Causes of Herpes Rash on the Face : बदलते मौसम में बुखार की समस्या बहुत ही आम होती है। कभी बारिश, कभी धूप और लू के कारण इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है, जिसकी की वजह बुखार आता है। बुखार एक सामान्य स्थिति है, लेकिन बुखार के साथ होंठ, मुंह या चेहरे पर दानें निकल आए, तो इसे हरपीज कहा जाता है। हरपीज एक वायरल संक्रमण है जो हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) के कारण होता है। हरपीज मुख्य रूप से दो प्रकार का होात है। पहला HSV-1 जो आम तौर पर मुंह, होंठ और चेहरे पर संक्रमण का कारण बनता है।
वहीं, HSV-2 मुख्य रूप से जननांग क्षेत्रों को प्रभावित करता है। इस लेख में नई दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के जनरल फिजिशियन और इम्यूनाइजेशन ऑफिसर और जनरल फिजिशियन डॉ. पीयूष मिश्रा (Dr. Piyush Mishra, General Physician and Immunization Officer, North East District, New Delhi) से जानेंगे हरपीज होने का कारण क्या है और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।
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हरपीज क्या है?- What is Herpes Rash
डॉ. पीयूष मिश्रा के अनुसार, हरपीज एक छूत का वायरस है। अगर किसी व्यक्ति के शरीर में एक बार हरपीज वायरस घुस जाता है, तो तंत्रिका तंतुओं में छुप जाता है। एक बार शरीर में प्रवेश करने के बाद हरपीज वायरस इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के बाद दोबारा से ट्रिगर हो जाता है और अपने लक्षण दिखा सकता है।
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हरपीज में बुखार आने का कारण क्या है?
हरपीज के शरीर में दोबारा एक्टिव होने पर यह इम्यून सिस्टम को तोड़ने की कोशिश करता है। इस दौरान शरीर में थकावट, दर्द और बुखार की परेशानी देखी जाती है। शरीर में दर्द के साथ बुखार इस बात का संकेत देता है कि हरपीज एक्टिव हो चुका है।
हरपीज में बुखार के बाद दानें क्यों उभरते हैं- Causes of Herpes Rash on the Face
डॉ. पीयूष मिश्रा का कहना है कि हरपीज का HSV-1 का वायरस एक्टिव होने के बाद नाक और मुंह के आसपास दानें उभर आते हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि वायरस तंत्रिका तंतुओं के माध्यम से त्वचा की सतह तक पहुंचता है और वहां पर छोटे-छोटे दाने उभर आता है। इस दौरान इम्यूनिटी कमजोर होने, शारीरिक थकान और दर्द के कारण भी मुंह और होंठ के आसपास दानें उभर आते हैं।
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हरपीज के सामान्य लक्षण - Systomps of Herpes Rash
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो हरपीज एक बार सामने आने के बाद इसके लक्षण 3 से 15 दिनों तक बनें रहते हैं। लंबे समय तक नजर आने के कारण हरपीज के लक्षणों की पहचान करना ज्यादा आसान है। हरपीज के सामान्य लक्षणों में शामिल है :
मुंह और होंठ के पास छोटे-छोटे गुच्छों में दानें उभर जाना
दर्दनाक छाले जिनके फटने पर पानी और खून निकल आता है
दानों के ठीक होने पर पपड़ी बनना
मुंह के आसपास निकले गुच्छेदार दानों में तेज दर्द होना
हरपीज होने पर क्या करना चाहिए- What to do if you have herpes
- हरपीज के कारण मुंह और होंठ के किनारों पर उभरने वाले दानों को छूने से बचें। क्योंकि इससे वायरस फैल सकता है।
- दानों पर कोई क्रीम या जेल लगाएं, ताकि नमी बरकराक रहे। दानों की नमी खत्म होने से वह और दर्दनाक हो सकते हैं।
- पानी और फेस वॉश से चेहरे को धोने के बाद सही तरीके से दानों को जरूर सुखाएं।
- इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए संतुलित आहार, फल, नट्स और ताजी हरी सब्जियों को शामिल करें।
निष्कर्ष
हरपीज में बुखार और चेहरे पर दाने आना एक आम परेशानी है। इस समस्या से घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आपको खुद में हरपीज के लक्षण नजर आते हैं, तो इस विषय पर डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर हरपीज की समस्या में एंटीबायोटिक और एंटीवायरल दवाओं का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।
FAQ
हरपीज वायरस क्यों होता है?
हरपीज वायरस HSV-1 (Herpes Simplex Virus Type 1) शरीर के अंदर होने वाले बुखार के कारण होता है। इसके अलावा हरपीज वायरस से संक्रमित व्यक्ति को किस करने, रेजर और ब्यूटी ब्लेंडर का इस्तेमाल करने से भी फैलती है।हरपीज के दाने कैसे होते हैं?
हरपीज के दाने त्वता पर दिखाई देते हैं। हरपीज के कारण त्वचा पर निकलने वाले दाने गुच्छों में दिखाई देते हैं। यह दाने अंदर से पारदर्शी या पीले तरल से भरे होते हैं। हरपीज के दानों को छूने पर दर्द, खुजली और तरल पदार्थ निकलने की समस्या हो सकती है।हरपीज में क्या नहीं खाना चाहिए?
हरपीज संक्रमण होने पर नट्स, बीज और चॉकलेट का सेवन करने से बचना चाहिए। इनमें अमीनो एसिड पाया जाता है, जो संक्रमण को बढ़ा सकता है। इसके अलावा हरपीज में जिलेटिन युक्त खाद्य पदार्थ और ड्रिंक्स का सेवन करने से मना किया जाता है।