Flaxseed Water Benefits in Pregnancy : प्रेग्नेंसी एक महिला के जीवन का सबसे अनमोल समय होता है। प्रेग्नेंसी के पहले महीने से ही महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes During pregnancy) होते हैं। ऐसी नाजुक स्थिति में महिला के लिए संतुलित आहार और पोषण की आवश्यकता कई गुना बढ़ जाती है। परंपरागत भारतीय परंपरा के अनुसार, प्रेग्नेंसी में महिलाओं को कुछ ऐसे फूड्स खाने की सलाह दी जाती है, जो न सिर्फ मां और गर्भस्थ शिशु की पोषण की जरूरतों को पूरा करें, बल्कि उन्हें बीमारियों से भी बचाएं। इन्हीं में से एक है अलसी (Flax Seeds)।
अलसी से बना अलसी का पानी (Flaxseed Water) यानी फ्लैक्स सीड वाटर प्रेग्नेंसी में कई प्रकार के पोषण तत्वों से भरपूर होता है। प्रेग्नेंसी में महिलाएं असली का पानी पिएं, तो इससे शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से होता है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में असली का पानी पीने के फायदों के बारे में।
प्रेग्नेंसी में अलसी का पानी पीने के फायदे- Flaxseed Water Benefits in Pregnancy
एलांटिस हेल्थकेयर दिल्ली के मैनेजिंग डायरेक्टर, इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट और स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. मनन गुप्ता (Dr. Mannan Gupta, Obstetrician, Gynecologist and Infertility Specialist, New delhi) के अनुसार, प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए असली का पानी तब ज्यादा फायदेमंद होता है, जब इसका सेवन सही मात्रा और सही समय पर किया जाए। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी में अलसी का पानी पीने के फायदों के बारे में।
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1. शिशु के न्यूरोलॉजिकल डेवलपमेंट में मददगार
अलसी के पानी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। ये शिशु के दिमाग और आंखों के विकास में सहायक होता है। प्रेग्नेंसी में अलसी का पानी पीने से शिशु के न्यूरोलॉजिकल डेवलपमेंट तेजी होता है और जन्म के बाद बच्चे का दिमाग तेज होता है।
2. हार्मोन करें बैलेंस
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के हार्मोनल बदलाव होते हैं। अलसी में पाए जाने वाले लिगनन होता है, जो महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बैलेंस करते हैं। डॉ. मनन गुप्ता बताते हैं कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का असंतुलन होता है, जिससे मूड स्विंग्स, थकान और चिड़चिड़ापन की परेशानी होती है। इन समस्याओं को दूर करने में असली का पानी फायदेमंद होता है।
3. संक्रामक बीमारियों को करें दूर
अलसी के बीज में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं अगर एक सीमित मात्रा में असली के बीजों का पानी पिएं, तो इससे वायरल इंफेक्शन, सर्दी, खांसी-जुकाम और मौसमी बीमारियों से लड़ने (Viral Infection) की क्षमता बढ़ती है।
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4. बीपी रखें कंट्रोल
अलसी में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान जिन महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) की परेशानी होती है, उनके लिए भी इन बीजों का पानी फायदेमंद होता है। अलसी का पानी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखता है।
5. कब्ज की समस्या में राहत
प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण कब्ज (constipation) की समस्या आम होती है। अलसी के पानी में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो मल को मुलायम बनाते हैं। इससे मल त्याग की प्रक्रिया आसान होती है और सुबह पेट अच्छे से साफ होता है। प्रेग्नेंसी में अलसी का पानी पीने से कब्ज और पाचन से जुड़ी अन्य परेशानियों को दूर करने में मदद मिलती है।
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अलसी का पानी कैसे बनाएं?- How to Make Flaxseed Water
असली का पानी बहती ही आसान है। आप अलसी के पानी को 5 मिनट में घर पर ही तैयार कर सकते हैं। इन बीजों के पानी की खास बात ये है कि इसे तैयार करने के लिए आपको ज्यादा सामग्री की जरूरत नहीं पड़ती है।
सामग्री
अलसी के बीज- 1 टेबलस्पून (10 ग्राम)
पानी - 1 से 2 कप
नींबू - 1 पीस
बनाने का तरीका
1. एक पैन में 1.5 से 2 कप पानी लें और उसमें अलसी के बीज डालें।
2. इसे धीमी आंच पर 5 से 7 मिनट के लिए उबलने के लिए छोड़ दें।
3. जब पानी गाढ़ा और जेल जैसा हो जाए, तब गैस बंद कर दें।
4. अलसी के बीजों का पानी जब गाढ़ा हो जाए, तो इसे छानकर गिलास में निकालें।
5. सबसे आखिर में आप चाहें तो इसमें नींबू की कुछ बूंदें मिलाकर पी सकते हैं।
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अलसी का पानी कब पीना चाहिए-When should you drink flaxseed water
डॉ. मनन गुप्ता का कहना है कि अलसी का पानी रोजाना सुबह खाली पेट पीना ज्यादा फायदेमंद होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान अगर खाली पेट अलसी का पानी पीने से उल्टी या जी मिचलाने की परेशानी होती है, तो आप खाना खाने से आधा घंटा पहले भी इसका सेवन कर सकते हैं।
प्रेग्नेंसी में अलसी का पानी कितने दिए पिएं-
प्रेग्नेंसी में ज्यादा फायदों के लिए लगातार 2 से 3 सप्ताह तक पिया जा सकता है। कुछ समय तक अलसी का पानी पीने के बाद 10 से 12 दिनों तक ब्रेक लेना चाहिए। इसके बाद महिलाओं को दोबारा डॉक्टर की सलाह पर अलसी का पानी पीना चाहिए।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान अलसी का पानीपीना काफी फायदेमंद होता है। अलसी का पानी मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद होता है। अलसी का पानी कब्ज से राहत, ब्लड प्रेशर नियंत्रण, हार्मोन संतुलन, शुगर नियंत्रण और भ्रूण के विकास में मददगार होता है।
FAQ
प्रेग्नेंसी में अलसी कब नहीं खानी चाहिए?
प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में अलसी के बीज पहली तिमाही में नहीं खाने चाहिए। प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में असली के बीज खाने के ब्लीडिंग हो सकती है, जिससे गर्भपात का खतरा रहता है। वहीं, जो प्रेग्नेंसी में ब्लड थिनर दवाओं का सेवन कर रही हैं, उन्हें भी असली खाने से परहेज करना चाहिए।क्या कच्ची अलसी खाना सुरक्षित है?
कच्ची अलसी खाना किसी भी अवस्था में सुरक्षित नहीं माना जाता है। कच्ची असली में सायनोजनिक तत्व हो सकते हैं जो शरीर में जाकर साइनाइड बना सकते हैं। इसके कारण बीमारियों का खतरा बढ़ता है। इसलिए असली के बीजों को हमेशा भूनकर, पीसकर या उबालकर ही खाना चाहिए।क्या अलसी गर्भस्थ शिशु के लिए फायदेमंद होती है?
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा की गई रिसर्च के अनुसार, प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिलाएं अलसी के बीजों का सेवन करें, तो इससे गर्भस्थ शिशु का विकास तेजी से होता है। अलसी में मौजूद फोलेट, ओमेगा-3 और लिगनन शिशु के मस्तिष्क, आंखों और स्पाइनल कॉर्ड का विकास बेहतर तरीके से करते हैं।