स्‍मृति बढ़ाने और तनावमुक्‍त रखने में मददगार है एरोबिक एक्‍सरसाइज, वैज्ञानिकों ने बताए फायदे: स्टडी

अन्‍य व्‍यायामों की तरह ही एरोबिक एक्‍सरसाइज (Aerobic Exercises) भी आपके शरीर को फिट रखने और हृदय स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाने में मददगार है। लेकिन विज्ञान की मानें, तो एरोबिक एक्‍सरसाइज से आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य (Brain Health) के लिए भी फायदेमंद है। एरोबिक एक्‍सरसाइज ब्‍लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने , मस्तिष्क स्वास्थ्य और हाई ब्‍लड प्रेशर की समस्या को दूर करने के लिए काफी अच्छा विकल्‍प है। 
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स्‍मृति बढ़ाने और तनावमुक्‍त रखने में मददगार है एरोबिक एक्‍सरसाइज, वैज्ञानिकों ने बताए फायदे: स्टडी


यह तो सभी जानते हैं कि व्‍यायाम या एक्‍सरसाइज करना आपके संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा होता है। ठीक इसी प्रकार से अन्‍य व्‍यायामों की तरह ही एरोबिक एक्‍सरसाइज (Aerobic Exercises) भी आपके शरीर को फिट रखने और हृदय स्‍वास्‍थ्‍य को बेहतर बनाने में मददगार है। एरोबिक एक्‍सरसाइज से कैलोरी बर्न करने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है। लेकिन विज्ञान की मानें, तो एरोबिक एक्‍सरसाइज से आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य (Brain Health) के लिए भी फायदेमंद है। कई ऐसे तथ्‍य है, जो यह साबित करते हैं कि हर दिन एरोबिक एक्‍सरसाइज करने से आप अधिक प्रॉडक्टिव और स्पष्ट रूप से सोच सकते हैं।

यदि आप एक दिन दौड़ना या साइकिल चलाना या कोई अन्‍य एक्‍सरसाइज करते हैं, तो यह तब तक मायने नहीं रखता है जब तक आप इसे हर दिन करते हैं। एक्‍सर्पट्स सुझाव देते हैं कि हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट या 75 मिनट की अच्‍छी व जोरदार शारीरिक गतिविधि के लिए मध्यम एरोबिक व्यायाम करना आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। एरोबिक शरीर में ब्‍लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के साथ-साथ आपके मस्तिष्क स्वास्थ्य और हाई ब्‍लड प्रेशर की समस्या के प्रबंधन व दूर करने के लिए अच्छा है।

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एरोबिक और मस्तिष्क स्वास्थ्य के बीच संबंध 

एरोबिक और मस्तिष्क स्वास्थ्य के बीच एक गहरा संबंध है। एरोबिक एक्‍सरसाइज मस्तिष्क की सूजन को कम करने में मदद करती है । 'Brain, Behaviour and Immunity' में प्रकाशित 2017 के एक अध्ययन के अनुसार, 20 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाले एरोबिक एक्‍सरसाइज करने से मस्तिष्क की सूजन कम हो सकती है। कसरत के इस रूप में एक न्यूरो-प्रॉटेक्टिव प्रभाव भी है, जो हिप्पोकैम्पस सूजन का मुकाबला कर सकता है, जो कि नींद न आने के कारण होता है।

एरोबिक न्यूरोट्रॉफिन के उत्पादन को भी बढ़ावा देता है, जिससे मस्तिष्क की प्लास्टिसिटी बढ़ती है और स्मृति और सीखने की शक्ति में सुधार होता है। इसके अलावा, एरोबिक इंफॉर्मेशन प्रोसेस  और मूड में सुधार को भी बढ़ावा देता है।

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डब्ल्यूएचओ (WHO)के अनुसार

डब्ल्यूएचओ (WHO) के अनुसार, व्यायाम करने से संज्ञानात्मक गिरावट के जोखिम को कम करने में भी मदद मिल सकती है और एरोबिक अन्य एक्‍सरसाइज की तुलना में शरीर पर अधिक सकारात्मक प्रभाव डालती है।

'ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन' में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से एरोबिक एक्‍सरसाइज हिप्पोकैम्पल मात्रा को बढ़ाता है, जो डिप्रेशन, तनाव और मनोभ्रंश के मुख्य न्यूरोबायोलॉजिकल कारणों में से एक है।

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