अगर आप एक्सरसाइज व डायटिंग कर-कर के थक गए हैं और वजन है कि बिल्कुल भी कम नहीं हो रहा... तो ये खबर केवल आपके लिए है।
वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारक मीठा होता है। मीठा हर किसी को पसंद है और यही पसंद वजन के बढ़ने का कारण भी होता है। दरअसल चीनी या मीठा खाने से शरीर को एनर्जी प्राप्त होती है और जब इस एनर्जी का शरीर इस्तेमाल नहीं कर पाता है तो ये शरीर में चर्बी के रुप में इकट्ठी होने लगती है जो अंत में मोटापे का रुप ले लेता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए इस महिला ने 30 साल पहले चीनी खाना छोड़ दिया और आज इनको देखकर इनकी उम्र का अंदाजा लगाना नामुमकिन हो जाता है।
कैरोलिन हार्ट्ज (Carolyn Hartz) ने लगभग 30 साल से चीनी को हाथ तक नहीं लगाया है। आज कैरोलिन 70 साल की हैं लेकिन उनको देखकर कोई नहीं कह सकता कि वो इतनी उम्रदराज हैं। उनकी बॉडी ऐसी है, जैसी बॉडी पाने की हसरत उनसे आधी उम्र की लड़कियों की होती है।
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खूब खाती थी चीनी
कैरोलिन को चीनी बहुत पसंद है और वो 30 साल पहले खूब चीनी खाती थीं। या यूं कह लें कि उन्हें इसकी आदत थी। इसलिए चीनी छोड़ने का फ़ैसला उनके लिए काफी मुश्किल था। लेकिन कैरोलिन ने धीरज से काम लिया और अपनी इच्छाशक्ति पर कंट्रोल किया। उसी का नतीजा है कि आज उनकी फ़िटनेस के सब कायल हैं।
केवल चीनी छोड़ना काफी नहीं
वैसे फिट बॉडी पाने के लिए चीनी छोड़ना अहम कारक है लेकिन केवल ये ही काफी नहीं है। इसके साथ बहुत सारी छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखना पड़ता है। क्योंकि चीनी छोड़ने का मतलब है कि आपने अपने प्लेट में से एनर्जी के एक बहुत जरूरी स्रोत को निकाल दिया। ऐसे में आपको एनर्जी के अन्य स्रोत के बारे में जानकारी होनी चाहिए। कैरोलिना ने इन्हीं छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखा। चीनी छोड़ने के बाद कैरोलिना नाश्ते में ज़्यादा से ज़्यादा प्रोटीन लेती हैं। चीनी की जगह वो स्वीटनर ज़िलोटल (Xylitol) का इस्तेमाल करती हैं।
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पसंद का खाना-पीना छोड़ना जरूरी नहीं
कैरोलिन कहती हैं, 'फ़िट रहने के लिए अपनी पसंद का खाना-पीना छोड़ना ज़रूरी नहीं। आपको केवल अपने वजन और खानपान के बारे में सचेत होने की जरूरत है।' खानपान के अलावा फ़िट रहने के लिए नींद का भी ध्यान रखना ज़रूरी है। कैरोलिन रोज कम से कम 8 घंटे की नींद ज़रूर लेती हैं। कैरोलिन खुद एक स्वीटनर कंपनी की संस्थापक है और वे मीठे व स्वीटनर में अंतर समझती हैं।
इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली कैरोलिन कभी भी सनस्क्रीन लगाना नहीं भूलती हैं। 30 साल की उम्र में कैरोलिन की नाक पर से कैंसर को हटाया गया था। तब से वो धूप के बुरे प्रभाव को समझती हैं और हमेशा उससे बचने की कोशिश करती रहती हैं।
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