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Thyroid and Dizziness: क्‍या थायराइड के कारण चक्‍कर आता है? डॉक्‍टर से जानें

Thyroid And Dizziness: चक्‍कर आने पर स‍िर घूम जाता है। व्‍यक्‍त‍ि कुछ देर के ल‍िए होश खो बैठता है। जानें इसका संबंध थायराइड से है या नहीं।
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Thyroid and Dizziness: क्‍या थायराइड के कारण चक्‍कर आता है? डॉक्‍टर से जानें

Does Thyroid Cause Dizziness in Hindi: मेरी मम्‍मी को थायराइड है और उन्‍हें कभी-कभी चक्‍कर आते हैं। तो क्‍या थायराइड के कारण चक्‍कर आ सकते हैं? चक्‍कर आने पर व्‍यक्‍त‍ि को बेहोशी महसूस होती है। इस दौरान शरीर में अस्‍थ‍िरता और कमजोरी महसूस होती है। उल्‍टी या मतली जैसा एहसास भी होता है। चक्‍कर आने पर अचानक आंख के आगे अंधेरा छाने लगता है या स‍िर घूमने जैसा एहसास होता है। थायराइड और चक्‍कर आने की समस्‍या को जोड़कर देखा जाता है। कुछ लोग ऐसा मानते हैं क‍ि थायराइड की बीमारी के कारण चक्‍कर आते हैं। थायराइड ग्रंथ‍ि हमारी गर्दन में स्‍थ‍ित होती है। यह ग्रंथ‍ि हमारे शरीर का मेटाबॉल‍िक रेट, शरीर का तापमान, द‍िमाग की गत‍िव‍िध‍ि कंट्रोल करती है। थायराइड और चक्‍कर आने की स्‍थ‍िति‍ को और बेहतर तरीके से समझने के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।   

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क्‍या थायराइड में चक्‍कर आते हैं?- Does Thyroid Cause Dizziness

डॉ सीमा यादव ने बताया क‍ि यह सच है क‍ि थायराइड में चक्‍कर आ सकते हैं। लेक‍िन हर मरीज के साथ ऐसा हो यह जरूरी नहीं है। थायराइड ग्‍लैंड शरीर में थायराइड हार्मोन्‍स का उत्‍पादन करती है। थायराइड ग्‍लैंड में द‍िक्‍कत होने पर चक्‍कर जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। थायराइड ग्‍लैंड की समस्‍या दो प्रकार की होती है। पहला हाइपोथायराइड‍िज्‍म और दूसरा हाइपरथायराइड‍िज्‍म। हाइपोथायराइडिज्‍म की स्‍थ‍ित‍ि में थायराइड ग्‍लैंड थायराइड हार्मोन का कम उत्‍पादन करती है ज‍िसके कारण चक्‍कर आ सकता है। वहीं दूसरी ओर हाइपरथायराइडिज्‍म में थायराइड ग्‍लैंड अत्‍यध‍िक हार्मोन का उत्‍पादन करती है ज‍िसके कारण भी चक्‍कर और जी म‍िचलाना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। अगर आपको चक्‍कर आता है या अन्‍य कोई लक्षण नजर आता है, तो तुरंत डॉक्‍टर से संपर्क करना चाह‍िए। थायराइड में होने वाली इस समस्‍या को ब‍िना इलाज कराए न छोड़ें। ऐसा करने पर हार्ट पल्‍प‍िटेशन या स्‍लो हार्ट रेट की समस्‍या हो सकती है।    

चक्‍कर आने पर क्‍या करें?- Dizziness Treatment

  • चक्‍कर आने पर आप बैठ जाएं या लेट जाएं।
  • पीठ के बल बैठना या लेटना फायदेमंद माना जाता है। 
  • कुछ देर आंखों को बंद करके लेटने से आराम म‍िलता है।
  • चक्‍कर आने पर पानी का सेवन करें। 
  • अगर आपके आस-पास गर्मी है, तो ठंडे वातावरण में लेट जाएं। 
  • चक्‍कर आने का एहसास होने पर दौड़ने या चलने से बचें।   
  • एक्यूप्रेशर और फिजिकल थेरेपी की मदद से चक्‍कर आने की समस्‍या का इलाज क‍िया जाता है। 

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चक्‍कर आने पर ये न करें- What You Should Avoid When Dizzy

  • चक्‍कर आने पर कैफीन, शराब, नमक और तंबाकू के सेवन से बचें।
  • चक्‍कर आने पर तरल पदार्थों का सेवन करें और तनाव से बचें।    
  • एक बार चक्‍कर आने के बाद ठीक महसूस हो, तो भी 24 घंटों के ल‍िए आराम करना चाह‍िए। 
  • चक्‍कर आने पर डॉक्‍टर की सलाह के बगैर क‍िसी भी दवा का सेवन न करें।
  • चक्‍कर आने पर घबराहट महसूस होती है इसल‍िए भीड़ वाले इलाके या ल‍िफ्ट में न रुकें।  
  • अगर यात्रा करते समय चक्कर आते हैं, तो किताब पढ़ने से बचें और लैपटॉप पर काम न करें।

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