Drink turmeric tea to relieve fatigue in monsoon: बारिश का मौसम शुरू हो चुका है और यह गर्मी से राहत देने वाला भी है। कई लोग हैं जो मानसून का एक कप चाय और पकौड़े के साथ मजा लेते हैं। हालांकि, यह मौसम स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियां भी साथ लेकर आता है। खांसी-जुकाम, बुखार और पाचन से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं। अब दिन भर काम और घर जाते ही थकान, काम के बाद कुछ करने की एनर्जी ही नहीं बचती। ऐसे में कुछ ऐसा मिल जाए, जिससे तुरंत सुस्ती दूर हो जाए और आपको नुकसान भी न करे। यह है हल्दी वाली चाय। आपने हल्दी वाला दूध तो सुना होगा, लेकिन हल्दी वाली चाय? यह न कि सिर्फ मानसून में थकावट दूर करती है, बल्कि सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद भी है। हमने इस विषय पर बेंगलुरु के एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल की डाइटीशियन वीना वी (Ms. Veena V, Chief Clinical Dietician, Aster Whitefield Hospital, Bengaluru) से विस्तार में बात की। उन्होंने बताया कि मानसून में थकान क्यों होती है और हल्दी वाली चाय पीने के क्या-क्या फायदे हैं। तो आइए जानते हैं।
मानसून में थकान क्यों होती है-Why do we feel tired during monsoon?
बारिश के मौसम से शरीर पर असर पड़ता है। दरअसल, इस मौसम में ह्यूमिडिटी का लेवल बहुत ज्यादा हो जाता है जिससे शरीर भारी और सुस्त महसूस कर सकता है। तापमान में अचानक बदलाव से नींद और पाचन शक्ति प्रभावित होती है। इसके अलावा, इस मौसम में कई लोगों की इम्यूनिटी भी कमजोर हो जाती है, जिससे सेहत को नुकसान पहुंचता है और शरीर बीमारियों से लड़ने की ताकत नहीं रख पाता। इन सबकी वजह से तनाव, थकान और लो महसूस होता है। कुछ लोगों को सूजन भी आ जाती है। अब ऐसे में हल्दी एक बहुत ही फायदेमंद चीज है, लेकिन खाली हल्दी कौन खाता है? इसलिए बारिश का मौसम हो और चाय का मजा हो, उसमें चुटकी भर हल्दी मिलाकर पी लीजिए। मिलेंगे ढेरों फायदे।
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मानसून में हल्दी की चाय के फायदे-benefits of turmeric tea in monsoon
कई लोग पूरी रात सोने के बाद भी थकान महसूस करते हैं, जिसके साथ अक्सर शरीर में दर्द रहता है और एकाग्रता में कमी भी होती है। बारिश के दौरान ये लक्षण आम हैं और ये मुख्य रूप से शरीर के धीमे मेटाबॉलिज्म के कारण होते हैं। अब ऐसे में तुरंत राहत पाने के लिए हल्दी की चाय थकान और बैचेनी से निपटने के लिए बेहतर तरीका है। तो आइए जानते हैं कि हल्दी की चाय के और क्या फायदे हैं।
1. सूजन कम करता है और एनर्जी बढ़ाता है
बता दें कि हल्दी में करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो सूजन की समस्याओं को कम करने और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। दरअसल, करक्यूमिन आंतरिक सूजन को कम करने में मदद करता है, जो अक्सर थकान, मांसपेशियों में दर्द और कम सहनशक्ति के लिए जिम्मेदार होती है। हल्दी वाली चाय पीने से सूजन की समस्या में मदद मिल सकती है और एनर्जी भी बढ़ सकती है।
2. इम्यूनिटी को मजबूत करता है
मानसून के मौसम में सर्दी-ज़ुकाम, फ्लू और गले में खराश जैसे संक्रमणों की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में हल्दी इन सबसे राहत दिलाने में भी मदद करती है। दरअसल, हल्दी में जीवाणुरोधी, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो इसे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कारगर साबित करते हैं। ऐसे में अगर आप हल्दी को आहार में शामिल करते हैं, तो इससे आपकी सेहत को फायदा मिल सकता है। बता दें कि इसकी गर्म तासीर मौसमी ठंड से भी राहत दिलाती है।
3. पाचन में सुधार
बरसात के मौसम में पेट फूलना, एसिडिटी और भूख न लगना जैसी पाचन संबंधी कई समस्याएं हो जाती हैं। कई लोग इन समस्याओं से परेशान होते हैं। ऐसे में करक्यूमिन पित्त उत्पादन को उत्तेजित करता है, लिवर की सेहत को बेहतर बनाता है और पाचन में सुधार करता है। गरमागरम हल्दी वाली चाय पीने से पेट को आराम मिलता है और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल की परेशानी भी कम होती है।
4. मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद
हल्दी में जो करक्यूमिन नामक यौगिक पाया जाता है, यह मूड को अच्छा रखने में मदद करता है, जिससे मानसिक एकाग्रता को नियंत्रित करने वाले न्यूरोट्रांसमीटर भी प्रभावित होते हैं। यह दिमाग में कोहरे, हल्की चिड़चिड़ाहट और थकान और सुस्ती को कम करने में मदद कर सकता है, जो आमतौर पर मानसून के दिनों में देखी जाती हैं।
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किन लोगों को हल्दी की चाय से बचना चाहिए-Who should avoid turmeric tea?
हालांकि हल्दी वाली चाय ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित होती है, खासतौर पर वे लोग जो बिना चाय पीएं रह नहीं पाते, लेकिन अगर इसके कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं। कुछ लोगों को हल्दी वाली चाय पीने से बचना चाहिए। कुछ लोगों को हल्दी को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि कभी-कभी यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकती है।
- जो लोग खून पतला करने की दवाएं ले रहे हैं।
- जिन्हें पित्ताशय की समस्या है।
- जिन लोगों को हल्दी से एलर्जी है।
निष्कर्ष
हल्दी की चाय एक आरामदायक और बेहतर ड्रिंक है, जो मौसमी जरूरतों के साथ पूरी तरह मेल खाता है। मानसून के दौरान, जब शरीर की सहनशक्ति थोड़ी कमजोर हो जाती है और ऊर्जा भी कम हो जाती है, तो यह पारंपरिक उपाय सबसे नेचुरल तरीके से मदद कर सकता है। पाचन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने से लेकर थकान और सूजन कम करने तक, इसके ढेरों फायदे हैं। मानसून के मौसम में तो यह बहुत मददगार है। इसलिए अगर आप भी ऑफिस के बाद घर जाते ही थकान महसूस करते हैं या आपके परिवार में कोई थकान या बैचेनी महसूस करता है, तो चाय बनाइए लेकिन उसमें हल्दी डाल दीजिए, जिससे आपका सारा दर्द मिट जाएगा और फायदा मिलेगा।
FAQ
हल्दी वाली चाय पीने से क्या होता है ?
आपको बता दें कि हल्दी वाली चाय पीने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। यह इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है, क्योंकि हल्दी एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जिससे सूजन, दर्द और थकान में आराम मिलता है।हल्दी दूध की चाय किन लोगों के लिए अच्छी है?
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, उन लोगों के लिए हल्दी की चाय फायदेमंद साबित हो सकती है।हल्दी और चाय पीने से क्या होता है?
यह पाचन में सुधार करता है और दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।