Barish Mein Gathiya Badh Sakta Hai: अक्सर लोग जोड़ों में दर्द और सूजन आने जैसी समस्याओं से परेशान रहते हैं। यह समस्या गठिया (गाउट) की बीमारी के कारण हो सकती है। यह एक तरह का सूजन युक्त गठिया (Inflammatory Arthritis) है, जो शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने जैसी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के कारण होता है। बता दें, शरीर में यूरिक एसिड का अधिक मात्रा में स्तर बढ़ने और शरीर से बाहर न निकल पाने के कारण यह ब्लड में जाकर जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है, जिसके कारण लोगों को टखनों, घुटनों, उंगलियों, हाथों और अंगूठों जैसे जोड़ों में तेज दर्द होने, सूजन आने और कई बार जोड़ों की त्वचा के लाल होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में गठिया की समस्या से पीड़ित लोगों अक्सर तापमान में गिरावट आने के साथ ही परेशानियां होने लगती हैं। ऐसे में क्या बरसात के मौसम में गठिया बढ़ सकता है? आइए प्रकाश हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. मयंक चौहान (Dr Mayank Chauhan, Orthopaedic and Joint Replacement Surgeon, Prakash Hospital) से जानें क्या बारिश के मौसम में गठिया बढ़ जाता है? और इससे राहत के लिए किन उपायों को अपनाया जा सकता है?
क्या बरसात के मौसम में गठिया की समस्या बढ़ती है? - Can Rainy Weather Make Arthritis Worse?
डॉ. मयंक चौहान के अनुसार, बारिश के मौसम में गठिया के दर्द (गाउट फ्लेयर्स) बढ़ सकता है, क्योंकि इस दौरान मौसम में नमी का स्तर बढ़ जाता है, जो जोड़ों को कई तरीकों से प्रभावित कर सकता है। इससे गाउट यानी गठिया के लक्षणों को बढ़ावा मिल सकता है।
जोड़ों में बढ़ती है अकड़न
बारिश के मौसम में नमी अधिक बढ़ जाती है, जिसके कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमी हो जाती है, जिसके कारण जोड़ों में अकड़न आ जाती है, जिससे जोड़ों में सूजन महसूस होने, दर्द होने और जोड़ों की एक्टिविटी ठीक से नहीं हो पाती है।
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डिहाइड्रेशन की समस्या
बरसात के मौसम में अक्सर लोग पानी कम पीते हैं, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी होने और यूरिक एसिड के शरीर से बाहर न निकल पाने की समस्या होती है, जो गठिया के दर्द और सूजन के बढ़ने का कारण बन सकता है।
फिजिकल एक्टिविटी न करना
बारिश के मौसम में अक्सर लोगों की फिजिकल एक्टिविटी सीमित हो जाती हैं, जिसके कारण लोगों को जोड़ों में ऐंठन आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में लंबे समय तक फिजिकल एक्टिविटीज न करने के कारण गाउट की समस्या अधिक बढ़ सकती है।
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बरसात में गठिया में बचाव के लिए क्या करें? - What To Do To Prevent Arthritis During Rainy Season?
- बरसात के मौसम में जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने के लिए नियमित रूप से दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं। इससे शरीर को डिटॉक्स करने और प्यूरिन को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- गठिया या गाउट की समस्या से बचने के लिए प्यूरिन युक्त फूड्स को खाने से बचना चाहिए। इनसे जोड़ों में दर्द और सूजन जैसी गठिया के लक्षणों को बढ़ावा मिल सकता है।
- बरसात में जोड़ों को एक्टिव रखने के लिए हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें।
- गठिया की समस्या से राहत के लिए जोड़ों की देखभाल सही तरीके से करना जरूरी है।
- गठिया या गाउट से राहत के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें और समय से इलाज कराएं। इससे किसी भी गंभीर समस्या से बचा जा सकता है।
निष्कर्ष
बरसात के मौसम में गठिया की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है। इसके कारण लोगों को जोड़ों में दर्द होने और सूजन आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, खासकर छोटे जोड़ों में। इससे राहत के लिए शरीर को हाइड्रेट रखें, प्यूरिन युक्त फूड्स को खाने से बचें, हल्की एक्सरसाइज करें और जोड़ों की देखभाल करें। इससे गठिया की समस्या से बचा जा सकता है। इनसे राहत के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। टाइम से इलाज कराने से गठिया से जुड़ी गंभीर समस्याओं से बचा जा सकता है।
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FAQ
गठिया में कहाँ-कहाँ दर्द होता है?
गठिया की समस्या होने पर व्यक्ति के किसी भी जोड़ में दर्द हो सकता है। इस समस्या में लोगों को हाथों, कलाई, कूल्हों, घुटनों, उंगलियों, पीठ के निचले हिस्से, टखनों और कोहनी जैसे जोड़ों में दर्द होने की समस्या हो सकती है।गठिया रोग में क्या नहीं खाना चाहिए?
गठिया की बीमारी से पीड़ित लोगों को प्रेसेस्ड फूड, ग्लूटेन युक्त फूड्स, अल्कोहल, नमक का सेवन, फैटी फूड्स, रेड मीट, खट्टी चीजें, कैफीन और बहुत ज्यादा मीठी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। इनके कारण गठिया की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है।बारिश के मौसम में कौन-कौन सी बीमारियां फैलती हैं?
बारिश के मौसम में लोगों को फंगल इंफेक्शन, दाद, खुजली, डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, लूज मोशन, पाचन से जुड़ी समस्या होने, निमोनिया और टाइफाइड जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में बारिश के मौसम में साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।