बचपन से मैंने शायद एक ही किस्म का तेल अपने खाने में शामिल किया है। मैंने कभी तेल को लेकर एक्सपेरिमेंट नहीं किए। जो शुरू से खाती आई हूं, वही आज भी खा रही हूं। मार्किट में इतनी तरह के तेल आ गए हैं कि हेल्थ के लिए चुनना मुश्किल हो जाता है। आज हम आपको कुछ इन्हीं नए तेल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें शायद आपको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए, लेकिन एक्सपर्ट की राय लेने के बादः
सूरजमुखी का तेल
यह तेल सूरजमुखी के बीज से निकाला जाता है। इसमें विटामिन ई की मात्रा पाई जाती है, जिसकी वज़ह से इसे कॉस्मेटिक्स के उत्पादों में भी इस्तेमाल किया जाता है। सूरजमुखी का तेल मोनोअनसैचूरेटेड और पॉलीअनसैटचूरेटेडफैटी एसिड का मिश्रण होता है। इसका स्मोक पॉइंट भी ज़्यादा होता है, जिसकी वज़ह से सूरजमुखी का तेल पोषक तत्वों में हाई तापमान पर रहता है। इसलिए इस तेल को समोसा, चिप्स और सब्जियों को डीप फ्राई करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
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जिन लोगों को डायबिटीज़ की समस्या है, वे सूरजमुखी के तेल का सेवन न करें, क्योंकि इसे खाने में शामिल करने से उनका शुगर लेवल बढ़ सकता है।
नारियल का तेल
यह तेल सैचूरेटेड फैट से भरा होता है। शोध के अनुसार, जो खाना ज़्यादा नारियल के तेल में बना होता है, उससे ब्लड कोलेस्ट्रोल और एलडीएल कोलेस्ट्रोल बढ़ता है। इसके अलावा नारियल का तेल एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रोल भी बढ़ाता है, लेकिन यह तेल हाई तापमान पर अच्छा स्वाद देता है।
मूंगफली का तेल
मूंगफली का तेल अच्छा फैट के कॉम्बिनेशन से तैयार हुआ होता है। इसमें अच्छे मोनोअनसैचूरेटेड और पॉलीसैचूरेटेड फैट पाया जाता है, जो बुरे सैचूरेटेड फैट को कम करने में भी मदद करता है। यह हर प्रकार की कुकिंग में इस्तेमाल किया जा सकता है। ख़ासकर एशियन खाने को पकाने के लिए यह एक बेहतर विकल्प है।
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सरसों का तेल
इस तेल में इरुसिक एसिड 35 से 48 प्रतिशत तक होता है, जिसकी वज़ह से इस तेल को साधारण कुकिंग में इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसका स्मोक पॉइंट काफी ज़्यादा होता है, इसलिए इसे डीप फ्राई के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
कैनोला ऑयल
इंडियन मार्केट में आया यह ताज़ा कैनोला तेल, कैनोला पौधे के बीज़ को क्रश करके तैयार किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह सबसे स्वास्थ्यवर्धक तेल होता है। इसमें बाकी के तेल के मुकाबले सबसे कम सैचूरेटेड फैट पाया जाता है। यह एक स्वास्थ्य विकल्प माना जाता है, जो मोनोअनसैचूरेटेड फैट और ओमेगा-3 फैटी एसिड में काफी हाई होता है। इसका स्मोकिंग पॉइंट मीडियम होता है, जिसकी वज़ह से आप इसे फ्राइंग, बेकिंग और सामग्री को भूनने के लिए इस्तेमाल में ला सकते हैं। मैं इसे भारतीय खाने में बेझिझक इस्तेमाल करती हूं।
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