भारत में कोरोना की चौथी लहर के बारे में क्या है एक्सपर्ट्स की राय? जानें किन देशों में दोबारा बिगड़ी स्थिति

देश में भले ही कोरोना की तीसरी लहर खत्म हो गयी है लेकिन दक्षिण एशिया और यूरोप के देशों में कोरोना के नए मामले दोबारा बढ़ रहे हैं, जानें कब आ सकती है चौथी लहर?
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भारत में कोरोना की चौथी लहर के बारे में क्या है एक्सपर्ट्स की राय? जानें किन देशों में दोबारा बिगड़ी स्थिति

देश में कोरोना संक्रमण के मामलों की रफ्तार भले ही धीमी हुई हो लेकिन इसके नए मामले आने अभी बंद नहीं हुए हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक देश में कोरोना की तीसरी लहर खत्म हो चुकी है। लेकिन बीते कुछ दिनों में दुनियाभर के देशों में कोरोना की स्थिति को देखते हुए चौथी लहर की आशंका व्यक्त की जा रही है। दक्षिण-पूर्व एशिया और यूरोप के कुछ देशों में कोरोना की मौजूदा स्थिति सामान्य नहीं है और इसे देखते हुए कोरोना की चौथी लहर (Coronavirus Fourth Wave India) का डर लोगों में फैल रहा है। कोरोना की तीसरी लहर की संक्रामकता को देखने के बाद अब लोगों का यही सवाल है की भारत में कोरोना की चौथी लहर कब आएगी? दरअसल आईसीएमआर के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक के मुताबिक कोरोना की जो स्थिति पहले देखने को मिली थी जरूरी नहीं है की दोबारा भी वही स्थिति देखने को मिले। लेकिन अगर दुनियाभर के देशों में कोरोना के नए मामले बढ़े तो इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है। आइये जानते हैं भारत में कब आएगी कोरोना की चौथी लहर?

भारत में कोरोना की चौथी लहर कब आएगी? (When Will Coronavirus 4th Wave Hit India?)

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कोरोना संक्रमण को लेकर दुनियाभर के विशेषज्ञों की अलग-अलग राय देखने को मिल रही है। जहां एक तरफ दुनिया के तमाम एक्सपर्ट कोरोना के प्रभाव को खत्म होने की बात कर रहे हैं वहीं तमाम विशेषज्ञों ने कोरोना की चौथी लहर से सावधान रहने की अपील की है। कई विशेषज्ञों का मानना है की दुनिया के कई देशों में कोरोना की चौथी और पांचवी लहर आ चुकी है और इसलिए भारत में भी कोरोना की चौथी लहर आ सकती है। आईसीएमआर (ICMR),जोधपुर स्थित एनआईआईआरएनसीडी (नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इम्प्‍लीमेंटेशन रिसर्च ऑन नॉन कम्यूनिकेबल डिसीज) के निदेशक और कम्यूनिटी मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अरुण शर्मा के मुताबिक भारत में कोरोना संक्रमण की तीन लहरें आ चुकी हैं। जिसका प्रभाव देश में सभी लोगों ने देखा है। अब इसकी वजह से लोगों में कोरोना की चौथी लहर के प्रति जानने की दिलचस्पी बढ़ गयी है। हालांकि अभी तक कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट का कोई दोसरा घातक म्यूटेशन देखने को नहीं मिला है। लेकिन कोरोना वायरस के नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं। इन सब को देखते हुए अभी कोरोना की चौथी लहर के बारे में सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है।

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पिछले दो सालों से कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट की वजह से दुनियाभर में तबाही देखने को मिली है। मौजूदा समय में एक बार फिर से इस घातक वायरस ने चीन, साउथ कोरिया और यूरोप के कई देशों में फैलना शुरू किया है। इन देशों में कोरोना के नए मामलों में वृद्धि देखने को मिली है। जानकारी के मुताबिक इन देशों में कोरोना के नए मामले ओमिक्रोन के सब-वैरिएंट BA2 की कारण बढ़ रहे हैं। इसको देखते हुए वैज्ञानिकों ने कोरोना की चौथी लहर का अनुमान लगाना शुरू किया है। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट सुभाष सालुंखे ने कहा है की देश में कोरोना की तीसरी लहर जो की दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 बीच थी, के दौरान लोगों की इम्यूनिटी काफी मजबूत हुई है। देश में कोरोना संक्रमण को रोकने और इसके प्रभाव को कम करने के लिए वैक्सीनेशन भी तेजी से हो रहा है इसलिए लोगों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है की देश में कोरोना की चौथी लहर नहीं आ सकती। चौथी लहर के प्रति लोगों को लापरवाह नहीं होना चाहिए।

कितनी खतरनाक होगी कोरोना की चौथी लहर? 

कोरोना संक्रमण के मामले देश में अभी भी देखने को मिल रहे हैं। दक्षिण एशिया और यूरोपीय देशों में कोरोना के नए मामलों की संख्या में लगातार तेजी देखी जा रही है जिसकी वजह से चौथी लहर की आशंका बढ़ गयी है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर देश में कोरोना की चौथी लहर आती भी है तो पहले जितनी खतरनाक नहीं होगी। आईसीएमआर (ICMR) के एक्सपर्ट डॉ अरुण शर्मा के मुताबिक कोरोना वायरस जिस तरह से अपना रूप बदल रहा है उसको देखते हुए चौथी लहर के आने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन अगर देश में कोरोना की चौथी लहर आती है तो यह पहले जितनी खतरनाक नहीं होगी। इसके लिए लोगों की इम्यूनिटी और वैक्सीनेशन प्रमुखता से जिम्मेदार हैं।

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हालांकि ऐसा नहीं है की कोरोना का प्रभाव एकदम से खत्म हो गया है। इसलिए इसे बढ़ने से रोकने के लिए सरकार द्वारा बनाये गए प्रोटोकॉल का पालन जरूर करना चाहिए। कोरोना के लक्षण दिखने पर कोरोना की जांच जरूर कराएं और किसी भी तरह की समस्या होने पर एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह लें।

(All Image Source - Freepik.com)

 

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