के कारण होने वाली लीवर की प्रमुख बीमारी ‘फैटी लीवर’ से भी हो जाती है। एनएएफएल लीवर की गंभीर बीमारियों का एक प्रमुख कारण है जो मोटापा, जंक फूड के सेवन, कसरत न करने, मधुमेह तथा कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा से हो सकता है।जीवनशैली में बदलाव के कारण अगर क्षति पर नियंत्रण नहीं किया जाता है, तो इससे लीवर सिरोसिस हो सकता है, जिसके लिए लीवर प्रत्यारोपण एकमात्र उपाय है।
विटामिन ई से मिलने वाले अन्य लाभ
विटामिन ई की कमी डायबिटीज का खतरा बढ़ा देती है।ब्रेस्ट कैंसर की रोकथाम में भी यह उपयोगी है।इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।विटामिन ई बाल झड़ने के लिए ली जाने वाली दवाइयों के साइड इफेक्ट को भी कम करता है।एलर्जी की रोकथाम में भी उपयोगी है।बच्चों में यह कंकाल तंत्र के विकास के लिए जरूरी है।शरीर में विटामिन ए और के के भंडारों का रखरखाव करता है।यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है।लेकिन जिनमें विटामिन 'के' की कमी हो, को भी विटामिन ई का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए
विटामिन ई के हाई डोज लेना हानिकारक हो सकता है। शरीर में इसकी अधिकता से इंटरनल ब्लीडिंग का खतरा पैदा हो जाता है। इसलिए विटामिन ई के सप्लीमेंट बिना डॉक्टर की सलाह के कतई न लें।
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