ड्रेस सिंड्रोम (ड्रग रश विध एओसिनोफिलिया एंड सिस्टमिक सिम्टम्स), एक प्रतिकूल प्रतिक्रिया शब्द है, जो वर्तमान में 10 प्रतिशत तक की अनुमानित मृत्यु दर के साथ एक अतिसंवेदनशीलता प्रतिक्रिया का वर्णन करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह एक दवा के लिए गंभीर, विशेष स्वभाव वाला मल्टीसिस्टम प्रतिक्रिया होती है। ड्रग रश विध एओसिनोफिलिया एंड सिस्टमिक सिम्टम्स (DRESS), एक ऐसा सिंड्रोम है, जो कि कुछ दवाओं के कारण होता है, जिनके चलते आंतरिक अंगों की सूजन, दाने, बुखार, लिम्फाडेनोपैथी तथा हेमटोलॉजिकल असामान्यताएं जैसे थ्रोम्बोसाइटोपेनिया आदि होते हैं। इस सिड्रोम में मृत्यु दर दल प्रतिशत तक होती है। इसके उपचार में जोखिम पैदा करने वाली दवा को के प्रभाव को रोका जाता है और सहायक देखभाल उपलब्ध करायी जाती है।
क्या हैं इसके लक्षण और निदान
- ड्रेस सिंड्रोम का प्रभाव सबसे अधिक, नुक़सान पहुंचाने वाली दवा के प्रभाव शुरू करने के दो से आठ सप्ताह बाद प्रकट होता है। इस दवा का प्रभाव एक दिन के भीतर दोबार भी हो सकता है। प्रारंभिक सुधार के बाद भी इसके लक्षण दवा को रोकने के बाद तीन से चार सप्ताह के भीतर दोबारा भड़क सकते हैं।
- रोग में मरीजों को नियमित रूप से जल्दी-जल्दी बुखार आता है, और चकत्ते भी विकसित हो जाते हैं। ये लक्षण हल्के से दाने से लेकर फफोले पड़ने तथा त्वचा निकलने तक हो सकते हैं। लेकिन अधिकतर इसमें खुजली, या धब्बेदार पर्विल होता है, जोकि छोटे व बड़े दाने तथा वेसिक्लेस पैदा कर सकता है।
- लगातार बदलते लक्षणों की वजह से सिंड्रोम के निदान में मुश्किल हो सकती है। इस तरह के दाने, बुखार, और ऑर्गन इंवाल्वमेंट जैसे लक्षण अन्य कई कारणों की वजह से भी हो सकते हैं।
इसके निदान में निम्न चरण शामिल हो सकते हैं-
- अस्पताल में भर्ती करना
- रिएक्शन दवा संबंधित होने का संदेह
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- 38 डिग्री सेल्सियस तक बुखार
- दो स्थलों पर बढ़े हुए लिम्फ नोड्स
- कम से कम एक आंतरिक अंग की भागीदारी
ड्रेस सिंड्रोम के कारण
वे दवाएं जिनकी वजह से ड्रेस सिंड्रोम होता है, में फेनोबार्बिटल, कार्बमाज़ेपाइन, फेनीटोइन, लैमोट्रिन, मिनॉयक्लीन, सुल्फोनमीडेस, एलोप्यूरिनॉल, मोडेफिनिल तथा डाप्सोन आदि शामिल हैं। इस सिड्रोम के साथ HHV6 को भी संबद्ध किया गया है।
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