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फास्टिंग ब्लड शुगर और रैंडम ब्लड शुगर में क्या अंतर है? समझें डॉक्टर से

Fasting vs Random Blood Sugar: फास्टिंग ब्लड शुगर (FBS) टेस्ट और रैंडम ब्लड शुगर (RBS) टेस्ट के माध्यम से शरीर में शुगर की जांच की जाती है।
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फास्टिंग ब्लड शुगर और रैंडम ब्लड शुगर में क्या अंतर है? समझें डॉक्टर से


Fasting vs Random Blood Sugar: ब्लड शुगर या "रक्त शर्करा" शरीर में पाए जाने वाली ग्लूकोज (शक्कर) की मात्रा होती है। यह ग्लूकोज हमारे शरीर के लिए ईंधन का काम करता है, और कोशिकाओं को ठीक से कार्य करने के लिए ऊर्जा प्रदान देता ह।  लेकिन, ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ने पर डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है। ब्लड शुगर या ब्लड ग्लूकोज शरीर में एनर्जी का प्रमुख स्रोत माना जाता है। कुछ कारणों से जब आपके शरीर में शुगर का स्तर बढ़ जाता है तो इसकी वजह से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में आपके लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि फास्टिंग और रैंडम ब्लड शुगर में क्या अंतर है।

फास्टिंग ब्लड शुगर और रैंडम ब्लड शुगर में अंतर है?- Fasting Blood Sugar Vs Random Blood Sugar in Hindi

ब्लड शुगर के स्तर की नियमित जांच जरूरी है। इसके लिए दो मुख्य तरह के रक्त शर्करा या ब्लड शुगर परीक्षण होते हैं: फास्टिंग ब्लड शुगर (FBS) टेस्ट और रैंडम ब्लड शुगर (RBS) टेस्ट। आइए, बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर से जानते है, इसके बीच  में अंतर।

फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट (FBS) क्या है?- What is Fasting Blood Sugar in Hindi

फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट आपके शरीर में ग्लूकोज के स्तर को मापता है, आमतौर पर रात भर कम से कम 8 घंटे के उपवास के बाद। इस दौरान आप कुछ भी नहीं खाते या पीते हैं (पानी के अलावा)। सुबह खाली पेट रक्त का एक छोटा सा नमूना लेकर परीक्षण किया जाता है।

Fasting Blood Sugar Vs Random Blood Sugar in Hindi

इसे भी पढ़ें: आपकी उम्र के अनुसार कितना होना चाहिए नॉर्मल ब्लड शुगर? डॉक्टर से जानें कितना शुगर माना जाता है खतरनाक

कब करवाएं फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट?

  • डायबिटीज के शुरुआती लक्षण दिखने पर, जैसे कि बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक प्यास लगना, वजन घटना आदि।
  • नियमित रूप से मधुमेह की जांच के लिए (विशेषकर यदि आप डायबिटीज के खतरे में हैं)।
  • गर्भावस्था के दौरान (गर्भकालीन मधुमेह की जांच के लिए)।
  • उपचार के दौरान ब्लड शुगर की निगरानी के लिए।

फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट का रिजल्ट- Fasting Blood Sugar Test Result in Hindi

  • सामान्य रेंज: आमतौर पर, स्वस्थ वयस्कों में फास्टिंग ब्लड शुगर का स्तर 100 मिलीग्राम/डेसीलीटर (mg/dL) से कम होना चाहिए।
  • प्री-डायबिटीज: यदि रक्त शर्करा का स्तर 100-125 mg/dL के बीच है तो इसे प्री-डायबिटीज माना जा सकता है। 
  • मधुमेह: यदि रक्त शर्करा का स्तर लगातार 126 mg/dL या उससे अधिक रहता है तो यह मधुमेह का संकेत हो सकता है।
  • ध्यान दें: उपरोक्त मान केवल एक संकेत हैं। रक्त शर्करा के स्तर का निर्धारण करने के लिए डॉक्टर आपका पूरा चिकित्सकीय इतिहास और अन्य परीक्षणों के परिणामों को भी ध्यान में रखेंगे।

रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट (RBS) क्या है?- What is Random Blood Sugar Test in Hindi

रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट आपके रक्त शर्करा के स्तर को दिन के किसी भी समय मापता है, भले ही आपने खाया हो या न खाया हो। यह परीक्षण आमतौर पर तब किया जाता है जब मधुमेह के लक्षण दिखाई देते हैं या किसी आपात स्थिति में जल्दी से रक्त शर्करा के स्तर की जांच करनी होती है।

कब करवाएं रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट?

  • डायबिटीज के लक्षण दिखाई देने पर (जैसे कि बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक प्यास लगना, थकान आदि)।
  • रक्त शर्करा के स्तर में अचानक परिवर्तन का संदेह होने पर।
  • मधुमेह के मरीजों में उपचार के दौरान रक्त शर्करा नियंत्रण की जांच के लिए (आमतौर पर फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट के साथ किया जाता है)। 

शरीर में नॉर्मल ब्लड शुगर की मात्रा 90 से 100 mg/dL के बीच होती है लेकिन जब आप कुछ खा चुके होते हैं या चेक करने के दो घंटे पहले भोजन कर चुके होते हैं तो इसका स्तर बढ़कर 140 mg/dl हो सकता है। ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने पर शरीर में डायबिटीज की समस्या हो जाती है। लेकिन हर व्यक्ति में उम्र और स्वास्थ्य से जुड़ी स्थिति के कारण ब्लड शुगर का स्तर घट या बढ़ सकता है।
(Image Courtesy: freepik.com)

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