कैंसर एक जानलेवा बीमारी है और ये अगले चौदह वर्षों में 55 लाख महिलाओं को काल के गाल में ले जाने का कारण बनने वाला है। हाल ही में आई अमेरिकी कैंसर सोसायटी की रिपोर्ट के अनुसार कैंसर के कारण वर्ष 2030 तक करीब 55 लाख महिलाओं की मौत हो सकती है, जो डेनमार्क की कुल आबादी के लगभग बराबर है। इस आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो अगले आने वाले केवल डेढ़ दशक में ही कैंसर के मरीजों की संख्या में लगभग 60 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी।
विकासशील देश के लिए खतरा
इस रिपोर्ट में विकासशील देशों को विशेष तौर पर सावधानी बरतने के लिए कहा गया है क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार कैंसर का सबसे ज्यादा असर गरीब और मध्यम आय वाले देशों पर पड़ेगा जहां सुविधाओं की कमी है और कैंसर कारकों की अधिकता ना चाहते हुए भी अधिक है। रिपोर्ट के अनुसार ने आने वाले चौदह वर्षों में हर सात में से एक महिला की मौत का जिम्मेदार कैंसर ही होगा।
अमेरिकी कैंसर सोसायटी ने यह रिपोर्ट दवा कंपनी मर्क के साथ तैयार की है। अमेरिकी कैंसर सोसायटी के वैश्विक स्वास्थ्य मामलों की उपाध्यक्ष सैली कोवल ने कहा कि अधिकतर मृत्यु युवा या मध्यम आयु वर्ग के लोगों में देखने को मिलती है जिसका परिवार और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक भार पड़ता है।
कैंसर मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण
इस रिपोर्ट के अनुसार आने वाले सालों में कैंसर मृत्यु का दूसरा मुख्य कारण बनने वाला है। अभी सबसे ज्यादा मौतों पहला मुख्य कारण दिल की बीमारियां हैं।
सबसे अधिक घातक कैंसर
महिलाओं को होने वाले कैंसर में सबसे अधिक घातक कैंसर के प्रकार हैं-
स्तन कैंसर
कोलोरेक्टल कैंसर
फेफड़े का कैंसर
गर्भाशय कैंसर
Source- PTI
Read more Health news in hindi.