छोटे बच्चों को ज्यादा होता है "हाथ, पैर और मुंह की बीमारी" (HFMD) का खतरा, जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव

हाथ, पैर और मुंह की बीमारी एंटरोवायरस संक्रमण के कारण फैलते हैं जो आपको कई तरह के लक्षण दिखा सकते हैं, जानें क्या है कारण, लक्षण और बचाव।
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छोटे बच्चों को ज्यादा होता है "हाथ, पैर और मुंह की बीमारी" (HFMD) का खतरा, जानें इसके लक्षण, कारण और बचाव


हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (Hand, Foot, and Mouth Disease) एक ऐसी समस्या है जो संक्रमण के कारण फैलती है, इस बीमारी के लिए एंटरोवायरस पूरी तरह से जिम्मेदार होता है। आमतौर पर इस तरह के वायरस दूषित पानी और गंदगी के कारण होता है जो सीधे आपके हाथ, पैर और मुंह के संपर्क में आते हैं। जिसके कारण ये धीरे-धीरे शरीर को अपना शिकार बना लेते हैं। हालांकि एक्सपर्ट का कहना है कि इस हाथ-पैर और मुंह की बीमारी के लिए कोई अलग से विशेष इलाज का विकल्प नहीं है लेकिन इसके लिए कई ऐसे बचाव के तरीके है जिसके जरिए आप इससे बचे रह सकते हैं। आपको बता दें कि इस हाथ, पैर और मुंह की बीमारी का खतरा ज्यादातर बच्चों में होता है, हालांकि ये बच्चे, बड़े और बुजुर्ग हर किसी को अपना शिकार बना सकता है। कई लोगों को इस बीमारी के दौरान इसके लक्षण को पहचानने और इसके कारण को लेकर काफी परेशानी होती है, जिसके कारण वो कई दूसरी चीजें समझने लगते हैं। लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम आपको इस लेख के जरिए हाथ, मुंह और पैर की बीमारी (Hand, Foot, and Mouth Disease) के बारे में सभी जानकारी देंगे। इस विषय पर हमने बात की डॉ. अनार सिंह आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष , शल्य तंत्र की डॉक्टर राखी मेहरा से। 

HFMD

हाथ, पैर और मुंह की बीमारी के लक्षण क्या है (Symptoms OF Hand, Foot And Mouth Disease In Hindi)

एक्सपर्ट और डॉक्टर राखी मेहरा का कहना है कि इस अलग सी बीमारी के लिए शरीर में कई तरह के लक्षण और संकेत दिखाई दिए जा सकेत हैं। लेकिन शुरुआती दौर में इस बीमारी को जानना हर किसी के लिए मुश्किल भरा होता है। अक्सर लोगों को ये लगता है कि ये हाथ, पैर और मुंह की ये समस्या किसी एलर्जी के कारण हुई है। इसकी वजह है कि लोगों को इस बीमारी के लक्षण के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इसके लिए जरूरी है कि आप सभी लक्षणों को जरूर जानें। इसमें:

  • तेज बुखार।
  • खुद में थकावट महसूस करना।
  • भूख न लगने जैसे आम संकेत।
  • त्वचा पर लाल दाने, लालिमा, खुजली और जलन।
  • हथेली और तलवे बुरी तरह से प्रभावित होना।
  • त्वचा को लेकर चिड़चिड़ापन
  • मुंह में लंबे समय तक छाले।

कारण (Causes)

हाथ-पैर और मुंह की बीमारी का सबसे बड़ा कारण कॉक्ससैकीवायरस संक्रमण है, इसे नॉनपोलियो एंटोवायरस के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, कुछ प्रकार के एंटरोवायरस कभी-कभी हाथ-पैर और मुंह की बीमारी का कारण बनते हैं, जिसके कारण शरीर के ज्यादातर हिस्सों में इसके लक्षण दिखाई देते हैं। क्योंकि ये धीरे-धीरे आपके शरीर में फैलने लगता है। इतना ही नहीं आपको जानकर हैरानी होगी कि हाथ, पैर और मुंह की ये बीमारी किसी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है। दूसरी ओर जो लोग गंदगी में काम करते हैं उन लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है, इसके लिए स्वच्छता का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। 

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कितने समय तक रह सकती है हाथ, पैर और मुंह की बीमारी

ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल होता है कि इस बीमारी की अवधि क्या है यानी ये अगर किसी को अपना शिकार बनाती है तो ये कितने समय तक मरीज के साथ रह सकती है। इस सवाल पर डॉक्टर राखी मेहरा का कहना है कि वैसे तो इस संक्रमण की चपेट में आने के बाद करीब 2 से 3 दिनों के अंदर ही लोगों को इसके लक्षण नजर आने लगते हैं। लेकिन जब इसके लक्षण दिखने लगते हैं और जांच में ये पुष्टि होती है कि ये हाथ, पैर और मुंह की बीमारी है। तो ऐसे में ये बीमारी अपने पहले हफ्ते में हल्के लक्षणों के साथ आपके सामने आ सकती है। जिसे आप कई बार नजरअंदाज भी कर सकते हैं। लेकिन अगर इसके लिए आप डॉक्टर से संपर्क नहीं करते तो ये धीरे-धीरे आपके श्वसन में पहुंच कर आपको 2 से 8 हफ्तों तक परेशान कर सकता है। इस दौरान जरूरी होता है कि आप समय पर डॉक्टर से संपर्क करें और खुद की स्थिति के बारे में बताएं। वहीं, अगर आप इसे लापरवाही के साथ रखते हैं तो ये गंभीर स्थिति में भी डाल सकता है। 

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वयस्कों या बुजुर्गों में इसका कितना खतरा?

डॉक्टर राखी मेहरा का कहना है कि हाथ, पैर और मुंह की ये बीमारी किसी को भी अपना शिकार बना सकती है जो लोग साफ-सफाई से दूर रहते हैं। लेकिन अगर बात की जाए कि ये वयस्कों या बुजुर्गों के लिए कितनी खतरनाक है या इसका कितना खतरा है। तो ज्यादातर ऐसे मामलों में काफी दिन तक लक्षण नहीं दिखाई दिए जा सकते। लेकिन अगर बहुत दिनों तक आपका खाना-पीना और जीवनशैली उस संक्रमण के साथ रहेगी तो इसके कारण आपको कुछ समय के बाद लक्षण नजर आ सकते हैं। लेकिन अगर सीधे तौर पर कहा जाए तो हाथ, पैर और मुंह की ये बीमारी बच्चों को ज्यादा अपना शिकार बनाती है। 

इलाज (Treatment)

एक्सपर्ट के मुताबिक, एचएफएमडी (Hand, Foot, And Mouth Disease) का सीधे तौर पर कोई विशेष उपचार नहीं है लेकिन कुछ एंटीबायोटिक्स और जीवनशैली में कुछ अहम बदलावों की मदद से इससे छुटकारा पाया जा सकता है। इसके साथ ही इसमें जरूरी है कि आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाए रखें जिससे आप इस बीमारी को फैलाने वाले वायरस को मात दे सकें। साथ ही जरूरी है कि डॉक्टर के बताए गए नियमों का पालन जरूर करें और दवाएं लें। 

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बचाव के तरीके (Preventions)

खाना खाने से पहले हाथ धोएं

बच्चों में ये आदत डालनी बहुत जरूरी है कि वो हमेशा खाना खाने से पहले अपने हाथ जरूर धोएं। इससे उनके हाथों में मौजूद कई प्रकार के बैक्टीरिया-वायरस को मारा जा सकता है और उनके शरीर में जाने से बचाया जा सकता है। आप अपने बच्चों को खाने से पहले साबुन और पानी से हाथ धोने की सलाह दें। 

साफ कपड़ें जरूरी

गर्मी हो या सर्दी कई दिनों तक कपड़े पहने रहने के कारण आप कई तरह के संक्रमण की चपेट में आने लगते हैं। ये आदत आपको और आपके बच्चे को बीमारी बना सकती है। इसके लिए जरूरी है कि आप रोजाना साफ और धुले हुए कपड़े ही पहनें। 

स्वच्छता का ख्याल रखें

जैसा कि पहले बताया गया कि इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है गंदगी, जिसके कारण आप इसकी चपेट में आसानी से आ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने घर और बाथरूम को अच्छी तरह से साफ रखें। इससे आप किसी भी संक्रमण से आसानी से बचे रह सकते हैं। इसके साथ ही जरूरी है कि आप बाहर खाने-पीने से बचे रहे, क्योंकि ये खानपान आपके लिए दूषित हो सकता है। 

(इस लेख में दी गई जानकारी डॉ. अनार सिंह आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष , शल्य तंत्र की डॉक्टर राखी मेहरा से बातचीत पर  आधारित है)।

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