मसूड़ों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। मसूड़े या दांत में दर्द होने पर आपको कुछ भी चीज खाने में परेशानी होती है। दरअसल, खाने के दौरान मसूड़ों पर दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से पहले से सूजन वाले मसूड़ों में तेज दर्द होने लगता है। मसूड़ों का दर्द कई बार इतना अधिक होता है कि इसके कारण व्यक्ति को पानी पीने में भी दर्द महसूस हो सकता है। इस समस्या से बचने के कई घरेलू उपाय हैं। जिससे काफी हद तक मसूडों के दर्द को दूर किया जा सकता है। आपके दांतों और मसूड़ों में परेशानी होने से पहले ही कई तरह के संकेत दिखाई देते हैं। इसमें मसूड़ों के रंग का बदलना भी शामिल है। अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल के दांतों के डॉक्टर दीपक कुमार से जानते हैं मसूड़ों का रंग बदलने के क्या कारण होते हैं।
मसूड़ों के रंग में बदलाव के क्या कारण होते हैं? Common Causes For Gum Discolouration In Hindi
यदि मसूड़ों का रंग बदलता है, तो यह विभिन्न बीमारियों का संकेत हो सकता है। सबसे आम समस्या यह है कि मसूड़े काले पड़ने से अपना नेचुरली रंग खो देते हैं।
एनीमिया की वजह से मसूड़ों का पीला रंग होना
एनीमिया के कारण मसूड़े असामान्य रूप से पीले हो सकते हैं। इस स्थिति में मसूड़े न तो सफेद और ना ही गुलाबी रहते हैं। हीमोग्लोबिन की कमी के कारण मसूड़ों का रंग हल्का पीले रंग का हो सकता है।
सूजन की वजह से मसूड़े लाल रंग के होना
मसूड़ों का लाल रंग सूजन की ओर संकेत करता है। कई बार ब्रश की वजह से रक्तस्राव के कारण मसूड़ों में सूजन आ सकती है। ऐसे में मसूड़े सामान्य से ज्यादा लाल रंग के दिखाई देने लगते हैं।
दवाओं के साइड इफेक्ट की वजह से मसूड़ों का रंग नीला या भूरा होना
मसूड़ों पर नीले धब्बे नसों में होने वाली समस्याओं की ओर संकेत करता है। कुछ दवाएं मसूड़ों का रंग भी बदल सकती हैं। कुछ ऐसी दवाएं होती है, जिनके के अंदर कुछ मेटल का उपयोग किया जाता है। इन दवाओं के उपयोग से मसूड़ों का रंग बदलने की संभावना बढ़ जाती है।
धूम्रपान व बीमारी की वजह से मसूड़ों का रंग काला होना
धूम्रपान की वजह से मसूड़ों के किनारे में गोलाकार में घाव होना व पीले रंग के मसूड़े होने लगते हैं। इसके अलावा कुछ रोग में भी मसूड़े भूरे व काले हो सकते हैं।
मसूड़ों के रंग में बदलाव का इलाज कैसे किया जाता है? How To Treat Gum Discolouration in hindi
मसूड़ों के रंग को बदलने के सही कारणों का पता लगाकर डॉक्टर उन कारणों को दूर करने का प्रयास करते हैं। इसके इलाज में डॉक्टर मरीज को लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह देते हैं। इसके अलावा, मरीज को घरेलू उपाय करने के लिए भी कहा जा सकता है। मसूड़ों व दांतो की समस्याओं को दूर करने के लिए दवाओ के अलावा, लौंग के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे मसूड़ों की सूजन को ठीक करने में मदद मिलती है। मसूड़ों में दर्द, सूजन व घाव को ठीक करने के लिए मरीज को कुछ दवाएं और कुल्ला करने के लिए लिक्विड दवाएं दी जाती हैं।
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मसूड़ों में किसी भी तरह की समस्या को आप अनदेखा न करें। इससे आपको खाना खाते समय परेशानी हो सकती है। यदि दर्द ज्यादा हो, तो ऐसे में तुरंत किसी डेंटल स्पेशिलिस्ट से संपर्क करें और इलाज शुरु कराएं।
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