शिन स्प्लिन्ट्स जोड़ों के दर्द की समस्या है जो व्यायाम के कारण होती है। इसे पिंडली के दर्द के नाम से भी जाना जाता है जो अक्सर किसी भी पैर के निचले भाग में होता है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते है "शिन स्प्लिन्ट्स" शब्द शिन बोन (टिबिया) के बढ़ने और दर्द को दर्शाता है। कभी-कभी इसका दर्द असहनीय हो सकता है।
शिन स्प्लिन्ट्स आमतौर पर शारीरिक गतिविधि को समाप्त करने के बाद यानी अगर आप व्यायाम समाप्त कर चुके हैं तब उसके बाद शुरू होता है। यह अक्सर दौड़ने के साथ जुड़ा होता हैं। कोई भी जोरदार खेल की गतिविधियां शिन स्प्लिन्ट्स को लाती हैं, खासकर जब आप सिर्फ एक फिटनेस प्रोग्राम शुरू कर रहे हो। हालांकि इस दर्द के सही कारणों को अभी पता नही चल पाया है। लेकिन माना यही जाता है कि यह दर्द पिंडली की हड्डी पर खिंचाव और सूजन के कारण होता है। हड्डी पर अधिक तनाव और दबाव के चलते भी ऐसा होने की संभावना रहती है।
शिन स्प्लिन्ट्स का निदान
आपका डॉक्टर आपसे पूछेगा की आप कोई खेल खेलते हैं जिसमे की बहुत तेज दौडना पड़ता है या अत्यधिक चलना पड़ता है और हाल ही में आपने अपने प्रशिक्षण की तीव्रता बढ़ाई है। साथ ही आपका डॉक्टर आपसे आपके प्रशिक्षण सत्र से सम्बंधित दर्द के समय के बारे में पूछेगा और क्या दर्द तब भी होता है जब आप आराम कर रहे होते हैं।
आपका डॉक्टर प्राय शिन स्प्लिन्ट्स का निदान आपके लक्षण, आपके धावक के इतिहास और शारीरिक परिक्षण के बल पर करता है। आपका डॉक्टर आपकी पिंडली की जांच करेगा ताकि यह पता चल सके की दर्द और छूने पर दर्द आपकी पैर की मासपेशिय में होता है और पिंडली की हड्डी में होता है।
यह इसलिए क्योंकि शिन स्प्लिन्ट्स के लक्षणों को टिबिया के दवाब फ्रेक्चर के साथ भ्रम में लिया जा सकता है जो की पिंडली की हड्डी में दवाब से सम्बंधित है, यह हड्डी के टूटने के कारण होता है। टिबिया का दवाब फ्रेक्चर एक अन्य प्रकार की अत्याधिक कार्य चोट है जो की उन धावको में आम होटी है जो दौड़ते हैं।
अन्य मुख्य समस्या जो की शिन स्प्लिन्ट्स के साथ हो सकती है या उसकी नक़ल कर सकती है उनमे आस पास की मासपेशियों का खिंचना या फटना सम्मिलित है या हड्डी की सतह पर प्रदाह होता है। कम्पार्टमेंट सिंड्रोम एक दुर्लभ दशा जिसमें मांसपेशियों का दर्द असहनीय हो सकता है।
सामान्य दशाओं में एक डॉक्टर को विशिष्ट निदानिक जांच की ज़रूरत नहीं पड़ती है जो की यह पक्का कर दे की आपको शिन स्प्लिन्ट्स है। पर अतिरिक्त दवाब जांच कभी-कभी दवाब फ्रेक्चर को जांचने के लिए जरूरी होते हैं। इस दशा में आपका डॉक्टर हड्डी का स्कैन कराने को कह सकता है जो कि मानक एक्स-रे से ज्यादा संवेदनशील होता है।
यह शिन स्प्लिन्ट्स और दवाब फ्रेक्चर में अंतर बता सकता है। दुर्लभ दशा में उदाहरण के रूप में अगर आपका डॉक्टर शक करता है की आपको कम्पार्टमेंट सिंड्रोम है तो आपको एक जांच करानी पड़ सकती है जो कि आपके पैर की मांसपेशियों में दबाव को जांचने के लिए होगी।
अगर आप एथलेटिक गतिविधियों में अधिक व्यस्त रहते हैं और अक्सर आपके घुटने में दर्द होता है तो यह शिन स्प्लिन्ट्स हो सकता है। इस स्थिति में चिकित्सक से तुरंत सलाह लीजिए।
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