
आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में औषधीय पौधों और जड़ी-बूटियों का विशेष महत्व होता है, जिनके गुणों के अनुसार रोगों और समस्याओं का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद में गंभारी के पौधे का इस्तेमाल भी कई समस्याओं को दूर करने में किया जाता है। खासकर, गंभारी की छाल का उपयोग विभिन्न शारीरिक और मानसिक विकारों के उपचार में किया जाता है। इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में विशेष रूप से महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लाभदायक माना गया है। गंभारी का पौधा अपनी छाल, पत्तियों, फूलों और फलों के औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इस औषधीय पौधे के एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो सेहत के लिए अनेक प्रकार से लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा गंभारी पेड़ की छाल के फायदे और इसके उपयोग के तरीकों के बारे में बता रहे हैं।
गंभारी छाल के फायदे
1. महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
गंभारी की छाल का उपयोग महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है। यह छाल मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को कम करने, अनियमित मासिक धर्म चक्र को संतुलित करने और प्रसव के बाद शरीर की ताकत को बढ़ाने में मदद करती है। साथ ही, यह छाल गर्भाशय की समस्याओं को दूर करने में भी सहायक होती है।
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2. पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक
गंभारी की छाल का उपयोग पाचन तंत्र के सुधार के लिए किया जाता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है और पेट से संबंधित समस्याओं जैसे कि गैस, कब्ज और अपच को दूर करने में मदद करती है। आयुर्वेद में, इसे पाचन शक्ति को बढ़ाने और भूख बढ़ाने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

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3. हड्डियों की मजबूती में सहायक
गंभारी छाल में कैल्शियम और अन्य खनिजों की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है। महिलाओं में उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की कमजोर जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में गंभारी छाल का सेवन हड्डियों को मजबूत बनाए रखने और उम्र बढ़ने के बावजूद हड्डियों को स्वस्थ रखने में सहायक हो सकता है।
गंभारी की छाल का उपयोग कैसे करें?
- गंभारी की छाल का उपयोग कई तरीकों से किया जा सकता है। इसका पाउडर बनाकर, काढ़ा तैयार करके या तेल में मिलाकर इसे उपयोग किया जा सकता है।
 - गंभारी की छाल का काढ़ा तैयार करने के लिए इसे पानी में उबालें और सुबह-शाम इसका सेवन करें। यह पाचन तंत्र और महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
 - गंभारी की छाल का पाउडर बनाकर इसे नारियल या तिल के तेल में मिलाकर त्वचा पर लगाएं। इससे त्वचा के रोगों में लाभ मिल सकता है।
 - गंभारी की छाल का चूर्ण बनाकर शहद या पानी के साथ इसका सेवन करें। यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है।
 
निष्कर्ष
गंभारी पेड़ की छाल आयुर्वेद में एक जरूरी औषधि है, जिसका उपयोग अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जाता है। हालांकि, किसी भी आयुर्वेदिक उपचार को अपनाने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरूर लें ताकि सही तरीके से और सही मात्रा में इसका उपयोग किया जा सके। गंभारी की छाल को अपने जीवन में शामिल कर आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं।
All Images Credit- Freepik
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