Does Prolonged Sitting Cause Arthritis : आर्थराइटिस की समस्या को हिंदी में गठिया कहा जाता है। आजकल के समय में गठिया की समस्या बहुत आम हो गई है। कई लोग इस परेशानी का सामना कर रहे हैं। अगर आप इस बीमारी के बारे में नहीं जानते हैं, तो गठिया एक बीमारी है। इसमें जोड़ों में सूजन, दर्द, और सीमित गतिशीलता जैसी परेशानियां हो सकती हैं। गठिया की स्थिति में व्यक्ति को एक या कई जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। बता दें कि बिजी शेड्यूल और लगातार 9 से 10 घंटे बैठे रहने की वजह से लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या होती है। ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि क्या ज्यादा देर बैठे रहने से अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है या नहीं? अगर आपके मन में भी यह सवाल आता है, तो आइए डॉ. अखिलेश यादव, एसोसिएट डायरेक्टर- ऑर्थोपेडिक एंड ज्वाइंट रिप्लेसमेंट मैक्स हॉस्पिटल वैशाली (Dr. Akhilesh Yadav, Associate Director- Orthopaedics & Joint Replacement Max Hospital Vaishali) से इसका जवाब जानते हैं।
क्या ज्यादा समय तक बैठे रहने से अर्थराइटिस हो सकता है?- Can Sitting for a Long Time Cause Arthritis
डॉ. अखिलेश के मुताबिक, लंबे समय तक बैठे रहने से सीधे तौर पर गठिया की समस्या नहीं होती है। हालांकि, यह स्थिति जोड़ों की समस्याओं को बढ़ा सकती है। ऐसे में आर्थराइटिस की समस्या उत्पन्न होने का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है। बता दें कि लंबे समय तक बैठे रहने से लोअर बॉडी में ब्लड फ्लो कम हो जाता है और कुछ जोड़ों, विशेषकर घुटनों और कूल्हों पर लगातार दबाव पड़ता है। इससे व्यक्ति को अकड़न, मसल्स में कमजोरी और जोड़ों के लचीलेपन में कमी महसूस हो सकती है। ये परेशानियां गठिया के लक्षणों को और भी बदतर बना सकती है।
ज्यादा बैठने से क्यों बढ़ता है अर्थराइटिस का खतरा?- Why Does Sitting Too Much Increase the Risk of Arthritis
बता दें कि लंबे समय तक बैठे रहने से बॉडी की मूवमेंट कम हो जाती है। इससे शरीर के एक हिस्से पर वजन ज्यादा पड़ने लगता है। ऐसे में जोड़ों पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है, जिससे ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, लंबे समय तक बैठे रहने के दौरान गलत पोजीशन के चलते रीढ़ और जोड़ों में दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसे में व्यक्ति को असुविधा और दर्द महसूस हो सकता है। अगर आप जोड़ों की समस्याओं के जोखिम को कम करना चाहते हैं, तो डेली एक्टिविटी करने, स्ट्रेचिंग करने और स्वस्थ वजन को बनाए रखना बहुत जरूरी हो जाता है। गठिया की स्थिति से बचने के लिए आप चलने या योग जैसे कम प्रभाव वाली एक्सरसाइज कर सकते हैं। इससे जोड़ों को लचीला बनाए रखने और अकड़न को कम करने में मदद मिलती है।
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अर्थराइटिस किन कारणों से होता है?- What Causes Arthritis
अगर अर्थराइटिस के अन्य लक्षणों के बारे में जानें, तो ऑस्टियोआर्थराइटिस की समस्या आमतौर पर उम्र के साथ होती है। कुछ प्रकार के अर्थराइटिस, जैसे कि रूमेटाइड अर्थराइटिस की समस्या जेनेटिक भी हो सकती है। इनके अलावा, जोड़ों की चोट, कुछ प्रकार के संक्रमण और मोटापा जैसी स्थितियां अर्थराइटिस के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। इस बीमारी से बचाव के लिए आपको फिजिकल मूवमेंट, एक्सरसाइज और योग पर ध्यान देने की कोशिश करनी चाहिए। आइए अब अर्थराइटिस के लक्षण जान लेते हैं।
अर्थराइटिस के लक्षण- Symptoms of Arthritis
अर्थराइटिस के लक्षण बहुत ही कॉमन होते हैं। इस स्थिति में आप कई रोजमर्रा की समस्याओं का सामना करते हैं, जिन पर लोग ज्यादा ध्यान भी नहीं देते हैं। ये लक्षण हैं:
- जोड़ों में दर्द की समस्या
- जोड़ों में सूजन हो सकती है
- जोड़ों में कठोरता
- जोड़ों की गतिशीलता में कमी
- थकान की समस्या
- बुखार की समस्या
- वजन कम होना भी एक लक्षण है।
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कुल मिलाकर, हम सीधे तौर पर यह नहीं बोल सकते हैं कि ज्यादा लंबे समय तक बैठे रहने से अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। हालांकि, इससे जोड़ों से जुड़ी परेशानियां होने का खतरा बढ़ता है। यही जोड़ों की समस्याएं अर्थराइटिस के खतरे को बढ़ा सकती हैं। अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं, तो डाइट के साथ डेली मूवमेंट पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है।