ताकि आपको न हों हृदय संबंधी बीमारियां

कार्डियोवस्कुलर डिजीज, दिल संबंधी बीमारियों को कहा जाता है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रख इन बीमारियों से बचा जा सकता है। इस लेख को पढ़ें और जानें।
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ताकि आपको न हों हृदय संबंधी बीमारियां


कहते हैं दिल ठीक तो सब ठीक और ये बात सोलह आने सच भी है। दिल शरीर का अहम अंग है, लेकिन असंतुलित खान-पान, गलत आदतों और व्यायाम नहीं करने के कारण दिल की बीमारियां (कार्डियोवस्कुलर डिजीज) हो जाती हैं। आधुनिक जीवनशैली के बीच दिल की बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। कुछ बातों का ध्‍यान रखकर आप भी कार्डियोवस्कुलर डिजीज के खतरे से बच सकते हैं। इस लेख के जरिए हम आपको बता रहे हैं हृदय संबंधी रोगों से बचने के कुछ आसान तरीकों के बारे में।

स्‍वस्‍थ दिल के लिए कार्टून कार्डियोवस्कुलर डिजीज यानी दिल संबंधी बीमारियां। कार्डियोवस्कुलर डिजीज के अंतर्गत दिल के दौरे, केर्ब्रोवेस्कुलर रोग (स्ट्रोक), बढ़ा हुआ रक्‍तचाप (हाईपरटेंशन), परिधीय धमनी रोग, आमवाती हृदय रोग, जन्मजात हृदय रोग और हार्ट का फेल हो जाना आदि आते हैं। दिल की कार्यप्रणाली प्रभावित होने से पूरे शरीर पर असर पड़ता है। अमेरिका में महिलाओं और पुरुषों की मौत का बड़ा कारण हृदय संबंधी बीमारियां हैं। आपका शरीर भी कार्डियोवस्कुलर डिजीज के खतरों से बचा रहें इसके लिए कुछ निम्‍नलिखित उपाय हैं।

 

धूम्रपान से बचें-

यदि आप धूम्रपान या तम्‍बाकू का सेवन करते हैं तो सबसे पहले अपनी इस आदत को छोड़ने की कोशिश करें। धूम्रपान नहीं करते हैं तो इससे दूर ही रहें। धूम्रपान छोड़ने के लिए मजबूत इच्छा शक्‍ित जरूरी होती है। इसके लिए डॉक्टर से सलाह और दवाओं का सहारा भी ले सकते हैं। धूम्रपान मुक्‍ित केंद्र भी आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं। तम्बाकू में निकोटिन होता है, यह रक्‍त नलिकाओं को बाधित करता है। जिससे रक्‍त नलिकाओं को खून के संचार में ज्‍यादा प्रेशर लगाना पड़ता है। ऐसा होने पर दिल संबंधी बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है। धूम्रपान करने वाले लोगों के संपर्क में रहना भी खतरनाक हो सकता है। कोशिश करें कि धूम्रपान करने वालों से दूर रहें।

 

नियमित व्‍यायाम

नियमित व्‍यायाम करने से आप स्‍वस्‍थ रहते हैं और आपके शरीर का वजन भी कंट्रोल में रहता है। हफ्ते में कम से कम पांच दिन 30 मिनट तक व्यायाम करें। एक्‍सरसाइज कार्डियोवस्कुलर डिजीज के खतरों को कम करती है। व्यायाम करने से दिल स्वस्थ रहने के साथ ही टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्‍ट्रॉल जैसी समस्‍या होने की आशंका भी कम होती है। हफ्ते में तीन या चार दिन आधे घंटे तक सुबह की गई सैर भी आपको चुस्त और स्वस्थ बनाती है। डॉक्‍टरों का भी मानना है कि दिल की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए पैदल चलना फायदेमंद होता है। पैदल चलने से धमनियों की रूकावट नहीं होती। रक्‍त का प्रवाह सही रहता है और दिल की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।

 

दिल के लिए लाभदायक भोजन

ऐसे पदार्थों का सेवन करें जो दिल को स्‍वस्‍थ बनाएं। आपके लिए मछली खाना फायदेमंद रहेगा। मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो रक्‍त में ट्राइग्लिसराइड्स (वसा का प्रकार) को कम करता है। यह खून में थक्के बनने से भी रोकता है। आप सॉल्‍मन, झींगा, ट्यूना, ट्राउट, हेरिंग आदि समुद्री मछलियों का सेवन कर सकते हैं। ज्‍यादा तली हुई मछली नहीं खानी चाहिए। नियत मात्रा में रेड वाइन पीने से भी दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। रेड वाइन में एचडीएल जैसे एंटीऑक्सीडेंट (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) और पॉलीफिनॉल होता है। ये रक्‍त वाहिकाओं को साफ करते हैं जिससे ब्‍लॉकेज का खतरा कम रहता है।

 

हरी सब्जियों का सेवन करें, इनमें फोलेट पाया जाता है। इनके सेवन से होमोसिस्‍टरीन का स्तर भी कम होता है।

ज्‍यादा से ज्‍यादा मात्रा में टमाटर खाएं, टमाटर खाने से दिल के दौरा का खतरा कम रहता है। साबुत अनाज में फाइबर पाया जाता है, इसके सेवन से वसा में कमी आती है। इसके अलावा साबुत अनाज में खनिज, प्रोटीन और विटामिन्‍स पाये जाते हैं। घुलनशील फाइबर युक्‍त भोजन करने से कोलेस्ट्रॉल के स्‍तर में कमी आती है। जई, जौ, ब्राउन राइस, रोटी और दालों को भी भोजन में शामिल करें। डार्क चॉकलेट का सेवन भी दिल के लिए फायदेमंद होता है।

 

 

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