वृद्धावस्था में व्रत

बूढ़े लोग जो की व्रत करना चाहते हैं उनको सावधानी बरतने की भी ज़रूरत है ।
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वृद्धावस्था में व्रत


व्रत का सेहत पर कैसा प्रभाव पडेगा, शायद इस बात पर कम ही लोग विचार करते हैं । ऐसा देखा गया है की व्रत करने से जवान लोगो की अपेक्षा बूढ़े लोगो को ज्यादा फायदा हुआ है । पर इसी के साथ वो लोग जो अधिक उम्र में व्रत रख रहे हैं, उन्हें डॉक्टर को भी दिखाना चाहिए की कहीं कोई ऐसा चिकित्कीय रोग तो उन्हें नहीं है। जो की उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल दे।


नैचुरोपैथ के अनुसार 65से 85 साल की महिलाओं पर शोध किया गया। ऐसी महिलाएं ३० दिन से ज्यादा तक व्रत नहीं कर पाई । लेकिन कई बूढ़े लोगों को एक विशेषज्ञ नेचुरोपैथ की देखरेख में व्रत करके फायदा भी मिला है । इस तरह की कई घटनाये देखी गयी हैं ।

व्रत विशेषज्ञों ने भी कई व्रत कराए हैं जिसमे की 65 से 85 साल की महिलाओं को सम्मिलित किया गया था । ये मरीज़ भी अपने व्रत को ३० दिन से ज्यादा तक कर पाए थे ।कई बूढ़े लोग हैं जिन्हें की एक विशेषज्ञ नेचुरोपैथ की देखरेख में व्रत करके फायदा मिला है ।इस तरह की कई घटनाये देखी गयी हैं ।

बूढ़े लोग जो की व्रत करना चाहते हैं उनको सावधानी बरतने की भी ज़रूरत है ।वह इसलिए नहीं की वे लोग व्रत करने के लिए बहुत बूढ़े हो गए हैं जैसा की ज्यादातर लोग समझते हैं ।उन्हें जवान लोगो की तुलना में देखरेख की ज्यादा ज़रूरत होती है ।अगर इनमे कोई भी रोग हो रहा है तो उन्हें सतर्क होने की ज्यादा ज़रूरत है ।बूढ़े लोगो में कभी कभी कुछ अनजान कमजोरी विकसित हो जाती है जिसकी वजह से उन्हें लंबे समय के लिए व्रत करने का सुझाव नहीं दिया जाता है ।अन्ना हजारे की भ्रष्टाचार के विरूद्ध लड़ाई में चिकित्सयी मदद बहुत ज़रूरी होती है ।

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