हर्पीस और मंकीपॉक्स के कारण त्वचा पर हो जाते हैं रैशेज, जानें इन दोनों में अंतर?

Difference Between Herpes and Monkeypox: मंकीपॉक्स और हर्पीज के बीच क्या अंतर होता है? आइये डॉक्टर से जानते हैं इनके बीच के अंतर की पहचान कैसे करें।
  • SHARE
  • FOLLOW
हर्पीस और मंकीपॉक्स के कारण त्वचा पर हो जाते हैं रैशेज, जानें इन दोनों में अंतर?

Difference Between Herpes and Monkeypox: मंकीपॉक्स दुनिया के लिए एक खतरे के तौर पर देखा जा रहा है। मंकीपॉक्स से संक्रमित होने पर मरीज के बुखार आने के साथ ही साथ त्वचा पर दाने या रैशेज की समस्या होने लगती है। मंकीपॉक्स होने पर चेहरे, हाथ या कई बार शरीर के अन्य हिस्सों में रैशेज होने लगते हैं। कुछ लोग मंकीपॉक्स और हर्पीस के बीच में अंतर नहीं समझ पाते हैं। जिसके चलते वे मंकीपॉक्स को ही कई बार मंकीपॉक्स समझ लेते हैं। आइये यशोदा हॉस्पिटल की सीनियर कंसल्टेंट, डॉ.छवि गुप्ता से जानते हैं इसके बारे में। 

मंकीपॉक्स और हर्पीज में क्या अंतर होता है? 

डॉ. छवि के मुताबिक मंकीपॉक्स और हर्पीज एक समान नहीं हैं (Monkeypox and Herpes are not Same), बल्कि यह एक दूसरे से अलग हैं। यह दोनों ही वायरल इंफेक्शन हैं, जो शरीर पर अपना असर दिखाते हैं। ज्यादातर मामलों में त्वचा पर भी इनका प्रभाव देखने को मिलता है। इनके लक्षण, कारण और उपचार सभी एक दूसरे से अलग होते हैं। मंकीपॉक्स होने पर आमतौर पर मरीज की त्वचा पर रैशेज (Skin Rashes), हाथों पर दाने और हाथ-पैर आदि में छाले देखे जाते हैं। वहीं, हर्पीज होने पर मरीज के शरीर के अंगों पर केवल छाले ही देखे जाते हैं। या कुछ मामलों में मरीज को मुंह और जांघों के आसपास अल्सर हो सकता है। 

त्वचा पर दिखता है दोनों का असर 

कुछ मामलों में इसके लक्षण पहचान पाना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि यह दोनों ही वायरस ऐसे हैं, जो एक व्यक्ति से दूसरे के संपर्क में आने से फैलते हैं। हर्पीज आपके सलाइवा के जरिए, किस करने से या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। वहीं, मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने की वजह से फैलता है। एमपॉक्स का ट्रांसमिशन हर्पीज की तुलना में ज्यादा है। यह तेजी से फैलने वाला वायरस है। 

इसे भी पढ़ें - Monkeypox वायरस से जुड़े इन 6 मिथकों पर न करें भरोसा

कैसे पहचानें अंतर? 

मंकीपॉक्स और हर्पीज में अंतर करना आसान है। इसके लिए आप ये समझें कि हर्पीज एक लॉन्ग टर्म डिजीज है, जो लंबे समय तक चलती है। वहीं, मंकीपॉक्स के लक्षण शरीर में 2 से 4 हफ्तों तक ही रहते हैं। मंकीपॉक्स के लक्षण हर्पीज से ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। इससे जान जाने का भी खतरा रहता है। 

Read Next

त्वचा या पेट से जुड़े इन 5 लक्षणों को न करें नजरअंदाज, लिवर में खराबी का हो सकते हैं संकेत

Disclaimer