आंखों को शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। ये न केवल सुंदरता का प्रतीक हैं बल्कि ये दिमाग से भी जुड़ी होती हैं। आंखों के बिना चीजों को देखने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं आंखों को और अधिक खूबसूरत बनाने में सबसे अधिक योगदान आइब्रो यानी भौंह का होता है। यही नहीं इनके आकार को देखकर आप इंसान के स्वभाव के बारे में भी पत लगा सकते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि भौहों में कितने बाल होते हैं, या फिर ये केवल आंखों के ऊपर के बाल हैं या फिर इससे कहीं अधिक हैं। आइब्रो के बारे में कुछ आश्चर्यजनक बातों के बारे में इस स्लाइडशो में जानते हैं।
आपके बारे में बताती हैं
भौहें इंसान के व्यक्तित्व के बारे में भी बताती हैं। जिनकी दोनों आईब्रो आपस में सटी हों वह गम में डूबा इंसान होता है। ऐसे लोग कर्म से अधिक सोचने में विश्वास रखते हैं। इस तरह की आइब्रो वाली महिलाओं का स्वभाव चिड़चिड़ा होता है। इसी तरह दूसरी तरह की भी आइब्रो हैं जो कुछ-न-कुछ बताती हैं। यानी ये आपके अंदर छिपे राज को उजागर कर देती हैं।
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आंखों की मदद करती हैं
आंखें बहुत नाजुक होती हैं। इसमें अगर हवा लग जाये तो आंसू बहने लगते हैं। पानी अगर आंखों में चला जाये तो जलन होने लगती है। इसलिए कई बार नहाने के दौरान हम अपनी आंखों में जलन को महसूस भी करते हैं। इसलिए जब भी सिर पर पसीना होता है या फिर बारिश होती है तो ये भौंहें पानी को आंखों में जाने से रोकती हैं।
बहुत सारे बाल हैं इसमें
आपने सिर के बाल के बारे में कई जानकारी इकट्ठा की होगी, लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि भौंहों में कितने बाल होते हैं। बोस्ले हेयर ट्रांसप्लांट कंपनी की मानें तो सामान्यतया लगभग सभी इंसान के आइब्रो में 250 बाल होते हैं। कुछ लोगों में इसकी संख्या भी अधिक हो सकती है और ये 1100 तक भी हो सकते हैं।
इनकी अवधि होती है
एकबार आइब्रो हो गई तो वह हमेशा के लिए होती है, अगर यह आप सोच रहे हैं तो आप गलत हैं। आइब्रो की एक निश्चित अवधि होती है। सामान्यतया इनका जीवनकाल 4 महीने का होता है। इस दौरान ये अपने-आप झड़ जाते हैं और इनकी जगह नये आइब्रो उगते हैं।
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ग्रूमिंग का इतिहास है
आजकल लोगों में आइब्रो को शेप में करने का चलन बहुत अधिक बढ़ गया है, महिलाओं में आपने विभिन्न आकार की भौंहों को देखा होगा। दरअसल आईब्रो ग्रूमिंग का इतिहास बहुत पुराना है। नवजागरण काल में यूरोप के कुछ देशों में लोगों को आइब्रो शेव करते हुए देखा गया है। वहीं अमेरिका में 18वीं शताब्दी में लोग अपनी भौंहों को कलर करते थे, खासकर ग्रे रंग में अधिक रंगते थे।
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