
हाल ही में हुए शोध के मुताबिक शुरुआती अवस्था में फेफड़ों के कैंसर की पहचान के लिए ब्लड टेस्ट मददगार साबित हो सकता है। ज्यादा जानकारी के लिए पढ़े ये खास खबर।
अक्सर फेफड़ों के कैंसर के बारे में अगर शुरुआती अवस्था में बचा लग जाए तो रोगी को आसानी से बचाया जा सकता है। हाल ही में हुए शोध में पाया गया है कि अब ब्लड टेस्ट के जरिए इसका पता लगाना आसान हो जाएगा।
वैज्ञानिकों ने एक नए अध्ययन में पाया है कि फेफड़े के कैंसर से पीड़ित लोगों के खून में एक खास तरह के प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है। यह खोज सामने आने के बाद इस बीमारी की जांच के लिए साधारण सा ब्लड टेस्ट विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि फेफड़ों के कैंसर से ग्रसित लोगों में आईसोसिट्रेट डी हाइड्रोजिनेज (आइडीएचआइ) प्रोटीन काफी उच्च मात्र में पाया जाता है। प्रमुख शोधकर्ता और बीजिंग में चाइनीज एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेस के निदेशक जाइ हे ने कहा कि यह पहला शोध है जिसने आइडीएचआइ की पहचान की है। इस बीमारी का पता काफी देर से चल पाता है।
यही वजह से कि दुनियाभर में तेजी से फैल रही इस बीमारी की मृत्युदर अभी काफी ज्यादा है। 2007 से 2011 के बीच 943 मरीजों के रक्त के नमूनों की जाच कर शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे। यह शोध अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च के जर्नल क्लीनिकल कैंसर में प्रकाशित हुआ है।
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