टाइप-2 डायबिटीज (TYPE 2 diabetes) या फिर आम भाषा में कहें डायबिटीज दुनियाभर में फैली एक ऐसी स्वास्थ्य समस्या है, जिससे हर तीसरा व्यक्ति परेशान है। डायबिटीज की स्थिति दरअसल तब होती है जब हमारे शरीर का एक जरूरी अंग पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता और हमारा ब्लड शुगर लगातार बढ़ता चला जाता है। टाइप-2 डायबिटीज (TYPE 2 diabetes) जीवनशैली से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है लेकिन जीवनशैली में कुछ मामूली बदलाव कर आप इस स्थिति पर काबू पा सकते हैं। गौर करने वाली बात ये है कि अगर समय रहते डायबिटीज को कंट्रोल न किया जाए तो कोई भी व्यक्ति नर्व डैमेज, किडनी फेल्योर, हार्ट अटैक जैसी कई जानलेवा समस्याओं का शिकार हो सकता है। जीवनशैली में मामूली बदलाव की शुरुआत आपके सुबह उठने से ही जुड़ी हुई है। जी हां, अगर आप डायबिटीज पेशेंट हैं तो आपको सुबह आधे घंटे की सैर करनी चाहिए। डॉक्टर भी डायबिटीज रोगियों को सुबह उठकर सैर करने की सलाह देते हैं लेकिन फायदों के बारे में नहीं बताते हैं। इस लेख में हम आपको सुबह की सैर के कुछ ऐसे फायदे बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
डायबिटीज पेशेंट सुबह ठहलें, मिलेंगे ये अचूक फायदे
साइंस मानता है सैर से अच्छा कुछ नहीं
जी हां, साइंस भी मानता है कि सुबह उठकर टहलने से बेहतर कुछ नहीं होता। लोग स्वस्थ व फिट रहने के लिए क्या-क्या नहीं करते लेकिन फिर चाहे वे जिम जाना हो या योग करना। बड़े- बुजुर्ग भी कहते हैं कि शरीर को स्वस्थ व फिट रखने के लिए सुबह-शाम टहलने से बेहतर कोई विकल्प नहीं है।
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ब्लड शुगर होता है कम
सुबह उठकर नियमित रूप से सैर करना डायबिटीज पेशेंट के लिए हमेशा से काफी फायदेमंद माना गया है क्योंकि सुबह की सैर के बाद ब्लड शुगर लेवल में कमी आती है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और इंसुलिन का प्रयोग कर रहे हैं तो आपको सुबह उठकर कम से कम आधे घंटे की सैर जरूर करनी चाहिए। ऐसा करने से डायबिटीज के खतरे में कमी आती है।
हार्ट अटैक का खतरा भी होता है कम
डॉक्टर बढ़ती उम्र में लोगों को रोजाना कम से कम दो किलोमीटर पैदल चलने की सलाह देते हैं क्योंकि ऐसा करने से मांसपेशियों को मजबूती देने में मदद मिलती है। जिन लोगों को हार्ट अटैक का खतरा होता है उन्हें सुबह उठकर कम से कम आधे घंटे की सैर करनी चाहिए। अगर आप सैर के दौरान तेज गति से चलते हैं तो इससे आपके हृदय की धड़कनें तेज होती हैं और शरीर में गर्मी पैदा होती है। तेज गति से चलने पर शरीर में ऑक्सीजन बेहतर तरीके से प्रवाहित होती है और आप हमेशा फिट रह सकते हैं। सुबह उठकर आधे घंटे की सैर से कोलेस्ट्रोल कम करने में मदद मिलती है। बता दें कि कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ने से हृदय रोग, ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन रोजाना तीस मिनट की वॉक शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करती है।
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वजन कम करने में फायदेमंद
वजन कम करने की कोशिश में लगे लोगों के लिए ये एक बेहद ही साधारण तकनीक है। अगर आप वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं तो तेज रफ्तार से आधा घंटा टहलना आपके लिए काफी फायदेमंद होता है। दरअसल आधे घंटे में तेज गति से तय की गई दूरी में 150 कैलोरी बर्न होती है। और ऐसा करने से आप बिना जिम जाए शरीर के वजन को नियंत्रित रख सकते हैं।
अर्थराइटिस से होता है बचाव
अगर आप काफी समय से अर्थराइटिस की समस्या से परेशान हैं तो सुबह उठकर आधे घंटे की सैर शरीर के जोड़ों को मजबूत और फिट रखने में आपकी मदद कर सकती है। नियमित रूप से सैर करने पर अर्थराइटिस और हड्डियों के फ्रैक्चर होने की समस्या से काफी राहत मिलती है। इतना ही नहीं वे महिलाएं, जो रजोनिवृत्ति के दौर में पहुंच चुकी हैं, अगर वह हर दिन लगभग आधे घंटे की सैर करें तो उनके शरीर की हडि्डयों का घनत्व बढ़ जाता है।
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