ऊंचा सुनने या बहरेपन की समस्या बढ़ती उम्र में सताती है। लेकिन, कई बार कम उम्र के लोग भी इससे पीडि़त होते हैं।
काफी लंबे समय से वैज्ञानिक इसका इसका कारण पता करने में लगे हैं। लेकिन, अब ऐसा लगता है कि वे कामयाबी के बेहद करीब पहुंच गये हैं।
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने इनसान में मौजूद ऐसे जीन का पता लगाया है जो युवावस्था में बहरेपन का जिम्मेदार है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह जीन कान में मौजूद इंहिबिटर 'एसइआरपीआईएनबी 6' को नुकसान पहुंचाता है। यह इंहिबिटर कान में मौजूद कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से रोकता है। इसलिए जब हसे नुकसान होता है, तो सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है।
मोनाश और मेलबर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने मिलकर यह अध्ययन किया है। शोधकर्ता यह पता नहीं लगा सके हैं कि एसइआरपीआइएनबी 6 इंहिबिटर किस तरह बहरेपन का कारण बनता है।
Read More Articles On Health News In Hindi