काफी सस्ती और लगभग हर जगह मिलने वाली स्टेरॉयड दवा डेक्सामेथासोन टैबलेट से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की जान बचाने का दावा किया गया है। शोधकर्ता इस दवा में SARS-nCOV2 वायरस के लिए एक प्रभावी उपचार खोजने में सक्षम हो गए हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि डेक्सामेथासोन दवा के प्रयोग से COVID-19 पेशेंट के मरने का खतरा एक तिहाई कम हो जाता है। ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने कहा है कि वह बहुत जल्द दवा को लेकर एक रिसर्च पेपर प्रकाशित करेंगे।
डेक्सामेथासोन से मृत्युदर में आई 35 फीसदी तक गिरावट
शोध के मुताबिक, डेक्सामेथासोन दवा को दो हजार एक सौ चार कोरोना संक्रमितों को दिया गया और उन मरीजों की तुलना सामान्य तरीकों से उपचार किए जा रहे चार हजार तीन सौ इक्कीस अन्य मरीजों से की गई। मेडिसिन के उपयोग के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि वेंटीलेटर के साथ उपचार करा रहे पेशेंट की मृत्युदर 35 प्रतिशत तक घट गई। वहीं, जिन गंभीर पेशेंट को ऑक्सीजन दिया जा रहा था उनमें 20 फीसदी तक मृत्युदर कम हो गयी।
सस्ती है डेक्सामेथासोन दवा
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ता पीटर होर्बी का कहना है कि ये काफी साकारात्मक परिणाम है। मृत्युदर में कमी लाने और ऑक्सीजन के सपोर्ट वाले मरीजों में सीधे तौर पर इसका फायदा देखा जा सकता है। इसलिए इस प्रकार के कोविड-19 पेशेंट में डेक्सामेथासोन का प्रयोग किया जाना चाहिए। डेक्सामेथासोन दवा काफी सस्ती है और विश्वभर में लोगों की जान बचाने में इसका प्रयोग किया जा सकता है।
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कोरोना में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा का फायदा न होने का दावा
हाल में इसी शोध में दावा किया गया था कि मलेरिया के उपचार प्रयोग की जाने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) कोरोना वायरस के उपचार में उपयोगी नहीं है। इस अध्ययन में इंग्लैंड, वेल्स, स्कॉटलैंड और साउथ आयरलैंड में 11,000 से अधिक मरीजों को सम्मिलित किया गया था।
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खुद से न करें इसका प्रयोग
डेक्सामेथासोन दवा काफी सस्ती है। यह आपको मार्केट में आसानी से उपलब्ध हो सकती है। मगर इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है। इस दवा का इस्तेमाल अभी ट्रायल बेस पर किया जा रहा है। ऐसे में जब तक विशेषज्ञ इसके प्रयोग की सलाह नहीं देते हैं तब तक इसका उपयोग नहीं किया जा सकता है।
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