छठ पूजा देश के बड़े त्यौहारों में से एक है। बिहार में इस पर्व को महापर्व के रूप में मनाया जाता है। छठ कार्तिक शुक्ल की षष्ठी को मनाया जाने वाले इस पर्व में लोगों की खासी आस्था रहती है। सूर्योपासना का यह अनुपम लोकपर्व मुख्य रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश और खासकर बिहार में मनाया जाता है। प्रायः हिंदुओं द्वारा मनाए जाने वाला यह पर्व ना सिर्फ भारतीयों में बल्कि विश्वभर में भी प्रचलित हो गया है। यह पर्व कुल चार दिन तक चलता है। नहाय-खाय से लेकर उगते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य देने तक चलने वाले इस पर्व का बहुत महत्व दिया जाता है।
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क्या होता है इस दिन?
छठ पूजा के दिन भगवान सूर्य और छठी मैया की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि छठ पूजा के चार दिनों के दौरान सूर्य और छठी माता की पूजा करने वाले लोगों की हर परेशानी दूर होती है जबकि मनोकामनाएं पूरी होती हैं। छठ पूजा के व्रत से कई प्रकार के रोगों का भी सफाया होता है। स्किन प्रॉब्लम और आंखों के विकार के लिए यह पर्व खासकर बहुत लाभदायक होता है।
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शरीर को डिटॉक्स करें
छठ पूजा के व्रत से शरीर के सभी विषाक्त पदार्थों का जड़ से सफाया होता है। डिटॉक्सिफाई वायु प्रवाह को नियमित करने में मदद करता है और आपको अधिक ऊर्जावान बनाता है। यह तर्क बहुत ही सरल है। शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों से लड़ने में अपनी ज्यादा ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है लेकिन, इस तरह के प्राणायाम, ध्यान, योग आदि और छठ प्रथा के व्र जैसे विषनाशक तरीकों का उपयोग कर, शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों की मात्रा काफी हद तक कम की जा सकती है।
जिसके चलते आपकी त्वचा युवा और हेल्दी दिखती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सूर्य की किरणों का सुरक्षित विकिरण आपकी त्वचा में मौजूद फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन को दूर करने में मदद करता है। इसके साथ ही आपकी दृष्टि में भी सुधार होता है।
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