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क्या पीरियड्स में तीन दिन से कम ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें एक्सपर्ट से इस बारे में

क्या तीन दिन से कम पीरियड्स आना नॉर्मल है? आइये एक्सपर्ट से जानें इस बारे में।   
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क्या पीरियड्स में तीन दिन से कम ब्लीडिंग होना नॉर्मल है? जानें एक्सपर्ट से इस बारे में

Is It Normal To Have Periods 3 Days: हर महिला की मेंस्ट्रुअल साइकिल अलग-अलग होती है। किसी के लिए पीरियड्स बहुत नॉर्मल होते हैं, तो किसी के लिए यह दर्दनाक अहसास भी हो सकता है। हमारा खानपान, लाइफस्टाइल और सेहत के मुताबिक ही मेंस्ट्रुअल साइकिल काम करती है। इसलिए पीरियड्स और इससे जुड़ी समस्याएं भी अलग-अलग हो सकती है। लेकिन इस दौरान कुछ चीज़ेे सभी के लिए समान होनी जरूरी होती है, जैसे कि पीरियड्स में हाइजीन मेंटेन करना या पीरियड्स का समय से आना। वहीं जितना जरूरी पीरियड्स समय पर आना है, उतना ही जरूरी ठीक तरीके से पीरियड्स होना भी है। कई लड़कियों को पीरियड्स 3 दिन से भी कम होते है। लेकिन क्या ऐसा होना नॉर्मल है? इस बारे में जानने के लिए हमने बात की बिजनौर की ऑब्स्टेट्रिशियन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ नीरज शर्मा से, जिन्होनें इस बारे में हमसे खास जानकारी साझा की। 

low periods

पहले समझिये कितने दिन पीरियड्स होना नॉर्मल है? (How Many Days Period Lasts)

एक्सपर्ट के मुताबिक तीन से पांच दिन तक ब्लीडिंग होना नॉर्मल है। इसके साथ ही कुछ मामलों में यह साइकिल पांच दिन भी जा सकती है, जो बिल्कुल नॉर्मल है। लेकिन अगर किसी महिला को 3 दिन से कम या 7 दिन से ज्यादा ब्लीडिंग हो रही है, तो यह सामान्य नहीं है। यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। कुछ मामलों में तनाव, खानपान या लाइफस्टाइल में बदलाव होने के कारण भी पीरियड्स साइकिल में बदलाव हो सकता है, लेकिन अगर यह लगातार कई महिनो से चल रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करने की जरूरत हो सकती है। 

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कम पीरियड्स आने के मुख्य कारण - Causes of Irregular Menstruation and Solution In Hindi

बर्थ कंट्रोल दवाओं का सेवन

अगर आप लंबे समय से कोई बर्थ कंट्रोल मेथेड ट्राई कर रही हैं या बर्थ कंट्रोल दवाओं का सेवन कर रही हैं, तो आपको कम ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। ऐसे होने पर देरी न करें।

स्ट्रेस और एंग्जाइटी

अगर आपको लंबे समय से स्ट्रेस या एंग्जाइटी की समस्या हो रही है, तो आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। दरअसल हमारे रिप्रोडक्टिव हॉर्मोन ब्रेन से ही कंट्रोल होते हैं, ऐसे में किसी भी तरह की मानसिक समस्या हॉर्मोन का कंट्रोल बिगाड़ सकती है। 

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अनहेल्दी लाइफस्टाइल

अगर आपके लाइफस्टाइल या खानपान में अचानक से बदलाव आया है, तो इसका असर आपकी पीरियड्स साइकिल पर भी पड़ सकता है। अच्छी मेंस्ट्रुअल हेल्थ के लिए सही खानपान बेहद जरूरी है। कोई भी बड़ा बदलाव पीरियड्स साइकिल पर भी असर डालने लगता है। 

प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग

अक्सर प्रेग्नेंसी की शुरूआत होने के साथ  ही कम पीरियड्स आने का लक्षण देखा गया है। वहीं ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं में भी कई महिनो तक यह परेशानी हो सकती है।  

डॉक्टर से संपर्क कब करें -

अगर पहले आपके पीरियड्स नॉर्मल आते थे, लेकिन अगर 3 महीनों से ज्यादा समय से आपको कम पीरियड्स आ रहे हैं। अगर पहले के मुकाबले आपको अब पीरियड्स में ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। 

 

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