डायरिया, उल्‍टी, थकान जैसे लक्षण सिर्फ कोरोना नहीं 'पेट के फ्लू' का भी हो सकते हैं संकेत, जानें दोनों में अंतर

पेट के फ्लू में कोव‍िड की तरह बुखार, कमजोरी, उल्‍टी हो सकती है पर तबीयत ब‍िगड़ने का सही कारण जानने के ल‍िए दोनों में फर्क को इस लेख की मदद से समझें
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डायरिया, उल्‍टी, थकान जैसे लक्षण सिर्फ कोरोना नहीं 'पेट के फ्लू' का भी हो सकते हैं संकेत, जानें दोनों में अंतर

पेट में फ्लू और कोरोना के लक्षणों में क्‍या फर्क है? कोरोना की दूसरी लहर में लोगों के रेस्‍प‍िरेट्ररी स‍िस्‍टम के साथ उनके डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम पर भी असर डाला है। सांस लेने में परेशानी, बुखार, खांसी के अलावा लोगों को पेट संबंधी श‍िकायतें भी हो रही हैं जैसे पेट में दर्द, उल्‍टी, जी म‍िचलाना आदि। नए स्‍ट्रेन में ये पता चला क‍ि कोरोना डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम पर भी अटैक करता है हालांक‍ि ये जरूरी नहीं है क‍ि पेट संबंधी समस्‍याएं होने का कारण कोव‍िड ही है। ऐसा पेट फ्लू के कारण भी हो सकता है। पेट में फ्लू होने पर भी यही लक्षण नजर आते हैं। हालांक‍ि पेट में फ्लू होने पर आपको सांस लेने में द‍िक्‍कत, स्‍मेल या टेस्‍ट की समस्‍या नहीं होगी पर बुखार आ सकता है। चल‍िए जानते हैं पेट के फ्लू और कोरोना के लक्षणों में कैसे फर्क करें और पेट संबंधी श‍िकायतों को कैसे दूर करें। ज्‍यादा जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की। 

stomach flu

क्‍या होता है पेट का फ्लू और क्‍या है इसका कारण? (Causes and meaning of stomach flu)

पेट के फ्लू को पेट का इंफेक्‍शन भी कहा जाता है जो क‍ि वायरल, बैक्‍टीर‍िया और इंटेस्‍टाइन की लाइन‍िंग में सूजन के कारण होता है। इसे आप एक तरह का इंटेस्‍टाइनल संक्रमण भी कह सकते हैं। ये ज्‍यादातर उन लोगों को होता है जि‍नकी इम्‍यून‍िटी कमजोर होती है। पेट का फ्लू होने पर पेट में दर्द, उल्‍टी आद‍ि लक्षण द‍िखने लगते हैं। गंदे खाने या पानी के कारण भी ये समस्‍या हो सकती है। ये समस्‍या क‍िसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है। पेट के फ्लू में भी कई बार बुखार आता है इसल‍िए आप उसे कोव‍िड समझने की गलती न करें और अपना टेस्‍ट करवाएं।

पेट के फ्लू और कोरोना के लक्षणों में कैसे फर्क करें? (Difference between the symptoms of corona and stomach flu)

कोव‍िड होने पर सबसे पहले खांसी और बुखार होता है, कोव‍िड कई तरह से आपकी बॉडी पर असर डालता है। कोरोना की दूसरी लहर में लोगों में पेट संबंधी लक्षण भी देखे गए हैं जो लोगों को कंफ्यूज करते हैं क्‍योंक‍ि ऐसे ही लक्षण पेट के फ्लू में भी होते हैं। कई मरीजों को कोरोना में डायर‍िया, क्रैम्‍पस, जी म‍िचलाने जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। कोरोना के लक्षण और पेट में फ्लू के लक्षण में फर्क करना बहुत मुश्‍क‍िल है। पेट में फ्लू होने पर एब्‍डॉम‍िनल क्रैम्‍पस, डायर‍िया, ड‍िहाइड्रेशन, उल्‍टी, जी म‍िचलाना, लूज मोशन जैसी समस्‍या होती है। इसके अलावा कमजोरी या स‍िर में दर्द भी हो सकता है। कोरोना होने पर आपका टेस्‍ट और स्‍मेल करने की क्षमता चली जाती है, खांसी आती है और चेस्‍ट में पेन फील होता है जबक‍ि ये लक्षण पेट के फ्लू में नजर नहीं आते। 

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डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम पर क्‍या असर डालता है कोरोना? (How corona affects digestive system)

कोरोना वायरस वैसे तो रेस्‍प‍िरेट्ररी इंफेक्‍शन है जो ड्रॉपलेट ट्र्रांसम‍िशन से फैलता है। दूसरी लहर में लोगों को पेट संबंधी श‍िकायतें भी हुई हैं जैसे भूख न लगना, थकान, जी म‍िचलाना, क्रैम्‍पस, डायर‍िया आदि। ये कहा जा सकता है क‍ि कोविड डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम पर भी असर डालता है। कुछ र‍िसर्च में ऐसा कहा गया है क‍ि कोव‍िड डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम में इंजाइम्‍स की मदद से घुसता है ज‍िससे इंफेक्‍शन का असर या लक्षण बढ़ने लगते हैं। 

पेट फ्लू या कोव‍िड के दौरान पेट संबंधी श‍िकायत होने पर क्‍या करें? (Treatment of stomach flu and stomach problems during covid)

digestive system and corona

अगर आपको पेट संबंध‍ित श‍िकायत है तो डेयरी प्रोडक्‍ट्स, स्‍पाइसी और फैटी फूड अवॉइड करें। ज्‍यादा नमक वाला खाना या टमाटर वाली ड‍िशेज भी आपको अवॉइड करनी चाहिए। इसके अलावा आपको कैफीन भी अवॉइड करना है। पेट की श‍िकायत हो तो एल्‍कोहॉल लेने की गलती भी न करें। चल‍िए जानते हैं कोव‍िड या पेट फ्लू के दौरान होने वाली पेट की श‍िकायत को कैसे दूर कर सकते हैं- 

1. जी मिचला रहा है तो एक्‍यूप्रेशर ट्राय करें (Acupressure)

अगर आपको पेट के फ्लू या कोरोना के दौरान जी मिचलाने की समस्‍या नजर आती है तो आप अंगूठे को हल्‍के से मसाज करें। अंगूठे और पहली उंगली के बीच की जगह पर मसाज करें। आपको ऐसा दो से तीन म‍िनट तक करना है। इसके अलावा अपनी कलाई के ठीक बीच में पी-6 एक्‍यूप्रेशर प्‍वॉइंट को हल्‍के से दबाएं। इससे आपको आराम म‍िलेगा।

2. पेट संबंधी श‍िकायतें दूर करने के ल‍िए आराम करें (Rest)

अगर आपको पेट का फ्लू हुआ है तो आपको ज्‍यादा से ज्‍यादा आराम करना चाह‍िए। इससे ही ये इंफेक्‍शन दूर होगा। आपको रोजाना कम से कम आठ घंटे की नींद पूरी करनी है और नॉर्मल द‍िनचर्या को थोड़ा आराम देना है। इसका मतलब आप घर के काम भी अवॉइड करें और केवल आराम करें। जब आप आराम कर रहे होंगे तब आपकी बॉडी डैमेज सैल्‍स को र‍िपेयर करने का काम करेगी। 

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3. फ्लूड्स की मदद लें (Fluids)

पेट के फ्लू या कोव‍िड दोनों ही बीमार‍ियों में पेट की श‍िकायत होने पर आप फ्लूड्स का इस्‍तेमाल करें क्‍योंक‍ि इस समय आपको पसीना, उल्‍टी और दस्‍त चल रहे होंगे तो उसे ठीक करने के ल‍िए ल‍िक्‍व‍िड पीना बहुत जरूरी है। आप छोटे स‍िप्‍स ले सकते हैं। आप नींबू पानी, म‍िंट और अदरक का पानी पी सकते हैं। इससे जी म‍िचलाने की समस्‍या भी दूर होती है। 

4. बीआरएटी डाइट फॉलो करें (BRAT diet)

अगर आपको पेट संबंधी श‍िकायते हैं तो आप केला, चावल, एप्‍पल सॉस, टोस्‍ट (BRAT diet) का सेवन करें। केला आसानी से डाइजेस्‍ट हो जाता है। इसको खाने से आपकी बॉडी में पोटैश‍ियम की कमी नहीं होगी जो आप उल्‍टी या डायर‍िया में खो देते हैं और पेट की लाइन‍िंग मजबूत रहेगी। चावल खाने से आपको एनर्जी म‍िलेगी क्‍योंक‍ि उल्‍टी या डायर‍िया होने पर बहुत कमजोरी होती है। इसके अलावा आप एप्‍पल सॉस खाएं। एप्‍पल सॉस से एनर्जी म‍िलती है, इसमें पेक्‍ट‍िन होता है ज‍िससे डायर‍िया की समस्‍या दूर होती है और खाना आसानी से पच जाता है। डायर‍िया या उल्‍टी होने पर आपको ब्रेड का सेवन भी करना चाह‍िए। ये आपके डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम के ल‍िए फायदेमंद है। 

अगर आपको कोव‍िड हुआ है तो पेट से जुड़ी श‍िकायत एक हफ्ते में ठीक हो जानी चाह‍िए, वहीं पेट फ्लू में 10 से 15 द‍िन लग सकते हैं, इससे ज्‍यादा समय के ल‍िए श‍िकायत बनी हुई है तो डॉक्‍टर से संपर्क करें। इसका इलाज दवाओं से क‍िया जा सकता है। 

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