प्रेग्नेंसी हर महिला के जीवन में एक खास अनुभव होता है। इस समय पहली बार प्रेग्नेंट बनने वाली महिलाओं को थोड़ी मुश्किलों को सामना करना पड़ता है। जबकि, दूसरी बार प्रेग्नेंट होने वाली महिलाएं के लिए ये अनुभव नया नहीं होता है। लेकिन, प्रेग्नेंसी के दौरान हर महिला को नींद से संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है। नींद न आने के कारण महिलाओं को थकान और कमजोर महसूस होने लगती है। इसके अलावा, कुछ महिलाओं को शारीरिक बदलावों की वजह से भी बेहतर नींद लेने में परेशानी होती है। इस लेख में साईं पॉलीक्लीनिक की वरिष्ठ स्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल ने बताया कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं को नींद न आने के क्या कारण होते हैं और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।
प्रेग्नेंसी के दौरान नींद क्यों नहीं आती है? Causes Of Sleep Disturbance In Pregnancy In Hindi
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को भ्रूण का आकार बढ़ने के कारण नींद आने में परेशानी हो सकती है। साथ ही, सोने की पोजीशन में हुए बदलाव के कारण भी कुछ महिलाएं बेहतर नींद नहीं ले पाती हैं। आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी में नींद न आने के कुछ मुख्य कारणों के बारे में।
बार-बार बाथरूम जाना
प्रेग्नेंसी में महिलाओं के ब्लड को फिल्टर करने के लिए किडनी पहले की अपेक्षा अधिक कार्य करती है। इससे महिलाओं को बार-बार बाथरूम (यूरिन पास करना) जाने के आवश्यकता होता है। जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी के महीने बढ़ते हैं, वैसे-वैसे ब्लैडर पर दबाव बनता है। इसकी वजह से महिलाओं को यूरिन पास करने के लिए रात को बार-बार उठना पड़ता है। इसकी वजह से उन्हें रात में गहरी व बेहतर नींद नहीं आती है।
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पैरों में दर्द और सूजन
प्रेग्नेंसी के दौरान वाटर रिटेंंशन के कारण महिलाओं के पैरों में सूजन होने लगती है। पैरों में दर्द और सूजन की वजह से अधिकतर महिलाओं की नींद रात में बार-बार खुल जाती है। दर्द और सूजन भी उनकी नींद न आने का एक बड़ा कारण माना जाता है।
सांस लेने में परेशानी
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के हार्मोन में तेजी से बदलाव होता है। ऐसे में कुछ महिलाओं को सांस लेने में समस्या होती है। दरअसल, शिशु का आकार बढ़ने के कारण महिलाओं के फेफड़ों को सांस भरने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिसकी वजह से महिलाओं सांस लेने में परेशानी होती है। रात के समय महिलाओं को इस वजह से गहरी नींद नहीं आ पाती है।
एसिडिटी
प्रेग्नेंसी में पाचन तंत्र पर प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से महिलाओं को एसिडिटी, पेट फूलना और गैस की समस्या होने लगती है। इस समस्या के कारण महिलाओं को रात को सोने में परेशानी होने लगती है।
स्ट्रेस
पहली बार प्रेग्नेंट होने वाली महिलाओं को डिलीवरी को लेकर मन में कई तरह सवाल होते हैं। कई बार महिलाएं घर के किसी अन्य सदस्य के साथ अपने स्ट्रेस को शेयर नहीं करती हैं। ऐसे में स्ट्रेस की वजह से महिलाओं को रात में नींंद नहीं आ पाती है।
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प्रेग्नेंसी में नींद न आने की समस्या को कैसे कम करें - How To Prevent Sleep Disturbance During Pregnancy In Hindi
- रात को हल्का और आसानी से पचने वाला आहार लें। इससे आपको पाचन संबंधी समस्या नहीं होगी।
- सोने से करीब 2 घंटे पहले भोजन करें। इससे भोजन आसानी से डाइजेस्ट होता है।
- सोने से पहले करीब 15 से 20 मिनट की वॉक करें।
- रात को सोने से पहले पैरों की हल्की मसाज करें। इससे सूजन के कारण होने वाले दर्द में आराम मिलता है।
- सुबह व शाम को हल्की एक्सरसाइज करें।
- अगर स्ट्रेस की वजह से नींद नहीं आ रही है, तो ऐसे में घर के अन्य सदस्यों के साथ अपने विचारों को शेयर करें। इससे आपका स्ट्रेस कम होने में मदद मिलेगी।
प्रेग्नेंसी के दौरान किसी भी तरह की परेशानी में आप लापरवाही न बरतें। इस समय यदि आपको कुछ दिनों से नींद नहीं आ रही है, तो ऐसे में तुरंत किसी नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।