कपूर (camphor in hindi) सदियों से हमारी दादी-नानी के नुस्खों (dadi nani ke nuskhe) का हिस्सा रहा है। दरअसल, इसके पीछे एक बड़ा कारण ये है कि कपूर में कई एंटीबैक्टरियल और एंटीसेप्टीक गुण पाए जाते हैं। साथ ही इसका एंटीइंफ्लेमेटी गुण दर्द दूर करने में भी मददगार है। लेकिन आज हम आपको कपूर के एक खास इस्तेमाल और फायदे (camphor uses and benefits in hindi) के बारे में बताएंगे। दरअसल, शरीर की कई समस्याओं को दूर करने के लिए आप कपूर का लेप बना कर इस्तेमाल कर सकते हैं। इस लेप का आप दर्द,जलन और खुजली को दूर करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा भी कपूर इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं। आइए जानते हैं सबके बारे में विस्तार से।
कपूर का लेप लगाने के फायदे
1. दाद में
दाद खाद खुजली किसी को भी बहुत परेशान करती है। ऐसे में आप कपूर को पीस कर और इसे लौंग या पिपरमिंट के तेल में मिला कर लेप बना सकते हैं। इस लेप को आप आपको रोजाना रात में सोते समय दाद पर लगाना है। आप पाएंगे कि आप दाद जल्दी ही ठीक होने लगेगा। दरअसल, दाद फंगल इंफेक्शन के कारण होता है और फैलने लगता है। ऐसे में कपूर का लेप त्वचा की इस समस्या को ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है। पहले तो इसका एंटी फंगल गुण फंगल इंफेक्शन को कम करता है और फिर त्वचा को शांत कर सकता है। इससे जलन और खुजली को कम करने में मदद मिलती है। फिर रेगुलर इसका इस्तेमाल करने से ये पूरी तरह से ठीक हो जाता है।
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2. एक्ने होने पर
एक्ने दो प्रकार के होते हैं। ये हार्मोनल और दूसरा ऑयली स्किन व गंदगी के कारण। इस दोनों ही स्थितियों में एक्ने तेजी से बढ़ता है। ऐसे में आपको सबसे पहले तो एक्ने के बैक्टीरिया को कंट्रोल करना होगा और दूसरा इसे फैलने से रोकना होगा। इसके लिए जरूरी ये भी कि आप अपनी स्किन को साफ रखें और ऑयल प्रोडक्शन को कंट्रोल करें। इसके लिए आप कपूर और नींबू से लेप बना कर इस्तेमाल कर सकते हैं। ये लेप एंटी-फंगल, एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल है। यह मुंहासों या फुंसी को कम करने में मदद करता है और इसे फैलने से रोकता है। नींबू चेहरे को अंदर से साफ करता है और ऑयल प्रोडक्शन को रोकता है। इसके अलावा ये बैक्टीरिया को भी मारता है और पिंपल्स और मुंहासों का इलाज करता है। तो, इस तरह ये लेप एक्ने को कम करने में भी मददगार है।
3. जलने पर
कभी आपका हाथ जल जाए तो, कपूर का लेप लगाना बहुत फायदेमंद है। दरअसल, जले हुए घावों को ठीक करने के लिए आप कपूर से लेप या क्रीम तैयार कर सकते हैं। दरअसल, ये एंटीसेप्टीक होता है। इसके लिए आपको कपूर को पीस कर उसमें शहद मिलाना है। फिर इसे अपने घाव पर लगा लें। ये पहले को आपकी जलन को कम करेगा और फिर घाव को ठीक करने में मदद करेगा।
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4. फटी एड़ियों में
कपूर आपकी त्वचा को शांत और मॉइस्चराइज कर सकता है और इसलिए फटी एड़ियों के इलाज में आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, फटी एड़ियां बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी होता है। ऐसे में इंफेक्शन को ठीक करने के साथ त्वचा को मॉइस्चराइज करना भी जरूरी है। तो कपूर इंफेक्शन कम कर सकता है और नारियल तेल त्वचा को मॉइस्चराइज करता है। इसके लिए आप कपूर को पीस कर नारियल तेल में मिला लें और इसे अपनी फटी एड़ियों पर लगाएं।
5. दर्द में
कपूर को त्वचा पर लगाने से दर्द और सूजन से राहत मिलती है। इसके लिए आप कपूर, हल्दी और नीलगिरी के तेल को मिला कर लेप बना सकते हैं और इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इस लेप को लगाने से आपको दर्द से राहत मिल सकती है। इस लेप को आप जोड़ों, कंधों और पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने पर लगा सकते हैं। जब आप इस लेप को लगाएंगे तो, आपको झुनझुनी, गर्मी या ठंडक का अहसास हो सकता है, जिससे आपको दर्द से राहत मिलेगी।
तो, इस तरह आप कपूर के इस्तेमाल से इन तमाम समस्याओं से बच सकते हैं। इसके अलावा आप अन्य कई प्रकारों से भी कपूर का लेप तैयार कर सकते हैं। जैसे कि एलोवेरा और नीम से। इसे आप अपने चेहरे और किसी भी इंफेक्शन में इस्तेमाल कर सकते हैं। तो, अब कभी ये परेशानियां हो तो एक बार ये नुस्खा जरूर ट्राई करें।
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