
शरीर में मौजूद गुड कोलेस्ट्रॉल भले ही हृदय रोग के खतरे को कम करता हो, लेकिन इसकी अधिक मात्रा आपके लिए खतरनाक भी साबित हो सकती है। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि गुड कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा ब्रेस्ट कैंसर की आशंका को बढ़ाती है।0
शोधकर्ताओं ने बताया कि गुड कोलेस्ट्रॉल यानी हाई डेन्सिटी लिपोप्रोटीन (एचडीएल) की अधिकता ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं को फैलने में मदद करती है। थॉमस जेफरसर यूनिवर्सिटी के प्रमुख रिसर्चर फिलिप फ्रैंक ने कहा कि यदि हमें एचडीएल रिसेप्टर की गतिविधियों को रोकने में कामयाबी मिल जाएं तब एचडीएल से खतरा नहीं होगा।
फिलिप फ्रैंक और उनके सहयोगियों ने शोध के दौरान एचडीएल का संपर्क ब्रेस्ट कैंसर वाली कोशिकाओं से कराया। संपर्क कराने के बाद उन्होंने पाया कि उसमें मौजूद रिसेप्टर एसआर-बीआई के संपर्क में आते ही कोशिकाएं अधिक सक्रिय हो गई।
इसके बाद शोधकर्ताओं ने इस रिसेप्टर को बीएलटी-1 नामक दवा से ब्लॉक किया और पाया कि इसे ब्लॉक करने के बाद कोशिकाओं से लड़ने वाले प्रोटीन सक्रिय हो जाते हैं। इस तरह शोध से पता चला कि एचडीएल ब्रेस्ट कैंसर की कोशिकाओं के बढ़ने में सहायक है।
ब्रेस्ट कैंसर और गुड कोलेस्ट्रॉल से संबंधित यह शोध ब्रेस्ट कैंसर रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हो चुका है। अधिकतर लोग शरीर का वजन कम करने और हृदय रोग के खतरे को कम करने के लिए 'गुड कोलेस्ट्रॉल' से भरपूर आहार का सेवन करते हैं।
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