शरीर के सभी अंगों को कार्य के लिए एनर्जी की आवश्यकता होती है। यह एनर्जी उन्हें भोजन से प्राप्त होती है और इस प्रक्रिया में मेटाबॉलिज्म मुख्य से जिम्मेदार होता है। मेटाबॉलिज्म आहार से पोषक तत्वों को अवशोषित करके उन्हें एनर्जी में बदलकर अंगों तक पहुंचाता है। आसान भाषा में कहें तो यह एक प्रक्रिया है जिसमें आपका शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है। मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया सही होने से आपको मोटापे की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। मेटाबॉलिक सिंड्रोम, मेटाबॉलिज्म से जुड़ी समस्या है जिसमें मोटापा, हाई बीपी, हाई डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल के कारण हृदय रोग का खतरा अधिक होता है। इस लेख में आगे सीनियर फिजीशियन डॉ. विनोद कुमार जानते हैं कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम के कारण और जोखिम कारक क्या हो सकते हैं।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम के कारण - Causes Of Metabolic Syndrome In Hindi
इंसुलिन रेसिस्टेंस
इंसुलिन रेसिसटेंस (इंसुलिन प्रतिरोध) मेटाबॉलिक सिंड्रोम की मुख्य वजह मानी जाती है। इंसुलिन प्रतिरोध एक जटिल स्थिति है जिसमें आपका शरीर इंसुलिन के प्रति सामान्य प्रतिक्रिया नहीं करता है। पैंक्रियाज इंसुलिन का उत्पादन करता है, इंसुलिन ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करती है। लेकिन, मेटाबॉलिक सिंड्रोम में इंसुलिन उत्पादन की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे डायबिटीज बढ़ने का खतरा अधिक होता है।
पेट का मोटापा
पेट और आंतों के आसपास का मोटापा आपके मेटाबॉलिक सिंड्रोम का कारण बन सकता हैं। फैट टिश्यू (विशेष रूप से आंत का फैट) विभिन्न बायोएक्टिव पदार्थों को रिलीज करते हैं, जिन्हें एडिपोकिन्स कहा जाता है। यह मेटाबॉलिज्म और सूजन को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन, जब आंतों के आसपास के हिस्से में मोटापा बढ़ता है, तो इससे एडिपोकिन्स का स्तर प्रभावित हो सकता है। इससे मेटाबॉलिक सिंड्रोम हो सकता है।
डाइट की गलत आदतें
प्रोसेस्ड फूड में कार्बोहाइड्रेट, शुगर और फैट अधिक मात्रा में होता है। यह मेटाबॉलिक सिंड्रोम का कारण बन सकता है। शुगर ड्रिंक्स, फास्ट फूड और ट्रांश फैट इंसुलिन रिसिस्टेंस की स्थिति को बढ़ा सकते हैं। इससे मोटापा तेजी से बढ़ाता है और मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया पर प्रभाव पड़ता है।
खराब लाइफस्टाइल
डॉक्टर के अनुसार जो लोग शारीरिक रूप से कम कार्य करते हैं, उनका मेटाबॉलिज्म स्लो होता है। यह स्थिति मेटाबॉलिक सिंड्रोम का कारण बन सकती है। इससे शरीर में लिपिड प्रोफाइल बढ़ने का जोखिम रहता है। ऐसे में व्यक्ति को हृदय रोग होने का खतरा अधिक होता है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम के जोखिम कारक - Risk Factor Of Metabolic Syndrome in Hindi
- बढ़ती उम्र के लोगों में मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का जोखिम अधिक होता है।
- मोटापा मेटाबॉलिक सिंड्रोम का एक मुख्य कारण और जोखिम कारक माना जा सकता है।
- यदि, व्यक्ति के परिवार में किसी सदस्य को पहले मेटाबॉलिक सिंड्रोम हुआ हो, तो ऐसे में आपको भी मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने की संभावना अधिक होती है।
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मेटाबॉलिक सिंड्रोम से बचने के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल और डाइट में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है। इससे बचने के लिए आप शराब व सिगरेट से दूरी बनाएं। साथ ही, डाइट में फलों का सेवन अधिक मात्रा में करें।
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