Colon Cancer Me Kya Khana Chahiye Aur Kya Nahi In Hindi: गंभीर बीमारियों में से एक कोलन कैंसर, जिसको कोलोरेक्टल कैंसर या आंतों के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। यह कैंसर आंतों को प्रभावित करता है। यह समस्या अनहेल्दी लाइफस्टाइल, स्मोकिंग, अल्कोहल का अधिक सेवन करने, जेनेटिक्स या लो फाइबर युक्त फूड्स को खाने के कारण लोगों को कोलन कैंसर की समस्या हो सकती है। इसके कारण लोगों को मल में खून आने, पेट में दर्द होने, कब्ज होने, दस्त होने, ऐंठन होने, थकान होने और उल्टी होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस दौरान लोगों को हेल्दी फूड्स खाने और अनहेल्दी फूड्स को खाने से बचने की सलाह दी जाती है। ऐसे में आइए मेट्रो अस्पताल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, हेपेटोलॉजिस्ट और मोटापा विशेषज्ञ एमडी, डीएम (आईएलबीएस), डॉ. राकेश कुमार जगदीश (Dr Rakesh Kumar Jagdish, MD, DM(ILBS), AASLD Awardee , Gastroenterologist, Hepatologist, and Obesity Specialist) से जानें कोलन कैंसर से पीड़ित लोगों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
कोलन कैंसर की समस्या में क्या खाएं? - Colon Cancer Mein Kya Khana Chahiye In Hindi
एक्सपर्ट के अनुसार, भोजन हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है। अक्सर लोगों को हेल्दी और पोषक तत्वों से युक्त फूड्स को खाने की सलाह दी जाती है, जिनसे शरीर की इम्यूनिटी को बूस्ट करने और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
डेयरी प्रोडक्ट्स खाएं
कोलन कैंसर की समस्या से बचने के लिए कैल्शियम से भरपूर दूध और दही डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे फूड्स को शामिल करें। दही में भरपूर मात्रा में प्रोबायोटिक्स के गुण पाए जाते हैं, जो आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देने में सहायक हैं।
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साबुत अनाज खाएं
कोलन कैंसर की समस्या में स्वास्थ्य को हेल्दी रखने के लिए मैग्नीशियम, फाइबर और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर क्विनोआ, ओट्स, साबुत गेंहू, ब्राउन राइस, साबुत अनाज को डाइट में शामिल करना फायदेमंद है। इससे स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं।
फल और सब्जियां
कोलन कैंसर जैसी बीमारी से बचाव के लिए लोगों को सेब, ब्लूबेरी, रास्पबेरी और स्ट्रॉबेरी जैसी बैरीज, एवोकाडो, ब्रोकोली, गाजर, पत्तेदार सब्जियों, शिमला मिर्च, शकरकंद और टमाटर जैसी विटामिन-सी हेल्दी फैट्स और फाइबर जैसे पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर फल और सब्जियों को डाइट में शामिल करें, इनसे स्वास्थ्य को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
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बीन्स और दालें खाएं
कोलन कैंसर से बचाव करने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन, फाइबर, विटामिन-ई और बी जैसे पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर सोयाबीन, दालें और मटर जैसे बीन्स और दालों को डाइट लेना चाहिए। इनसे शरीर को बीमारियों से बचाव करने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है।
कोलन कैंसर में क्या न खाएं? - Colon Cancer Mein Kya Nahi Khana Chahiye In Hindi
प्रोस्सेड मीट या रेड मीट न खाएं
कोलन कैंसर की समस्या के दौरान लोगों को प्रोस्सेड मीट या रेड मीट को खाने से बचें। इनको प्रजर्व करने के लिए कई तरह के कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में इनका अधिक सेवन करने से कोलन कैंसर की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है।
अल्कोहल न पिएं
कोलन कैंसर की समस्या से पीड़ित लोगों को अल्कोहल का सेवन करने से बचना चाहिए। इसका सेवन करने से गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है।
रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और मीठे फूड्स न खाएं
कोलन कैंसर की समस्या में रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और शुगरी फूड्स को खाने से बचना चाहिए। इनका अधिक सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने, कोलेन कैंसर से जुड़ी समस्याओं को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
निष्कर्ष
कोलन कैंसर की समस्या में लोगों को प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट्स जैसे पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर डेयरी प्रोडक्ट्स, साबुत अनाज, फल, सब्जियों, बीन्स और दालें को डाइट में शामिल करना फायदेमंद है। वहीं, कोलन कैंसर की समस्या में अल्कोहल, प्रोस्सेड मीट या रेड मीट, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और मीठे फूड्स का सेवन करने से बचें। इनका सेवन करने से स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ध्यान रहे, कोलन कैंसर के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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FAQ
कोलन कैंसर के क्या लक्षण हैं?
आंतों में कैंसर यानी कोलन कैंसर की समस्या से पीड़ित लोगों को पेट में दर्द होने, ऐंठन होने, थकान होने, कब्ज होने, दस्त होने, मल में खून आने और उल्टी आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।कोलन कैंसर क्यों होता है?
अधिक स्मोकिंग करने, जेनेटिक्स के कारण, अधिक अल्कोहल का सेवन करने, लो फाइबर डाइट लेने, शरीर में पॉलीप्स बनना और खराब लाइफस्टाइल के कारण लोगों को कोलन यानी आंतों में कैंसर होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।कैंसर के 7 चेतावनी संकेत क्या हैं?
कैंसर की शुरुआत में लंबे समय तक लोगों को शरीर के किसी हिस्से में दर्द होने, ब्लीडिंग की समस्या होने, खांसी होने, यूरिन से जुड़ी समस्या होने, वजन कम होने, आंतों से जुड़ी समस्या होने, लगातार थकान होने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इन संकेतों को नजरअंदाज न करें।