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Frozen Shoulder: कंधों में अकड़न (फ्रोजन शोल्डर) की समस्या क्यों होती है? जानें इसके लक्षण और कारण

फ्रोजन शोल्डर होने पर हाथों को हिलाना-डुलाना काफी मुश्किल हो जाता है। लेकिन एक्सपर्ट की मदद से ट्रीटमेंट संभव है।
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Frozen Shoulder: कंधों में अकड़न (फ्रोजन शोल्डर) की समस्या क्यों होती है? जानें इसके लक्षण और कारण


Causes And Symptoms Of Frozen Shoulder Prevention Tips In Hindi: आमतौर पर कंधे पर दर्द हो, तो हम हल्की-फुल्की एक्सरसाइज और दवाईयों की मदद से इसका ट्रीटमेंट कर लेते हैं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि कंधों को हिलाना मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में कुछ लोग अपने कंधों को जरा भी नहीं हिलाते और न ही इसकी कोशिश करते हैं। दरअसल, वे कंध में हो रहे दर्द को सह नहीं पाते। इसलिए कंधे की मूवमेंट से बचते है। जबकि ऐसा किया जाना सही नहीं है। कंधों में हो रहे दर्द का सही इलाज न करने की वजह से धीरे-धीरे कंधे की मांसपेशियां अकड़ जाती हैं और कंधे की मूवमेंट रुक जाती है। इस स्थिति को हम फ्रोजन शोल्डर या कंधों में अकड़न के नाम से जानते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी समस्या अक्सर सर्जरी या फिर कंधे की हड्डी टूटने की वजह से होती है। इस तरह की स्थिति को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इस संबंध में शारदा अस्पताल में हड्डी रोग विभाग के एचओडी और प्रोफेसर डॉ. वी के गौतम दे रहे हैं जरूरी सुझाव।

फ्रोजन शोल्डर के लक्षण- Symptoms Of Frozen Shoulder

Symptoms Of Frozen Shoulder

मेयोक्लिनिक के अनुसार, फ्रोजन शोल्डर आमतौर पर तीन चरणों में धीरे-धीरे विकसित होता है-

फ्रीजिंग स्टेजः इस स्टेज में मरीज को किसी भी तरह के मूवमेंट की वजह से कंधों में दर्द होने लगता है। इसलिए वह मूवमेंट करने से बचता है। अगर दो से लेकर नौ महीने तक यही अवस्था रहती है, तो यह फ्रीजिंग स्टेज कहलाती है।

फ्रोजन स्टेजः फ्रीजिंग स्टेज के अगले चलर को फ्रोजन स्टेज कहा जाता है। इस लेवल पर दर्द भले कम हो जाए, लेकिन कंधे जाम हो जाते हैं और हिलाने-डुलाने में काफी मुश्किलें आने लगती है। इस तरह की स्थिति 4 से 12 महीने तक रह सकती है।

इसके बाद फ्रोजन शोल्डर के सही होने का लेवल शुरू होता है। कहने का मतलब है कि इस दौरान कंधे में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिलता है। हाथों में मूवमेंट महसूस होती है। यह तीसरा चरण कहलाता है, जो कि चरण 5 से लेकर 24 महीने तक बना रह सकता है। इसे अंग्रेजी में Thawing stage के नाम से जानते हैं।

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फ्रोजन शोल्डर का कारण- Causes Of Frozen Shoulder

Causes Of Frozen Shoulder

पेन मेडिसिन में प्रकाशित लेख की मानें, तो फ्रोजन शोल्डर का कोई कारण निश्चित नहीं है। हां, कुछ रिस्क फैटर्स की वजह से यह परेशानी हो सकती है, जैसे-

डायबिटीजः डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर के स्तर में भारी बदलाव होने लगते हैं। इसका ओवर ऑल हेल्थ पर भी असर पड़ता है। इन्हीं में से एक समस्या फ्रोजन शोल्डर की हो सकती है।

थाइरायडः थाइरायड हार्मोन में आए बदलावा के कारण शरीर काफी प्रभावित होता है। कभी मोटापा बढ़ जाता है, तो कभी अक्सर थकान बनी हरती है। फ्रोजन शोल्डर की यह भी एक वजह मानी गई है।

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हार्मोनल बदलावः हार्मोनल बदलाव, महिलाओं में खासकर मेनोपॉज के बाद इस तरह की समस्या काफी देखी जाती है। हार्मोल बदलाव के कारण शरीर में कई तरह की बीमारियां होने लगती है। फ्रोजन शोल्डर भी इस तरह की स्थिति में हो सकता है।

कंधे में चोट लगनाः कंधे में अगर गंभीर चोट लग गई है और ट्रीटमेंट लंबे समय तक चला है, तो फ्रोजन शोल्डर हो सकता है। यहां तक कि शोल्डर की अगर सर्जरी हुई है, तो भी फ्रोजन शोल्डर की समस्या देखी जाती है।

ओपन हार्ट सर्जरीः ओपन हार्ट सर्जरी और सर्विकल डिस्क डिजीज में भी फ्रोजन शोल्डर की समस्या हो सकती है।

फ्रोजन शोल्डर से बचाव- Frozen Shoulder Prevention Tips

अगर व्यक्ति को कंधे पर चोट लग जाए, तो वह अक्सर अपने हाथ को हिलाना बंद कर देता है। फ्रोजन शोल्डर से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने हाथों को नियमित रूप से हिलाते रहें। भले ही आपको काफी तेज दर्द का अहसास हो। इसके बावजूद कोशिश करें कि हल्की-हल्की मूवमेंट करते रहें। ध्यान रखें, फ्रोजन शोल्डर के दौरान जबरदस्ती हाथों को हिलाने से अन्य समस्या हो सकती है। इसलिए, एक्सपर्ट की मदद लेना समझदारी होगी।

image credit: freepik

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