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हार्ट बीट तेज होने के क्या कारण हो सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें कब पड़ती है इलाज की जरूरत

दिल की धड़कें तेज होने के कई सामान्य और गंभीर कारण हो सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं इस विषय के बारे में विस्तार से-  
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हार्ट बीट तेज होने के क्या कारण हो सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें कब पड़ती है इलाज की जरूरत


तेज दौड़ना, भागना, कैफीन का अधिक सेवन करना, शराब का अधिक सेवन करना जैसे कई सामान्य कारणों से आपकी दिल की धड़कनें तेज हो सकती हैं। वहीं, कई गंभीर स्थितियों के कारण भी हार्ट बीट काफी तेज हो सकता है। इन गंभी परिस्थितियों में दिल का दौड़ा पड़ना शामिल है। इसके अलावा कुछ स्थितियों (जैसे तनाव या बुखार) के कारण भी दिल की धड़कनें अनियमित हो सकती हैं। वहीं, अनियमित दिल की धड़कन एट्रियल फाइब्रिलेशन जैसी गंभीर समस्याओं के कारण भी हो सकती हैं। अगर आपकी दिल की धड़कनें अचानक से तेज या कम हो रही हैं, तो इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। मैक्स हॉस्पिटल की फिजिशियन डॉक्टर गुंजन मित्तल से जानते हैं हार्ट बीट तेज होने के क्या कारण हो सकते हैं? किन स्थितियों में डॉक्टर के पा जाएं? 

हार्ट बीट तेज होने के कारण

डॉक्टर का कहना है कि सामान्य रूप से हमारा दिल हर मिनट में 60-100 बार धड़कता है। जब आपका दिल हर मिनट में 100 से अधिक बार धड़कता है, तो इसे उच्च माना जाता है। वहीं, हार्ट बीट तेज होने की स्थिति कुछ सेकंड से लेकर घंटों तक रह सकती है। हार्ट बीट तेज होना सभी मामलों में खतरनाक नहीं होता है। हमारी कई रोजमर्रा की परिस्थितियों के कारण भी हार्ट बीट तेज हो सकता है। आइए जानते हैं इसके कारण के बारे में -

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हार्ट बीट तेज होने के सामान्य कारण

  • हैवी एक्सरसाइज करने वालों का हार्ट बीट तेज हो जाता है। 
  • तनाव, भय, चिंता या पैनिक अटैक के कारण भी कुछ लोगों की दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं।
  • लो ब्लड प्रेशर या ब्लड शुगर के कारण हार्ट बीट तेज हो सकता है।
  • बुखार, एनीमिया और डिहाइड्रेशन के कारण हार्ट बीट तेज हो सकता है। 
  • गर्भावस्था या मासिक धर्म के दौरान हार्ट बीट तेज हो सकता है।
  • बहुत अधिक शराब, कैफीन या निकोटीन लेने वालों की भी दिल की धड़कनें तेज होती हैं।
  • कुछ दवाओं के सेवन से भी हार्ट बीट तेज हो सकता है।

डॉक्टर गुंजन मित्तल का कहना है कि अगर आपको महसूस हो रहा है कि आपकी दिल की धड़कनें तेज हो रही हैं, तो इस स्थिति में पहले जान लें कि आप पहले किस स्थिति में हैं, जैसे-

  • क्या आप तनावग्रस्त हैं?
  • क्या आपने सामान्य से अधिक कैफीन लिया है?
  • क्या आपका ब्लड शुगर कम है?

आप अपने हार्ट बीट रेट को डायरी में भी लिख सकते हैं। इससे डॉक्टर को बताने में आसानी होती है कि आपकी धड़कनें किन-किन परिस्थितियों में बढ़ रही हैं। अगर आपको लग रहा है कि बिना किसी तनाव या फिर बिना किसी हैवी एक्सरसाइज के दिल की धड़कनें तेज हो रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। यह एक गंभीर परिस्थिति की ओर इशारा कर सकता है। 

हार्ट बीट तेज होने के गंभीर कारण 

कभी-कभी तेज या फिर अनियमित दिल की धड़कनें होने का कारण गंभीर स्थितिय भी हो सकती है। ऐसे में आपका हार्ट बीट बिना कारण तेज हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें। आइए जानते हैं हार्ट बीट तेज होने के कुछ गंभीर कारण-

  • दिल की धड़कनों का रुकना
  • पहले दिल का दौरा पड़ा हो।
  • कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी)
  • दिल के वाल्व या मांसपेशियों में किसी तरह की परेशानी होना।

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अगर आपको या डॉक्टर को इस तरह की समस्या होने का अंदेशा या आशंका हो रही है, तो इस स्थिति में तुरंत ईकेजी, चेस्ट एक्स-रे या इकोकार्डियोग्राम (इको टेस्ट) कराएं। 

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