Cystic Fibrosis Symptoms: सिस्टिक फाइब्रोसिस (सी.एफ) एक गंभीर आनुवांशिक विकार है, यह विकार मुख्य रूप से फेफड़ों और पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। इस समस्या में व्यक्ति के शरीर में चिपचिपा और सख्य बलगम (म्यूकस) बनता है, जो फेफड़ों और अन्य अंगों को ब्लॉक कर सकता है। इस रोग में व्यक्ति के फेफड़ों के एयरवेस (Airways) प्रभावित होते हैं, जिसकी वजह से व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है और उसको बार-बार संक्रमण हो सकता है। इसमें पैंक्रियाज भी प्रभावित होते हैं, जिसकी वजह से पाचन तंत्र से रिलीज होने वाले एंजाइम्स बाधित होते हैं और पोषण तत्वों का अवशोषण सही तरह से नहीं हो पाता है। इस लेख में आगे जानेंगे की वयस्कों में सिस्टिक फाइब्रोसिस होने पर क्या लक्षण दिखाई देते हैं।
सिस्टिक फाइब्रोसिस के लक्षण -
In Adults In Hindi
गंभीर श्वसन रोग
वयस्कों में सिस्टिक फाइब्रोसिस होने पर श्वसन तंत्र (Respiratory Problems) प्रभावित होता है। इससे व्यक्ति को लगातार खांसी, बार-बार फेफड़ों में संक्रमण और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। सिस्टिक फाइब्रोसिस में बलगम बनने से एयरवेस ब्लॉक होते हैं, इससे बैक्टीरिया और संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसे संक्रमण बार-बार हो सकते हैं।
पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं
सिस्टिक फाइब्रोसिस पाचन तंत्र को काफी प्रभावित करता है, क्योंकि इसमें बनने वाला गाढ़ा बलगम पैंक्रियाज डक्ट (Pancreas Duct) को ब्लॉक करता है, जो पाचन एंजाइमों (Digestive Enzymes) के स्राव को बाधित करता है। इसके चलते पोषक तत्वों का अवशोषण खराब होता है, जिससे स्टीटोरिया, सूजन और पेट दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
साइनसाइटिस और नेजल पॉलीप्स
सिस्टिक फाइब्रोसिस वाले वयस्कों में क्रोनिक साइनसाइटिस और नेजल पॉलीप्स (Chronic Sinusitis) की समस्या देखने को मिलती है। इसमें बनने वाला गाढ़ा बलगम न केवल फेफड़ों को प्रभावित करता है, बल्कि साइनस को भी ब्लॉक कर सकता है। इससे सूजन और संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है। नेजल पॉलीप्स में नाक का मार्ग और अधिक ब्लॉक हो सकता है, इससे सांस लेने में मुश्किल होती है।
सहनशीलता में कमी
सिस्टिक फाइब्रोसिस वाले वयस्कों के फेफड़े कमजोर हो जाते हैं। ऐसे में उनके द्वारा एक्सरसाइज करने में पर सांस लेने और फेफड़ों पर दबाव पड़ता है। किसी भी तरह के शारीरिक कार्य करते समय व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
प्रजनन संबंधी समस्याएं
सिस्टिक फाइब्रोसिस विशेष रूप से पुरुषों की प्रजनन क्षमता (Fertile Problems) को प्रभावित करता है। इस रोग के करीब 95 फीसदी से अधिक पुरुष जन्म से ही वास डेफेरेंस (vas deferens)(अंडकोष से शुक्राणु ले जाने वाली नली) नहीं होती है। इससे वह इनफर्टाइल होते हैं। जबकि, सिस्टिक फाइब्रोसिस वाली महिलाओं को सर्वाइकल म्यूकस के कारण प्रजनन क्षमता में कमी का अनुभव हो सकता है, जो शुक्राणु के प्रवेश में बाधा डाल सकता है।
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Cystic Fibrosis Symptoms: वयस्क को सिस्टिक फाइब्रोसिस के साथ कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में उनको किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसकी वजह से व्यक्ति को कमजोरी महसूस हो सकती है।