आपने अपने आसपास ऐसे कई लोगों को देखा होगा, जिन्हें लैपटॉप गोद मे रखकर काम करने की आदत होती हैं। वहीं कोविड के बाद से ज्यादातर लोगों को वर्क फ्रॉम होम की आदत हो गई है, जिसने लैपटॉप गोद मे रखकर काम करना आदत बना दी है। इसके कारण लोगों में कमर और कंधे का दर्द, रीढ़ की हड्डी की समस्या ज्यादा देखने को मिली। लंबे समय तक बैठकर काम करना न सिर्फ शरीर के लिए नुकसानदायक रहा, बल्कि इससे लोगों में मानसिक समस्याएं भी होने लगी। वहीं लैपटॉप गोद में रखकर बैठना लोग ज्यादा सुविधाजनक मानते हैं। लेकिन क्या यह आदत आपके शरीर के लिए सुरक्षित है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात की पारस हेल्थ (गुरुग्राम) के डायरेक्टर ऑफ न्यूरोसर्जरी एंड स्पाइन डॉ. सुमित सिन्हा से।
जानिए लैपटॉप गोद में रखकर काम करना आपके लिए कैसे नुकसानदायक है (Side Effects of Keeping Laptop on Lap)
टोस्टेड स्किन सिंड्रोम (Toasted Skin Syndrome)
आमतौर पर अगर कम समय के लिए लैपटॉप गोद में रखकर इस्तेमाल किया जाए, तो यह ज्यादा नुकसानदायक नहीं है, लेकिन जो लोग लंबे समय तक लैपटॉप गोद में रखकर काम करते हैं, उनमें "टोस्टेड स्किन सिंड्रोम" हो सकता है। इस स्थिति में लंबे समय तक हीट के संपर्क में आने से त्वचा में रैशेज हो जाते हैं।
ओवरहीटिंग (Overheating)
लैपटॉप से बहुत ज्यादा हीट निकलती है जिससे इसे लंबे समय तक गोद में लेकर बैठने ने कई परेशानियां हों सकती हैं। इसके कारण ठीक से बैठ पाने में परेशानी या कभी-कभी त्वचा में जलन भी हो सकती है। लंबे समय तक गर्म लैपटॉप के संपर्क में रहने से आपकी त्वचा को थर्मल चोट लग सकती है, जिससे जलन या चकत्ते हो सकते हैं।
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पुरूषों की सेक्सुअल हेल्थ को नुकसान (Male Reproductive Health)
कुछ अध्ययनों ने देखा गया है कि लंबे समय तक गोद में लैपटॉप रखकर इस्तेमाल करने से इससे निकलने वाली गर्मी पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। लंबे समय तक गर्मी के संपर्क से अंडकोश का तापमान बढ़ सकता है, जो शुक्राणु उत्पादन और पुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
बेचैनी और खराब पोस्चर (Bad Posture)
लैपटॉप इस तरह से डिजाइन नहीं किए जाते हैं कि इन्हें लंबे समय तक गोद में रखकर इस्तेमाल किया जा सके। गोद में लैपटॉप लेकर बैठने से आपके पोस्चर पर सीधा असर पड़ सकता है। इसके कारण आपकी गर्दन, कंधे, रीढ़ की हड्डी पर दवाब पड़ता है, जो पोस्चर खराब होने का कारण बन सकता है। इससे आपको बेचैनी, तनाव, और लंबे समय की समस्याएं जैसे मांसपेशियों में खिंचाव, गर्दन और पीठ दर्द हो सकता है।
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आई स्ट्रेन (Eye Strain)
लंबे समय तक बिना ब्रेक लिए क लैपटॉप स्क्रीन पर काम करने से आंखों में खिंचाव, सूखापन या सिरदर्द हो सकता है। गोद में लैपटॉप रखने के दौरान स्क्रीन ज्यादा निकट होती है, जिससे आंखों में थकान और परेशानी हो सकती है।
कार्पल टनल सिंड्रोम
गोद में रखकर लैपटॉप इस्तेमाल करने और लैपटॉप के कीबोर्ड और ट्रैकपैड को बार-बार उपयोग करने से आरएसआई की समस्या हो सकती है। कार्पल टनल सिंड्रोम और टेंडोनाइटिस जैसी स्थितियां बिना रुके लंबे समय तक ट्रैकपैड का उपयोग करने से हो सकती हैं।
रेडिएशन से शरीर को नुकसान (Radiation)
लैपटॉप से वाई-फाई और ब्लूटूथ की तुलना में कम इलैक्ट्रॉमेग्नेटिक रेडिएशन्स निकलती हैं। इसकी रेडिएशन्स का लेवल सेहत के लिए ज्यादा नुकसानदायक नहीं माना जाता। लेकिन गोद में रखकर काम करने से रेडिएशन्स शरीर के संपर्क में ज्यादा होती हैं, इसलिए ही लैपटॉप टैबल पर रखकर काम करना ज्यादा बेहतर माना जाता है।
इस समस्याओं से बचने के लिए लैपटॉप गोद में रखकर काम करने से परहेज करें। अगर किसी कारण लैपटॉप गोद में रख कर काम करना ही है, तो कुछ समय के लिए ही रखें।