हम जो कुछ भी खाते हैं, उसे पचाने के लिए हमारे शरीर को लगभग 1 से 1.30 घंटे लगते हैं। नाश्ते में खाया हुआ ब्रेड आमलेट पच भी नहीं पाता है और हम फिर कुछ खा लेते हैं। दो खानों के बीच का गैप ठीक न होने की वजह से पेट दर्द, गैस, पेट में मरोड़ जैसी बीमारियां होती हैं। जो लोग नाश्ता, लंच और डिनर ठीक तरीके से करते हैं उन्हें भी पाचन संबंधी समस्याएं हो जाती है। ऐसे में कई लोगों के मन में सवाल रहता है कि खाना खाने के बाद कौन सा फल चाहिए, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं न हों।
इसे भी पढ़ेंः वजन घटा सकता है फिश ऑयल (मछली का तेल), जानें सेवन का तरीका और फायदे
खाने के बाद करें इन फलों का सेवन
पपीता - Papaya
नाश्ता, लंच और डिनर के बाद अगर आपका कोई फल खाने का मन करता है, तो आप पपीते का सेवन कर सकते हैं। पपीता फाइबर और प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है। खाने के बाद पपीता खाने से डाइजेशन सिस्टम मजबूत बनता है। नियमित तौर पर पपीते का सेवन करने से पाचन संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं।
सेब - Apple
खाना खाने के बाद सेब का सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। सेब में प्रोटीन, फाइबर और विटामिन्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। नियमित तौर पर सेब का सेवन करने से पेट में दर्द, कब्ज और डाइजेशन की समस्या से राहत पाई जा सकती है। हालांकि रात में डिनर के बाद सेब का सेवन नहीं करना चाहिए।
इसे भी पढ़ेंः बच्चों में विटामिन डी की कमी के क्या कारण हो सकते हैं? जानें इसे पूरा करने के 5 उपाय
अमरूद - Guava
खाना खाने के बाद अमरूद का सेवन करना भी लाभकारी होती है। अमरूद विटामिन सी का अच्छा सोर्स है, जो डाइजेशन को बेहतर बनाने का काम करता है। अमरूद में पाए जाने वाले पोषक तत्व पाचन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करते हैं। आप चाहें तो अमरूद का सलाद बनाकर भी सेवन कर सकते हैं।
संतरा - Orange
खाना खाने के बाद पेट के भारीपन, अपच और गैस जैसी समस्याओं से राहत पाने के लिए संतरे का सेवन करने की सलाह दी जाती है। संतरा विटामिन सी और फाइबर का सोर्स माना जाता है। खाना खाने के कुछ देर बात संतरे के साथ काले नमक का सेवन करने से ये भोजन को तेजी से पचाने में मदद करता है। 45 से 50 साल की उम्र के बाद कई लोगों का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। ऐसे में उन्हें रोजाना खाने के बाद संतरा खाने की सलाह दी जाती हैं। आप चाहें तो संतरे के जूस को भी डाइट में शामिल करके पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पा सकते हैं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version