सर्दी जुकाम, बुखार होने पर लोगों को सिरदर्द होता है। केवल सर्दी जुकाम ही नहीं काम का बोझ, टेंशन और तनाव की वजह से भी सिरदर्द हो सकता है। हर किसी को कभी न कभी सिर दर्द महसूस होता ही है। लेकिन हर रोज सिरदर्द होना किसी गंभीर रोग का लक्षण हो सकता है। सिरदर्द के भी कई प्रकार होते हैं। माइग्रेन का एक प्रकार साइलेंट माइग्रेन होता है। इस तरह के सिर दर्द में व्यक्ति को सिर की नसें फड़कती हुई महसूस होती हैं। इस तरह के सिरदर्द को अनदेखा नहीं करना चाहिए। इसके बारे में हमने न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर एस शशांक (Zynova Shalby Hospital) से बात कि तो उन्होंने बताया साइलेंट माइग्रेन क्या होता है और इसका इलाज कैसे किया जाता है।
साइलेंट माइग्रेन क्या होता है? What Is Silent Migraine In Hindi
साइलेंट माइग्रेन, जिसे बिना सिरदर्द या दर्द रहित माइग्रेन के रूप में भी जाना जाता है। यह माइग्रेन का ही एक प्रकार है। सिर के न्यूरोलॉजिकल फंक्शन में गड़बड़ी होने पर माइग्रेन से जुड़े लक्षण दिखाई दे सकते हैं। यह लक्षण बच्चों और बुजुर्गों दोनों को महसूस हो सकते हैं। हालांकि सिर में दर्द न होने पर इस तरह के रोग को पहचान पाना थोड़ा मुश्किल होता है।
साइलेंट माइग्रेन के क्या कारण होते हैं? Causes Of Silent Migraine In Hindi
डॉक्टर के अनुसार साइलेंट माइग्रेन का सटीक कारण अभी भी अस्पष्ट है, विशेषज्ञों का मानना है कि इसके अंदर आने वाले तंत्र पारंपरिक माइग्रेन के समान होते हैं। ऐसा माना जाता है कि कुछ कारक साइलेंट माइग्रेन के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
- तनाव व नींद की कमी : कुछ परिस्थितियां माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती हैं। इसमें तनाव, नींद की कमी, हार्मोनल उतार-चढ़ाव, विशिष्ट खाद्य पदार्थ (जैसे, पुराना पनीर, प्रसंस्कृत मांस), तेज रोशनी, तेज गंध और पर्यावरणीय परिवर्तन को शामिल किया जा सकता है।
- आनुवंशिकी कारण : फैमली हिस्ट्री व्यक्तियों को माइग्रेन के प्रति संवेदनशील बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसमें साइलेंट माइग्रेन भी शामिल है।
- न्यूरोलॉजिकल गड़बड़ी : मस्तिष्क रसायनों, विशेष रूप से सेरोटोनिन में असंतुलन, माइग्रेन से जुड़ा हुआ है, और यह साइलेंट माइग्रेन का भी एक कारण माना जाता है
साइलेंट माइग्रेन के लक्षण क्या होते है? Symptoms Of Silent Migraine In Hindi
सिर दर्द की अनुपस्थिति के बावजूद, साइलेंट माइग्रेन में कई लक्षणों दिखाई देते हैं। आगे जानते हैं इनके कुछ लक्षण
- देखने में परेशानी होना : इस समस्या में व्यक्ति को दिखाई देने में परेशानी होती है, जैसे - चमकती रोशनी, टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएं, धब्बे और अस्थायी रुप से दिखाई न देना, आदि।
- शरीर का सुन्न होना : कुछ व्यक्तियों को शरीर के विभिन्न हिस्सों में झुनझुनी, सुन्न होना या कमजोरी का अनुभव हो सकता है, जो अक्सर चेहरे से शुरू होकर बाहर की ओर फैलता है।
- बोलने में परेशानी : इस समस्या में व्यक्ति को बोलने या सही शब्द खोजने में कठिनाई हो सकती है।
- मेमोरी लॉस : किसी दिन या घटना के बारे में भ्रम होना या मेमोरी लॉस होना। साथ ही व्यक्ति को ध्यान केंद्रित करने में परेशानी उत्पन्न हो सकती है।
- चक्कर आना : इस समस्या में व्यक्ति को चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
साइलेंट माइग्रेन का इलाज कैसे किया जाता है? How To Treat Silent Migraine In Hindi
साइलेंट माइग्रेन का इलाज लाइफस्टाइल में बदलाव और दवाओं से किया जाता है। इसके इलाज में डॉक्टर कुछ बदलाव की सलाह देते हैं।
- दवाओं का उपयोग - साइलेंट माइग्रेन को रोकने या कम करने के लिए डॉक्टर मरीज को दवाएं देते हैं।
- लाइफस्टाइल में बदलाव - साइलेंट माइग्रेन को रोकने के लिए आप इस समस्या को ट्रिगर करने वाले कारक की पहचान करते हैं। इसके अलावा, रोगी को कुछ दिनों के लिए जीवनशैली में बदलाव करने की सलाह दी जाती है। इसमें डॉक्टर मरीज को भरपूर नींद लेने की सलाह देते हैं और डाइट में बदलाव करने सुझाव देते हैं।
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साइलेंट माइग्रेन को कम करने के लिए आप योग आसन और ध्यान का नियमित अभ्यास कर सकते हैं। इससे शरीर की समस्याएं दूर होती है और ब्रेन फंक्शन बेहतर होता है।